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अरुणाचल प्रदेश का खूबसूरत गांव पासीघाट: एडवेंचर और नेचर प्रेमियों के लिए खास जगह

अरुणाचल प्रदेश का खूबसूरत गांव पासीघाट: अरुणाचल प्रदेश का पासीघाट गांव अपने मनोरम दृश्य से आपको बरबस अपनी तरफ खींचता है। यह जगह स्वर्ग से कम नहीं है।

suman
Published By suman
Published on: 12 Aug 2021 2:51 PM IST (Updated on: 12 Aug 2021 3:00 PM IST)
अरुणाचल का खूबसूरत गांव
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सांकेतिक तस्वीर ( सौ. से सोशल मीडिया)

पासीघाट गेटवे ऑफ अरुणाचल प्रदेश

अरुणाचल प्रदेश का खूबसूरत गांव पासीघाट: प्रकृति और पहाड़ों से लोगों का प्रेम जगजाहिर है। मैदानी इलाके को लोगों की पहली पसंद पहाड़ और बर्फीली जगहें होती है। बर्फीले और पहाड़ों के लिए देश का नॉर्थ-ईष्ट बेहतरीन विकल्प है। यहां की 7 सिस्टर्स की बात ही निराली है। इसमें अगर अरुणाचल प्रदेश की बात करें तो आपका दिल एक बार यहां जाने को मच उठेगा। वैसे तो पूरा अरुणाचल प्रदेश घूमने के लिए बेहतरीन और खूबसूरत शांत जगह है, लेकिन हम यहां की एक जगह पासीघाट का जिक्र कर रहे हैं, जिसका मनोरम दृश्य आपको बरबस अपनी तरफ खींचता है।यह जगह स्वर्ग से कम नहीं है।

पासीघाट नाम क्यों पड़ा

पासीघाट को अरुणाचल प्रदेश का प्रवेश द्वार या टूरिज्म गेट कहा जाता है। जिसका नाम पासी जनजाति के नाम पर है। इस क्षेत्र में पासी जनजातियों की बहुतायत है। यह गांव 1911 में स्थापित की गई। अगर आप नेचर के करीब जाकर शांति की तलाश करना चाहते हैं।या फिर फैमिली ट्रिप पर या हनीमून पर जाना चाहते हैं तो पासीघाट गांव से बेहतर कोई जगह नहीं हो सकती है।

सांकेतिक तस्वीर ( सौ. से सोशल मीडिया)


पासीघाट में अरुणाचल प्रदेश की खूबसूरत प्रकृति

यकीन मानिये अगर धरती पर कश्मीर की तरह ही जन्नत कहीं और है तो वो नॉर्थ का पासीघाट कहें तो गलत नहीं होगा। यहां नदियों की कलकल ध्वनी, साफ-अमृत सा पानी , ट्रैकिंग राफ्टिंग जो भी करना चाहते हैं तो पासीघाट जरूर आइए।

यहां की खूबसूरती को देखने के लिए यहां के जंगलों में जरूर जाइये,जो अपने वन्यजीवों के लिए लोक प्रसिद्धि रखते हैं। यहां आप जंगली सूअर, अजगर, हिरण समेत कई जानवरों को देख सकते हैं।यहां के वन्य जीव अभ्यारण्य लोगों को प्रकृति की निकटता का आनंद देते हैं। यहां के रोटंग के पास केकर मोनिंग एक खूबसूरत पर्वतीय पहाड़ है। इतिहास से भी इस जगह का गहरा लगाव है।


सांकेतिक तस्वीर ( सौ. से सोशल मीडिया)


पासीघाट में दोस्तों के साथ मस्ती

अरुणाचल प्रदेश की इस यात्रा के आप पासीघाट और यहां के पांगिन जाना ना भूलें। पांगिन में अलौकिक सौंदर्य की अमिट छटा देखने को मिलते हैं। यहां आप एडवेंचर का दोगुना आनंद ले सकते हैं।अगर आपका दिन राफ्टिंग का कर रहा है तो पासीघाट से बेहतर कुछ भी नहीं है। एक दिन के लिए यहां अपने दोस्तों के साथ राफ्टिंग कर सकते हैं।यहां ब्रह्मपुत्र और सियांग नदीं में आप दोस्तों या परिवार के साथ दोगुना मजा लें सकते हैं। बर्फीले पहाड़ और पारदर्शी पानी यहां आने वाले लोगों को बहुत हद तक अपनी ओर आकर्षित करती हैं।


