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Places to Visit Near Ujjain: उज्जैन के आसपास घूमने की बहुत सारी जगहें, महाकाल के दर्शन के बाद यहां जाने का बनाएं प्लान
Places to Visit near Ujjain: उज्जैन मध्य प्रदेश राज्य का एक पुराना शहर है। पहले इस शहर को उज्जयिनी के नाम से जाना जाता था। जिसका हिंदी भाषा में अर्थ एक गौरवशाली विजेता होता है। धार्मिक नगरी उज्जैन में सालभर पर्यटकों की भीड़ रहती है।
Places to Visit near Ujjain: देवों के देव महादेव की नगरी उज्जैन, जिसे अवंतिका और उज्जयिनी के नाम से भी जाना जाता है। जोकि अपने आप में ही बहुत अद्भुत और चमत्मकारी शहर है। यहां आने पर आपके मन को एक अलग तरह की शांति और सुकून का एहसास होगा। क्योंकि आप उज्जैन के राजा महाकाल की नगरी में होते हैं। शिप्रा नदी के किनारे बसे इस बेहद सुंदर और धार्मिक शहर में शिवरात्रि, कुंभ और अर्धकुंभ जैसे प्रमुख मेलों का आयोजन होता है, जिसमें लाखों की तादात में भक्तों की भीड़ होती है।
उज्जैन मध्य प्रदेश राज्य का एक पुराना शहर है। पहले इस शहर को उज्जयिनी के नाम से जाना जाता था। जिसका हिंदी भाषा में अर्थ एक गौरवशाली विजेता होता है। धार्मिक नगरी उज्जैन में सालभर पर्यटकों की भीड़ रहती है। उज्जैन में आस-पास कई धार्मिक मंदिर और घूमने के लिए खूबसूरत जगहें हैं। आइए आपको उनके बारे में बताते हैं-
चिंतामन गणेश मंदिर
Chintaman Ganesh Temple
उज्जैन से 7 किमी की दूरी पर चिंतामन या बड़े गणेशजी का मंदिर महाकालेश्वर मंदिर के टैंक के करीब स्थित है। इस मंदिर में प्रथम पूजनीय भगवान गणेश की विशाल मूर्ति है। यहां पर भक्तों की भीड़ आमतौर पर देखने को मिलती है।
कालियादेह पैलेस
Kaliyadeh Palace
उज्जैन से 10 किमी दूर शिप्रा नदी में स्थित एक द्वीप पर स्थित इस पैलेस का अत्यधिक धार्मिक महत्व है। इसका निर्माण 1458 ई. में हुआ था। महल दोनों तरफ नदी के पानी से घिरा हुआ है। इस महल में इतिहास में लिखी बातों को नजदीकी से देखा जा सकता है।
पातालपानी जलप्रपात
Patalpani Falls
उज्जैन से 93 किमी दूर स्थित पातालपानी जलप्रपात बहुत ही खूबसूरत जगह है। ये जलप्रपात 300 मीटर की ऊंचाई से गिरता हुआ इंदौर का सबसे सुंदर फोटो स्टॉप है। ये गरजते हुए झरने ताज़ा धुंध और घनी हरियाली भरा माहौल वाकई में आपको बहुत ही पसंद आएगा। हालांकि बारिश के मौसम में यहां आना जोखिमभरा हो सकता है।
चोरल बांध
Choral Dam
उज्जैन से 100 किमी की दूरी पर चोरल बांध है। अगर आप हर रोज की भागदौड़ भरी जिंदगी से कुछ पल सुकून के बिताना चाहते हैं तो आराम करने के लिए ये जगह बेस्ट है। मध्य प्रदेश राज्य में स्थित, चोरल बांध एक छिपा हुए रत्न की तरह है। यहां आपके मन को अटूट शांति प्रदान करेगा। नर्मदा नदी के बैकवाटर के आसपास बना चोरल बांध ठंडे और साफ पानी से भरा हुआ है। बड़ी संख्या में हरे-भरे पेड़ और छोटी-छोटी पहाड़ियाँ इस जगह को और भी आकर्षक बनाती हैं।
हनुवंतिया
