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Romania Mysterious Stones: खुद ब खुद मीलों दूर सरक जाते हैं ये पत्थर, बच्चों को भी देते हैं जन्म,जानें रोमानिया के सात रहस्यमय स्थान के बारे में

Romania mysterious stones: रोमानिया के इन रहस्यमय पत्थरों को ट्रोवंत्स कहा जाता है। प्रकृति के इस अद्भुत अजूबे को देखने के लिए दुनिया भर से पर्यटक और वैज्ञानिक रोमानिया पहुंचते हैं।

Jyotsna Singh
Written By Jyotsna Singh
Published on: 14 Nov 2024 12:53 PM IST
Romania Mysterious Stones
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Romania Mysterious Stones   (photo: social media )

Romania Mysterious Stones: कई अचंभित कर देने वाले रहस्यों को समेटे रोमानिया हमेशा ही पर्यटकों की शरणस्थली रहा है।अगर आप भी एक एडवेंचरस टूर के शौकीन हैं तो रोमानिया में आपके लिए ऐसा काफी कुछ मौजूद है जो आपको नए आचम्भो से भर देगा। यहां की अजीबोगरीब प्राकृतिक संपदाओं से लेकर भूतिया रहस्यों से जुड़े पुरातात्विक स्थान देखने को मिलेंगे। जिनसे जुड़ी कई पौराणिक किदवंतियां आज भी वहां के लोगों के बीच विद्यमान हैं। इसके अतिरिक्त रोमानिया का एक छोटा-सा शहर कोस्टेस्टी अपने अजूबे पत्थरों के लिए हमेशा चर्चा का विषय बना रहता है। रोमानिया के इन रहस्यमय पत्थरों को ट्रोवंत्स कहा जाता है। प्रकृति के इस अद्भुत अजूबे को देखने के लिए दुनिया भर से पर्यटक और वैज्ञानिक रोमानिया पहुंचते हैं। रोमानियाई भाषा में ट्रोवंत्स नाम का मतलब होता है 'बढ़ते पत्थर', जो इन पत्थरों का बिलकुल सटीक विवरण है।

किस तरह के होते हैं ट्रोवेन्ट पत्थर? (What types of Trovant stones are there?)

ट्रोवेन्ट पत्थर विभिन्न आकार और प्रकार में देखे जा सकते हैं । लेकिन ज्यादातर ये चिकने और किसी पंछी के अंडे के समान दिखते हैं। कई बार पत्थर 15 फीट के भी होते हैं वहीं छोटे ट्रोवेन्ट का वाहन कुछ ग्राम का हो सकता है। लेकिन इन छोटे पत्थरों को आप धीरे धीरे बढ़ता हुआ देख सकते हैं। हथेली में समा जाने वाले ये पत्थर धीरे धीरे बड़े पत्थरों में तब्दील हो जाते हैं।


पारलौकिक ताकतों से नाता रखते हैं ये पत्थर (These stones are related to supernatural powers )

रोमानिया के इस शहर में 18वीं सदी के दौरान में जब लोगों ने पत्थरों को बड़ा रूप लेते देखा तो वो घबरा गए। जिसके उपरांत स्थानीय लोग इन्हें पारलौकिक ताकतों से भी जोड़ते रहे। वहीं लोगों को इस बात का भी भ्रम हुआ कि शायद ये सैकड़ों वर्ष पहले विलुप्त हो चुके डायनासोर के अंडे तो नहीं। फिर एलियन पॉड समझा जाने लगा जो धरती के लोगों पर नजर रखने आए थे। इस तरह से कोई भी लिविंग स्टोन्स का रहस्य नहीं समझ पा रहा था। इन्हीं आशंकाओं और भ्रमों के चलते लंबे समय तक जगह के आसपास कोई आबादी नहीं बस सकी। नेचर कम्युनिकेशन्स में द जियोलॉजिकल एंड पेलिओन्टोलॉजिकल हैरिटेज ऑफ द बुजाऊ लैंड जियोपार्क नाम से साल 2017 में प्रकाशित हुई थी, इसमें भी ये नहीं साफ हो सका कि चट्टानें आखिर क्यों आकार और जगह बदल रही हैं।


अजूबे पत्थरों को लेकर क्या है जीवाश्म विज्ञानियों की राय (What is the opinion of paleontologists regarding strange stones?)