सांकेतिक तस्वीर ( सौ. से सोशल मीडिया)

पासीघाट में बारिश का मजा

वैसे तो पासीघाट के एक गांव बादलों के उपर बसा हुआ लगता है। यहां बादल नीचे दिखते हैं।जो यहां की खूबसूरती को और बढ़ाते हैं। जंगली जानवरों और घासों से घिरा पासीघाट अपनी खूबसूरती और मनोरम दृश्य से हर किसी को आकर्षित कर रहा है। आप भी नए-नवेले शादीशुदा कपल है तो यहां का प्लान कर सकते हैं। यहां जाकर रोमांस का मजा और नेचर का आनंद ले सकते हैं। यहां ट्रिप के दौरान अगर बारिश हो गई तो मजा दोगुना होना तय है। वैसे तो पहाड़ी क्षेत्र है तो यहां कभी भी बारिश हो सकती है। लेकिन जुलाई से अगस्त-सितंबर के बीच आप गए तो फंस भी सकते हैं।

पासीघाट का कोमसिंग एक खबसूरत गांव जिसके ऐतिहासिक मायने है। नोएल विलियमसन की हत्या इसी स्थान पर की गई थी। नोएल विलियमसन के नाम से एक प्रतीक पत्थर सियांग के पास मौजूद है।नोएल विलियमसन अंग्रेज अधिकारी थे, जो गुलाम भारत में यहां राजनीति कर रहे थे।

सांकेतिक तस्वीर ( सौ. से सोशल मीडिया)

पासीघाट में क्या खाएं

वैसे तो अरुणाचल प्रदेश का प्रमुख खाना चावल, मीट, मछली है। अगर आप नॉनवेज के शौकिन है तो ये जगह आपके लिए है ।यहां नॉनवेज की कई वेराइटी मिल जाएगी। इसके अलावा यहां बीयर वो भी बांस के ग्लास में स्ट्रीट फूड,मोमोज का भी आनंद ले सकते हैं। एक दो जगहों पर आपको वेजेटेरियन खाना भी मिल जाएगा। तो देर किस बात की आज ही एक ट्रिप प्लान करें और फैमिली,दोस्तों के साथ हो आइए इस खूबसूरत जगह और ले लीजिए प्रकृति की गोद का असली आनंद पासीघाट गांव में।




Suman  Mishra | Astrologer

Suman Mishra | Astrologer

एस्ट्रोलॉजी एडिटर

मैं वर्तमान में न्यूजट्रैक और अपना भारत के लिए कंटेट राइटिंग कर रही हूं। इससे पहले मैने रांची, झारखंड में प्रिंट और इलेक्ट्रानिक मीडिया में रिपोर्टिंग और फीचर राइटिंग किया है और ईटीवी में 5 वर्षों का डेस्क पर काम करने का अनुभव है। मैं पत्रकारिता और ज्योतिष विज्ञान में खास रुचि रखती हूं। मेरे नाना जी पंडित ललन त्रिपाठी एक प्रकांड विद्वान थे उनके सानिध्य में मुझे कर्मकांड और ज्योतिष हस्त रेखा का ज्ञान मिला और मैने इस क्षेत्र में विशेषज्ञता के लिए पढाई कर डिग्री भी ली है Author Experience- 2007 से अब तक( 17 साल) Author Education – 1. बनस्थली विद्यापीठ और विद्यापीठ से संस्कृत ज्योतिष विज्ञान में डिग्री 2. रांची विश्वविद्यालय से पत्राकरिता में जर्नलिज्म एंड मास कक्मयूनिकेश 3. विनोबा भावे विश्व विदयालय से राजनीतिक विज्ञान में स्नातक की डिग्री

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