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Bageshwar Dham Sarkar Mandir: चमत्कारी है बागेश्वर धाम सरकार, यहां पूरी होती है भक्तों की हर अर्जी, जानें यहां का रहस्य

Secret of Bageshwar Dham Sarkaar: बागेश्वर धाम में बालाजी महाराज का ऐसा चमत्कारिक मंदिर है, जहां भक्त अपने समस्याओं की अर्जी लगाते हैं और फिर सुनवाई होती है।

Richa Vishwadeepak Tiwari
Published on: 27 Jun 2024 11:09 AM IST
Secret of Bageshwar Dham Sarkaar
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Secret of Bageshwar Dham Sarkaar (Photos - Social Media) 

Secret of Bageshwar Dham Sarkaar : छतरपुर जिले से करीब 32 किलोमीटर दूर पन्ना रोड हाईवे पर डांग है और वहां से से 4 किमी दूर गड़ा गांव में प्राचीन हनुमान जी का मंदिर है। यह हनुमान मंदिर चमत्कारी स्थान के रूप में काफी प्रचलित हो गया है। राम भक्तों का कहना है कि यहां दर्शन और परिक्रमा करने मात्र से लोगों के बिगड़े काम पूरे जाते हैं। पिछले 9 वर्षों से यहाँ हजारों श्रद्धालु आते हैं और अपने बिगड़े काम काम ऊपरी हवा, बिघ्न बाधा और भूत-प्रेत के चक्कर आदि से निजात पाते हैं। यहां की आध्यात्मिक ऊर्जा की जानकारी पूरे देश के कोने कोने में पहुंच चुकी है।

300 साल पुराना है श्री बागेश्वर धाम मंदिर (Shri Bageshwar Dham Temple is 300 Years Old)

300 साल पुराने इस मंदिर का निर्माण ईसवी सन 1887 में बाबा श्री सेतु लाल गर्ग ने कराया था। श्री बागेश्वर धाम सरकार के दर्शन करने के बाद लहसुन, प्याज, मीट, मांस, शराब का सेवन पूरी तरह बंद करना होता है, ऐसी यहाँ की मान्यता है। भारत के कोने- कोने से हजारों की संख्या में भक्त पहुंचकर पूजा, अर्चना और परिक्रमा करते हैं।


कौन हैं बागेश्वर धाम सरकार (Who is Bageshwar Dham Sarkar?)

9 वर्ष की उम्र से श्री धीरेंद्र कृष्ण जी महाराज यहाँ हनुमान जी की भक्ति करते हैं और वह बागेश्वर धाम सरकार की सेवा में लगे हुए हैं। उनकी निष्ठा को देखकर भगवान की ऐसी कृपा हुई कि वह बाल्यावस्था से ही लोगों के दुःख-दर्द को को दूर करने लगे थे। उनपर हनुमान जी महाराज की ऐसी कृपा हुई कि इस धाम के दर्शन के लिए देश के कोने- कोने से लोग आते हैं। लगभग 9 वर्ष से श्री बागेश्वर धाम सरकार सिद्धपीठ में मंगलवार को पेशी लगाकर हनुमान जी की कृपा लोगों के दुख दूर कर रहे हैं। धीरेंद्र कृष्ण जी का कहना है जो बच्चा जी का आदेश होता है हम उसी तरह से लोगों के दुख दूर करने में सहयोग करते हैं। यहां पर आध्यात्मिक शक्ति के द्वारा लोगों की समस्याओं का समाधान किया जाता है।


ऐसे लगती है अर्जी (This Way You Apply For Arji)