समय के साथ आकार और जगह बदलने वाले पत्थरों को लेकर जीवाश्म विज्ञानियों का मानना है कि ये 6 मिलियन साल पुराने पत्थर हैं। जो बलुआ पत्थर यानी ग्रिटस्टोन्स से निर्मित हैं। ये चूना पत्थर के भीतर लिपटे होते हैं। इसी बात को देखते हुए वैज्ञानिकों का यह भी मत है कि, बारिश के वक्त ये पत्थर भीगकर कई मीटर तक बढ़ जाते हैं। इसका कारण इनमें मौजूद मिनरल सॉल्ट की भारी मात्रा हो सकती है, जो पानी पड़ने से आकार लेता है। हालांकि इस तर्क पर सभी वैज्ञानिकों की राए एक नहीं है। कुछ वैज्ञानिक वैली की तेज हवाओं को पत्थरों की सरकने की वजह मानते रहे। लेकिन सैकड़ों किलोग्राम तक के वजनी पत्थर मिट्टी या हवा की वजह से जगह बदलने लगेंगे ऐसा कैसे संभव है। स्पेन की कम्प्लूटेंस यूनिवर्सिटी ने शोधकर्ताओं ने माना कि वैली की मिट्टी में बहुत से माइक्रोब्स हैं, जो जमीन को चिकना बना देते हैं। इसी वजह से पत्थर सरकने लगते हैं।


पेड़ों की तरह इन पत्थरों पर दिखती हैं एज रिंग्स (Edge rings are visible on these stones like trees)

इन पत्थरों में कई आश्चर्यजनक चीजें देखने को मिलती हैं जो आमतौर पर जिंदा पेड़ों में दिखती हैं। इन पत्थरों पर अपना आकार बदलने के साथ ही एक रिंग नुमा उभार पैदा दिखाई देना शुरू हो जाता है। इन उभारों को अगर काटा जाए, तो उनके भीतर छल्लेनुमा शेप दिखता है, जो अक्सर पुराने पेड़ों के भीतर दिखाई देता है। इससे ये पता लगता है कि वे कितने पुराने हैं।

रिसर्चरों का कहना है कि हर हजार साल में ट्रोवेंट्स लगभग 1.5 से 2 इंच (4 से 5 सेंटीमीटर) बढ़ जाते हैं। पत्थर पर ये ग्रोथ बल्बनुमा होती है, यानी उसपर एक छोटा उभार हो आता है। इन्हीं उभारों को देखकर कहा जाता है कि पत्थरों से एक नया पत्थर यानी बच्चा जन्म ले रहा है।


भूकंप के बाद जमीन के भीतर से आए रिसाव से इन पत्थरों की उत्पत्ति की पुष्टि (origin of these stones was confirmed by leakage from underground after the earthquake)

अभी तक तमाम शोधों और परीक्षणों के बाद सिर्फ इतना माना गया कि ये पत्थर लगभग 5.3 मिलियन साल पहले किसी बड़े भूकंप के बाद जमीन के भीतर से आए रिसाव से बने होंगे। साल 2008 में ओस्लो में इंटरनेशनल जियोलॉजिकल कांग्रेस ने कहा कि ट्रोवेंट्स के बारे में सही जानकारी जुटाने में असक्षम रही। पत्थरों के साइज में बदलाव हो क्यों हो रहा है, क्या ये बाकी सामान्य पत्थरों से अलग हैं, इस विषय पर अब तक कोई निष्कर्ष नहीं निकल सका है।


रोमानिया के सात रहस्यमय स्थान (Romania's seven mysterious places)

रोमानिया के खूबसूरत ग्रामीण इलाकों और पहाड़ों के अलावा, रोमानिया में कुछ रहस्यमयी, डरावनी जगहें भी हैं। कथित भूत, अस्पष्टीकृत घटनाएँ, छिपे हुए खजाने, स्थानीय लोगों और किंवदंतियों के आधार पर रोमानिया में ये सारे अचंभे मौजूद हैं। आइए जानते हैं इनमें से मुख्य सात अचंभित कर देंगे वाले रहस्यों के बारे में...

