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Balushahi of Auraiya: औरैया के इस दुकान की बालूशाही है बहुत प्रसिद्ध, राज भवन-सीएम हाउस भी जाता है यहाँ का बालूशाही

Balushahi of Auraiya: औरैया के बालूशाही इतनी फेमस है कि लोग यहाँ दूर-दूर से खाने आते हैं। औरैया में एक मिठाई की दुकान रमाकांत स्वीट्स के नाम से है जो अपनी बालूशाही के लिए बहुत प्रसिद्ध है।

Preeti Mishra
Written By Preeti Mishra
Published on: 27 Oct 2023 12:30 PM IST (Updated on: 27 Oct 2023 12:31 PM IST)
Balushahi of Auraiya
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Balushahi of Auraiya (Image credit: social media)

Balushahi of Auraiya: बालूशाही का नाम आते ही मुंह में पानी आ जाता है। इस मिठाई को भारत के विभिन्न हिस्सों में अलग-अलग नामों से जाना जाता है, जैसे उत्तर प्रदेश और बंगाल में इसे बालूशाही के नाम से जानते हैं तो वहीँ दक्षिणभारत में इस मिठाई को बदुशा कहते हैं।

वैसे तो बालूशाही अक्सर शादी-विवाह अथवा किसी त्यौहार पर बनता है। लेकिन यूपी में कुछ शहर ऐसे हैं जो सिर्फ अपने बालूशाही के लिए बहुत प्रसिद्ध हैं। ऐसा ही एक शहर है औरैया। औरैया के बालूशाही इतनी फेमस है कि लोग यहाँ दूर-दूर से खाने आते हैं। औरैया में एक मिठाई की दुकान रमाकांत स्वीट्स के नाम से है जो अपनी बालूशाही के लिए बहुत प्रसिद्ध है। बताया जाता है कि इस दुकान की बालूशाही इतनी फेमस है कि यहाँ बड़े-बड़े राजनेता और सेलिब्रिटी इस मिठाई का स्वाद चखने आते हैं। औरैया बालूशाही अपने अनोखे स्वाद और तैयारी के लिए मनाई जाती है। यह मिठाई मैदा, घी और दही से बनाई जाती है, जिसे सुनहरा होने तक तला जाता है और फिर चीनी की चाशनी में डुबोया जाता है।


कहाँ है औरैया में रमाकांत स्वीट्स

सुभाष चौक, कानपुर रोड पर स्थित रमाकांत स्वीट्स अपने स्वादिष्ट बालूशाही के लिए बहुत प्रसिद्ध है। कहा जाता है कि यह दूकान 50 से भी ज्यादा वर्षों से पुरानी है। यह दुकान अपनी देशी घी के मिठाइयों के लिए जाना जाता है। इस दुकान की शुरुआत 1967 में रमाकांत नाम के एक शख्सियत ने की थी। आज उनके दो बेटे विकास पोरवाल और दीपक पोरवाल यह दूकान चलाते हैं। रमाकांत इस समय 80 वर्ष के हो गए हैं लेकिन फिर भी सक्रिय हैं और रोज दुकान और गोदाम का एक चक्कर जरूर लगाते हैं।

क्या-क्या है रमाकांत स्वीट्स में खास

न्यूज़ट्रैक से बात करते हुए रमाकांत के छोटे बेटे दीपक पोरवाल ने बताया कि हमारे यहाँ की बालूशाही देशी घी में बनती है। उन्होंने बताय कि औरैया में देसी घी आसानी से मिल जाता है। यहाँ के देशी घी का स्वाद भी बड़ा उच्च क्वालिटी का होता है। उन्होंने बताया कि बालूशाही को बनाने में एक अलग सी कलाकारी होती है। बालूशाही अंदर तक पूरी तरह सीकी हुई होती है। बालूशाही को अच्छे से तला जाता है। इसलिए इसका कलर भी अलग होता है। खाने में यह बिलकुल खुश्क होता है। दीपक पोरवाल ने बताया कि उनके यहाँ की बालूशाही ही नहीं, पनीर की जलेबी, देशी घी के लड्डू और देशी घी के घेवर भी बहुत पसंद किये जाते हैं। उन्होंने बताया कि उनकी दुकान का दालमोट और नमकीन भी बहुत फेमस है और यहाँ से लोग इन आइटम्स को कानपुर और लखनऊ लगभग रोज ही ले जाते हैं। दीपक पोरवाल ने बताया कि उनकी दुकान का देशी घी का समोसा बहुत स्वादिष्ट होता है और इसकी खास बात यह होती है कि गर्मी के दिनों में भी यह 4-5 दिन ख़राब नहीं होता है।


नहीं होती है रमाकांत स्वीट्स में मिठाई की बहुत ज्यादा कीमत

रमाकांत स्वीट्स के मिठाइयों की कीमत बहुत ज्यादा नहीं होती है। देशी घी की होने के बाद भी लगभग सभी मिठाइयां 500 रुपये किलो से कम की ही होती हैं। दीपक पोरवाल ने हमें कि बालूशाही की कीमत 460 रुपये प्रति किलो की होती है। स्पेशल लड्डू 400 रुपये किलो तो यहाँ की पनीर जलेबी 480 रुपये किलो मिलती है।


राजभवन, सीएम हाउस में जाती हैं रमाकांत स्वीट्स की बालूशाही

दीपक जी ने हमें बताया कि उनके यहाँ की मिठाई खासकर बालूशाही खास मौकों पर राज भवन और सीएम हाउस भी जाती है। उन्होंने बताया कि 26 जनवरी, 15 अगस्त और त्यौहार के मौकों पर उनके यहाँ की बालूशाही राज भवन जरूर जाती है। दीपक जी ने बताया कि उनकी बालूशाही का स्वाद सीएम योगी आदित्यनाथ तक चख चुके हैं। दीपक पोरवाल ने बताया कि उनके यहाँ की बालूशाही और सोन पपड़ी पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव को बहुत पसंद था। वो यहाँ आते थे तो इस दुकान की इन दोनों मिठाइयों का स्वाद जरूर लेते थे। वो यहाँ से मिठाई, नमकीन और दालमोट मंगवाते भी थे। उन्होंने बताया कि रोज कोई न कोई नेता उनकी दुकान से बालूशाही, नमकीन और दालमोट खरीद कर लखनऊ जरूर ले जाते हैं।



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Preeti Mishra

Preeti Mishra

Content Writer (Health and Tourism)

प्रीति मिश्रा, मीडिया इंडस्ट्री में 10 साल से ज्यादा का अनुभव है। डिजिटल के साथ-साथ प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में भी काम करने का तजुर्बा है। हेल्थ, लाइफस्टाइल, और टूरिज्म के साथ-साथ बिज़नेस पर भी कई वर्षों तक लिखा है। मेरा सफ़र दूरदर्शन से शुरू होकर DLA और हिंदुस्तान होते हुए न्यूजट्रैक तक पंहुचा है। मैं न्यूज़ट्रैक में ट्रेवल और टूरिज्म सेक्शन के साथ हेल्थ सेक्शन को लीड कर रही हैं।

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