बालाजी के इस धाम में मंगलवार को भक्‍तों की भीड़ उमड़ती है और लोग बालाजी के दरबार में अपनी अर्जी लगाते हैं। बागेश्‍वर धाम में पर्ची लगाने की प्रक्रिया बेहद सरल है। यहां आपको एक पर्ची पर अपनी समस्‍या लिखकर उसे लाल कपड़े में नारियल के साथ बांधकर यहां परिसर में रखना होता है। यहां पर आपको लाल, पीले और काले कपड़े में बंधे हुए नारियल मिल जाएंगे। इसके पीछे की वजह यह है कि अगर आपकी अर्जी सामान्य है तो और लाल कपड़े में नारियल बांधें, अगर शादी-विवाह से जुड़ी अर्जी है तो नारियल को पीले कपड़े में बांधें और अगर अर्जी प्रेत बाधा से जुड़ी है तो नारियल को काले कपड़े में बांधें। इसके साथ ही यह भी कहा जाता है कि अगर आप यहां आकर ऐसा नहीं कर सकते तो अपने घर पर ही पूजास्‍थल में नारियल के साथ अपनी अर्जी लगा सकते हैं। ऐसा विश्‍वास है कि घर पर लगी अर्जी भी बालाजी सुन लेते हैं।


बंदर दिखे तो अर्जी स्वीकार (If You See a Monkey, your Arje Will Be Accepted)

पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्‍त्री के अनुसार, अगर आपने श्रद्धापूर्वक अर्जी लगाई होगी तो बालाजी महाराज इसे जरूर स्वीकार करते हैं। आपकी अर्जी स्‍वीकार हुई है या नहीं इसका पता आपको सपने से चलता है। अर्जी स्वीकार हो जाने पर लगातार 2 दिन तक आपको या घर के किसी सदस्य को सपने में बंदर दिखाई देंगे। अगर सपने में केवल एक ही दिन बंदर दिखे तो समझिए कि आपकी अर्जी पहुंच चुकी है लेकिन स्वीकार नहीं हुई है। वहीं अगर सपने में बंदर न दिखे तो फिर से मंगलवार के दिन इसी प्रकिया से अर्जी लगाएं।


बागेश्वर धाम का रहस्य (Secret of Bageshwar Dham)

यहाँ की ऐसी मान्यता है की यहाँ पर 40000 शक्तियां भक्तों की निगरानी करती हैं। ऐसी आस्था है कि इस धाम में मंदिर के आसपास हनुमान जी की 46000 सेना चारों और घूमती रहती हैं और दुःखी लोगों के मन की बात गुरुजी धीरेंद्र कृष्ण जी के कानों तक पहुंचा देती हैं। और धीरेंद्र जी उनकी समस्या को भक्तों के बताने से पहले ही एक पेपर पर लिख देते हैं। फिर उसका निवारण करने के लिए पेशी वाले हाल में बुलाते हैं। धीरेंद्र कृष्ण जी का कहना है यदि भक्त ने पूरी श्रद्धा के साथ हनुमानजी की उपासना की है तो 100% उसकी समस्या का निवारण हो जाता है। पेशी के लिए अलग से टोकन की निशुल्क व्यवस्था की गई है। इस धाम में किसी प्रकार का कोई फीस नहीं ली जाती है। यहाँ गरीब अमीर सभी का नंबर बाई नंबर पेशी होती है और उनकी समस्या के निराकरण होता है।



Richa Vishwadeepak Tiwari

Richa Vishwadeepak Tiwari

Content Writer

मैं रिचा विश्वदीपक तिवारी पिछले 12 सालों से मीडिया के क्षेत्र में सक्रिय हूं। 2011 से मैंने इस क्षेत्र में काम की शुरुआत की और विभिन्न न्यूज चैनल के साथ काम करने के अलावा मैंने पीआर और सेलिब्रिटी मैनेजमेंट का काम भी किया है। साल 2019 से मैंने जर्नलिस्ट के तौर पर अपने सफर को शुरू किया। इतने सालों में मैंने डायमंड पब्लिकेशंस/गृह लक्ष्मी, फर्स्ट इंडिया/भारत 24, UT रील्स, प्रातः काल, ई-खबरी जैसी संस्थाओं के साथ काम किया है। मुझे नई चीजों के बारे में जानना, लिखना बहुत पसंद हैं , साथ ही साथ मुझे गाना गाना, और नए भाषाओं को सीखना बहुत अच्छा लगता हैं, मैं अपने लोकल भाषा से बहुत प्रभावित हु जिसमे , अवधी, इंदौरी, और बुंदेलखंडी आती हैं ।

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