यहां रोमानिया के सात ऐसे स्थानों की सूची दी गई है, जहां एडवेंचर के शौकीन लोग जाना चाहेंगे।

होइया-बासिउ वन (Hoia-Basiu Forest )

होइया -बासिउ वन जिसे रोमानिया का बरमूडा त्रिभुज भी कहा जाता है, क्लुज-नेपोका के पास स्थित है और 250 हेक्टेयर में फैला हुआ है। यह रोमानिया के सबसे डरावने स्थानों में से एक है, क्योंकि कथित तौर पर यहाँ कई असाधारण गतिविधियाँ और अस्पष्टीकृत घटनाएँ घटित हुई हैं जैसे भूत और अन्य अस्पष्टीकृत प्रेत से लेकर यूएफओ के दिखने तक की घटनाओं के लिए ये बेहद चर्चित स्थान माना जाता है।

जो लोग बरमूडा जंगल में प्रवेश कर चुके हैं, उन्होंने अक्सर मानसिक स्थिति में तेजी से हुए कई आश्चर्यजनक बदलाव से जुड़ी जानकारी दी और उनमें से कुछ ने कहा कि उन्हें ऐसा महसूस हुआ कि कोई उन्हें लगातार देख रहा है और उनका पीछा कर रहा है। स्थानीय लोग इसके बारे में किंवदंतियों के कारण जंगल में प्रवेश करने से डरते हैं, लेकिन जो लोग वापस लौटे, वे चकत्ते, मतली, उल्टी, माइग्रेन और जलन सहित शारीरिक समस्याओं के साथ लौटे। यहां की स्थानीय वनस्पति भी दिखने में विचित्र है, जिसमें अजीब आकार के पेड़ हैं। मूवी पायलट द्वारा बनाई गई रैंकिंग में पिछले साल जंगल को पृथ्वी पर पाँच सबसे अजीब जगहों में शामिल किया गया था।


चुड़ैलों का तालाब (witch's pond )

बुखारेस्ट के पास चुड़ैलों का तालाब रहस्यों और विचित्र घटनाओं से भरा हुआ है। यह बोल्डू-क्रेटेस्का वन में छिपा हुआ है और इसका व्यास केवल 5 मीटर है। ऐसा कहा जाता है कि चुड़ैलें कभी-कभी यहाँ इकट्ठा होती हैं, खासकर सैनज़ीन दिवस जैसे विशेष दिनों में रोमानिया में मध्य गर्मियों का उत्सव, और विभिन्न अनुष्ठान करती हैं। यह भी माना जाता है कि यह वह स्थान है जहाँ व्लाद द इम्पेलर की मृत्यु हुई थी। जानवर इस जगह से पानी नहीं पीते, चाहे वे कितने भी प्यासे क्यों न हों, और पानी में कोई जीव नहीं रहता। इसके अलावा, तालाब कभी नहीं बदलता, सूखता नहीं, फैलता नहीं, चाहे बारिश हो या सूखा।


मेरी कब्रिस्तान (Marie Cemetery)

रोमानिया में दुनिया के सबसे अनोखे कब्रिस्तानों में से एक है। मैरामुरस काउंटी के सपंता गांव में स्थित मेरी कब्रिस्तान अपने रंगीन क्रॉस और उन पर लिखी व्यंग्यात्मक कविताओं के कारण प्रसिद्ध हो गया। यह एक सामान्य कब्रिस्तान की तरह नहीं दिखता, यह रंगों से भरा हुआ है और एक तरह से खुशनुमा है। यह कब्रिस्तान के लिए निश्चित रूप से अजीब है, खासकर इसलिए क्योंकि रंगीन क्रॉस के साथ खूबसूरत कविताएँ भी हैं। यह रोमानिया के मुख्य पर्यटक आकर्षणों में से एक है। यह इस सूची में शामिल अन्य स्थानों की तुलना में कम डरावना है। लेकिन यह किसी तरह से डरावना भी हो सकता है।


शैतान की खाई (devil's ditch )

रोमानिया के प्रहोवा काउंटी में यह विशेष स्थान खजाने की खोज करने वालों के लिए एक आदर्श स्थान हो सकता है। डेविल्स प्रीसिपिस कोस्मिनेले कम्यून में पोयाना ट्रेइस्टी गांव से कुछ किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। ऐसा कहा जाता है कि यह बुरी आत्माओं द्वारा प्रेतबाधित है। जो कई साल पहले अपराधियों द्वारा दफनाए गए खजाने की रक्षा करती हैं। उन्होंने इस खजाने पर एक जादू कर दिया है, इसलिए कोई भी इसे नहीं खोज सकता। जो लोग खजाने की खोज करने की कोशिश कर चुके हैं, वे वहां मौजूद डरावने और भयानक जीवों के होने की जानकारी देते हैं, जिनके सिर बैल के और शरीर मानव के होते हैं। कहानियों में कहा गया है कि जिन लोगों ने खजाने को खोदने की कोशिश की है, उनमें से कुछ इस जगह पर जाने के बाद अपना दिमाग का संतुलन खो बैठे हैं, या कई दिनों तक इधर-उधर भटकते रहे और दर्जनों किलोमीटर दूर अस्तव्यस्त हालत पाए गए, सभी के शरीर पर अनगिनत खरोंचे और उनके कपड़े फटे हुए थे।