Hanuwantiya
उज्जैन से 114 किमी दूर हनुवंतिया इंदिरा सागर नदी में स्थित द्वीपसमूह में से एक द्वीप है। हनुवंतिया द्वीप प्राकृतिक सुंदरता से भरा है। इस द्वीप के चारों ओर ठंडा पानी दिखाई देगा। शांति-सुकून भरी छुट्टियां बिताने के लिए ये जगह बेस्ट साबित हो सकती है।
जानापाव
Janapav
जानापाव उज्जैन से 103 किमी दूर मालवा क्षेत्र की पहाड़ियों के बीच बसा है। नेचर लवर्स के लिए जानापाव या जानापाव कुटी बहुत ही खूबसूरत जगहों में से एक है। यहां आप दूर की पहाड़ियों और सूर्यास्त को शांति से निहारते हुए अपने सुकूनभरे दिन को गुजार सकते हैं।
मंडलेश्वर
Mandaleshwar
उज्जैन से 138 किमी दूर नर्मदा नदी के तट पर स्थित मंदिरों के एक शहर, मंडलेश्वर का रामायण और महाभारत में उल्लेख किया गया है, जिसे महिष्मती के नाम से भी जाना जाता है। राजा कार्तवीर्य अर्जुन के शासन के दौरान यह दक्षिणी अवंती की राजधानी थी। शांत सुंदरता में बसा यह शहर अपने मंदिरों, किले परिसर और स्नान घाटों के लिए प्रसिद्ध है।
ओंकारेश्वर, मध्य प्रदेश
Omkareshwar, Madhya Pradesh
उज्जैन से 138 किमी दूर नर्मदा और कावेरी नदियों के संगम पर स्थित, ओंकारेश्वर पवित्र जगह है। ये शहर दो घाटियों और नर्मदा जल के एक केंद्रीय पूल के विलय के कारण हिंदू धार्मिक प्रतीक 'ओम' के रूप में आकार का है। इसका नाम 'ओंकारा' से लिया गया है जो भगवान शिव का एक अन्य नाम है। ओंकारेश्वर 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है। इस वजह से यहां पर शिव भक्त सालभर आते हैं।
जोगी भड़क जलप्रपात
Jogi Bhadak Falls
उज्जैन से 138 किमी दूर जोगी भादक इंदौर के पास ढाल में स्थित एक स्थानीय जलप्रपात है। यह शहर के पास सबसे आकर्षक और मंत्रमुग्ध कर देने वाले झरनों में से एक है। ये घूमने की बेस्ट जगहों में से एक है।
मांडू, मध्य प्रदेश
Mandu, Madhya Pradesh
उज्जैन से 150 कि.मी की दूरी पर मांडू एक बहुत ही ऐतिहासिक जगहों में से एक है। ये जगह वास्तुशिल्प उत्कृष्टता का प्रतीक है। यह शहर राजकुमार बाज बहादुर और रानी रूपमती के प्यार की कई कहानियां वर्णित करता है।
महेश्वर
Maheshwar
उज्जैन से 153 किमी दूर नर्मदा नदी के तट पर स्थित इस भव्य शहर को बड़े पैमाने पर मध्य प्रदेश के मंदिरों के शहर के रूप में जाना जाता है। रामायण और महाभारत के महाकाव्यों में इसका उल्लेख होने के कारण इसका पौराणिक और ऐतिहासिक महत्व भी है। यह रानी अहिल्याबाई होल्कर के प्रांत होलकर की राजधानी थी। उसने कई इमारतों और सार्वजनिक कार्यों, मराठा वास्तुकला के साथ शहर को सुशोभित किया।
धरमपुरी
Dharampuri
उज्जैन से 158 किमी धरमपुरी नर्मदा नदी के किनारे स्थित मध्य प्रदेश के धार जिले में ऐतिहासिक रत्नों से समद्ध एक छोटा सा शहर है, जिसे नर्मदा की बेटी रूपमती का जन्मस्थान और निवास भी कहा जाता था, जिसने मांडू के शासक बाज बहादुर से शादी की थी। अन्य कई पौराणिक कथाएं आपको यहां सुनने को मिलेंगी।