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Raebareli History: आइये जाने रायबरेली का इतिहास, स्वादिष्ट जलेबी और इन स्थलों की सैर यादगार बना देगी यात्रा

Raebareli Ka Itihas: रायबरेली उत्तर प्रदेश की एक प्रसिद्ध जगह है। यहां कई सारे पर्यटक स्थल हैं। चलिए यहां के बारे में जानते हैं।

Richa Vishwadeepak Tiwari
Published on: 28 Feb 2024 10:13 AM GMT
Raebareli History and Famous Place
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Raebareli History and Famous Place (Photos - Social Media)

Raebareli History: उत्तर प्रदेश भारत का एक प्रसिद्ध राज्य है। ये कई सारे जिले से मिलाकर बना हुआ है। यहां के हर शहर की अपनी अलग पहचान है। यहां हर जगह कोई ना कोई ऐसी चीज मिलती है। रायबरेली भारत के उत्तर प्रदेश राज्य के लखनऊ मंडल में स्थित एक नगर है। यह ज़िले का मुख्यालय भी है। चलिए आज आपको यहां के बारे में बताते हैं।

रायबरेली का इतिहास

रायबरेली जिला अंग्रेजों द्वारा 1858 में बनाया गया था। अपने मुख्यालय शहर के बाद नामित किया था। परंपरा यह है कि शहर भरो द्वारा स्थापित किया गया था जो भरौली या बरौली के नाम से जानी जाती थी, जो कालांतर में परिवर्तित होकर बरेली हो गयी।

Raebareli History and Famous Place

क्यों प्रसिद्ध है रायबरेली

रायबरेली उत्तर प्रदेश राज्य का प्रमुख व्यापारिक केन्द्र है। रायबरेली में केंद्र सरकार के प्रमुख उद्योगों की स्थापना की गई है। जिनमें आधुनिक रेल डिब्बा कारखाना, इंडियन टेलीफ़ोन इंडस्ट्रीज एवं नेशनल थर्मल पॉवर कार्पोरेशन मुख्य है। यहां पर अनेक प्राचीन इमारतें हैं। जिनमें क़िला, महल और कुछ सुन्दर मस्ज़िदें हैं।

पर्यटक स्थल

डलमऊ

पवित्र गंगा नदी के किनारे पर स्थित डलमऊ रायबरेली जिले का ऐतिहासिक स्थल है। इस शहर के आकर्षणों में डल राजा का किला, बड़ा मठ और महेश गिरि मठ प्रमुख हैं। डलमऊ का साहित्यिक इतिहास में भी एक अनूठा स्थान है क्योंकि यह वही स्थान है जहाँ किले पर बैठ कर प्रसिद्ध हिन्दी कवि सूर्यकान्त त्रिपाठी निराला जी ने नीचे के दृश्यों को देखते हुये अपनी कवितायें लिखी। डलमऊ में नवाब शुजाउद्दौला का इब्राहिम शारिक महल भी है। पर्यटक आल्हा ऊदल की बैठक देखने के साथ-साथ डलमऊ पम्प नहर पर चहल कदमी का आनन्द ले सकते हैं।

डलमऊ पम्प नहर

इंदिरा उद्यान

लखनऊ-वाराणसी राजमार्ग पर स्थित इन्दिरा गाँधी मेमोरियल बोटैनिकल गार्डन को 1986 में स्थापित किया गया था। 57 हेक्टेयर के क्षेत्र में फैला यह सई नदी के उत्तरी तट पर स्थित है। यह स्थान केवल पौधों, फूलों और बगीचों के लिये ही नहीं है बल्कि अनुसंधान करने वालों, वैज्ञानिकों और पौधों के बारे में और जानने वालों के लिये एक शैक्षणिक संस्थान भी है। यह गार्डेन कई औषधीय और सजावटी पौधों का घर है। यहाँ पर ग्रीनहाउस के अलावा रॉक गार्डेन, रोज़ गार्डेन, मौसमी गार्डेन और जलीय गार्डेन भी है।

इंदिरा उद्यान

समसपुर पक्षी अभ्यारण्य

जिले के रोहनिया विकास खंड में स्थित है। लखनऊ ऊंचाहार निकटतम रेलवे स्टेशन है और निकटतम हवाई अड्डा फुरसतगंज है। इस यात्रा की सबसे अच्छी अवधि नवम्बर से मार्च तक है। पक्षियों की 250 से अधिक किस्मे देखी जा सकती है। जो ग्रेलैग हंस , पिन टेल, आम तील, विजन, शोवलेर, सुर्खाब आदि शामिल हैं। 5000 किमी की दूरी से यहां आते हैं। स्थानीय पक्षियों कंघी बतख, तील, स्पॉट विधेयक, चम्मच विधेयक, किंग फिशर, गिद्ध देख सकते हैं। समसपुर झील में मछली के बारह किस्में पाई जाती हैं।

समसपुर पक्षी अभ्यारण्य

बेहटा का पुल

बेहटा पुल रायबरेली के उस बाहरी इलाके में स्थित है। जहां पर शारदा नहर और सई नदी एक दूसरे को काटती हैं। इस जगह पर शारदा नहर सई नदी पार कर एक जलसेतु का निर्माण करती है।

बेहटा का पुल

रायबरेली में रेलवे स्टेशन

रायबरेली रेलवे स्टेशन के पांचों प्लेटफार्म पर स्वचालित सीढ़ी और लिफ्ट की सुविधा उपलब्ध कराए जाने का निर्णय लिया गया। इसके साथ ही जिले के तीन और स्टेशन ऊंचाहार, बछरांवा के साथ लालगंज को भी अपग्रेड करने की बात कही गई। स्टेशनों के अपग्रेड होने के बाद यात्रियों को और भी बहुत सारी सुविधाएं हासिल होगी।

रायबरेली रेलवे स्टेशन

रायबरेली के बाजार

रायबरेली में राजा बाजार, दूल्हा बाजार, स्टाइल बाजार, एम फूड बाजार में जाकर आप एक से बढ़कर एक वैरायटी के कपड़े, ज्वेलरी और जरूरत का हर समान खरीद सकते हैं।

रायबरेली बाजार

रायबरेली के प्रसिद्ध फूड आइटम्स

रायबरेली में आपको स्वादिष्ट जलेबी, शाही टोस्ट, चटपटी चाट, समेत कई सारे फूड आइटम्स का स्वाद चख सकते हैं।

Richa Vishwadeepak Tiwari

Richa Vishwadeepak Tiwari

Content Writer

मैं रिचा विश्वदीपक तिवारी पिछले 12 सालों से मीडिया के क्षेत्र में सक्रिय हूं। 2011 से मैंने इस क्षेत्र में काम की शुरुआत की और विभिन्न न्यूज चैनल के साथ काम करने के अलावा मैंने पीआर और सेलिब्रिटी मैनेजमेंट का काम भी किया है। साल 2019 से मैंने जर्नलिस्ट के तौर पर अपने सफर को शुरू किया। इतने सालों में मैंने डायमंड पब्लिकेशंस/गृह लक्ष्मी, फर्स्ट इंडिया/भारत 24, UT रील्स, प्रातः काल, ई-खबरी जैसी संस्थाओं के साथ काम किया है। मुझे नई चीजों के बारे में जानना, लिखना बहुत पसंद हैं , साथ ही साथ मुझे गाना गाना, और नए भाषाओं को सीखना बहुत अच्छा लगता हैं, मैं अपने लोकल भाषा से बहुत प्रभावित हु जिसमे , अवधी, इंदौरी, और बुंदेलखंडी आती हैं ।

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