लुप्त हो जाने वाला गुगु पर्वत (Vanishing Mountain Gugu)

रोमानिया के एक और अजूबे की बात करें तो यहां गोडेनु पर्वत में गुगु पीक को गायब होने वाले पर्वत के रूप में भी जाना जाता है, क्योंकि यह दिन के उजाले में कुछ घंटों के दौरान दिखाई देना बंद हो जाता है। यह चोटी 2,291 मीटर की ऊँचाई पर स्थित है, जो कैरनसेबेस में पोयाना मारुलुई से 30 किमी से भी कम दूरी पर है। कुछ लोग कहते हैं कि यह डेसियन का पवित्र पर्वत है, क्योंकि माना जाता है कि डेसियन देवता ज़ालमोक्सिस यहीं रहते थे। पैरानॉर्मल शोधकर्ताओं का मानना है कि यह स्थान अत्यधिक ऊर्जा से भरा हुआ है। कुछ किंवदंतियों का कहना है कि डेसियलस, डेसिया के अंतिम राजा ने अपने खजाने का कुछ हिस्सा यहाँ छिपाया था।


बुसेगी पर्वत जिसे "स्वर्ग का मुँह" भी कहा जाता है (Mount Busegi, also known as the "Mouth of Heaven")

बुसेगी पहाड़ रोमानिया में पर्यटकों द्वारा सबसे ज़्यादा देखी जाने वाली जगहों में से एक हैं, क्योंकि यहाँ देश के कुछ सबसे मशहूर रिसॉर्ट हैं, जैसे कि सिनाया, बुस्टेनी और अज़ुगा। हालाँकि, जहाँ पर्यटक ताज़ी हवा और सर्दियों में बर्फ पर ढलानों में स्कीइंग के लिए आते हैं, वहीं बुसेगी पहाड़ कई किंवदंतियों और रहस्यों से भी जुड़े हुए हैं। ऐसा कहा जाता है कि बुसेगी पठार पर एक वर्ग किलोमीटर का एक ऐसा स्थान है जहाँ व्यक्ति का शरीर कभी थकता नहीं है और हर कोई अचानक तरोताज़ा हो जाता है। इसे "स्वर्ग का मुँह" भी कहा जाता है और इसका सही स्थान कभी नहीं बताया गया। एक सिद्धांत यह भी है कि पहाड़ भूमिगत दीर्घाओं के नेटवर्क द्वारा पार किया जाता है। इन दीर्घाओं के इर्द-गिर्द कई किंवदंतियाँ हैं। कुछ का कहना है कि वे गुप्त ठिकाने छिपाते हैं जिनके बारे में किसी को पता नहीं होना चाहिए।


पानी के नीचे का चर्च (underwater church)

क्लुज काउंटी के बेलिस में झील के नीचे स्थित चर्च केवल गर्म, कम वर्षा वाली गर्मियों के दौरान ही बाहर आता है। तभी चर्च के पुराने खंडहर पानी से बाहर आते हैं और दिखाई देने लगते हैं। बेलिस ट्रांसिल्वेनिया का एक गाँव है, जो गिलाऊ पर्वतों में 1,000 मीटर की ऊँचाई पर है। लोगों को यह एक वास्तविक चमत्कार लगता है कि चर्च अभी भी खड़ा है और खंडहरों को सजाने वाली कुछ पुरानी पेंटिंग्स समय के साथ बनी हुई हैं। सालों पहले, डूबने से पहले, चर्च गाँव के किसी भी हिस्से से दिखाई देता था और इसके चारों ओर घर बने हुए थे। यह इमारत निवासियों के लिए एक मील का पत्थर थी, जिन्हें पानी भर जाने पर अपने घर छोड़ने पड़े थे।



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Monika

Monika

Content Writer

पत्रकारिता के क्षेत्र में मुझे 4 सालों का अनुभव हैं. जिसमें मैंने मनोरंजन, लाइफस्टाइल से लेकर नेशनल और इंटरनेशनल ख़बरें लिखी. साथ ही साथ वायस ओवर का भी काम किया. मैंने बीए जर्नलिज्म के बाद MJMC किया है

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