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Tourist Place Hira Kund Dam: बहुत खूबसूरत है हीराकुंड बांध, जानें यहां का इतिहास
Tourist Place Hira Kund Dam : हीराकुंड भारत के ही नहीं बल्कि विश्व के सबसे बड़े बांधों में से एक है और इसके आसपास कई सारे पर्यटक स्थल भी मौजूद हैं, जहां बड़ी संख्या में पर्यटक पहुंचते हैं।
Tourist Place Hira Kund Dam : प्रकृति के करीब रहने वाले लोग अक्सर नदी, पहाड़, जंगल, झरने और घाटियों में अपना समय बिताना पसंद करते हैं। जिन्हें प्रकृति से प्रेम होता है वह इसी तरह की डेस्टिनेशन पर घूमना पसंद करते हैं। अगर आप भी प्रकृति प्रेमी है और कल कल बहता पानी आपको आकर्षित करता है तो आज हम आपको उड़ीसा के संबलपुर जिले में स्थित हीराकुंड बांध के बारे में बताते हैं, जो पर्यटकों के बीच एक शानदार पर्यटक स्थल के रूप में प्रसिद्ध है।
कब बना हीराकुंड बांध
संबलपुर के हीराकुंड बांध को आजादी के बाद बनी सरकार ने बनवाया था। पहले इस प्रोजेक्ट को सेंट्रल गवर्नमेंट ने शुरू किया था जिसे बाद में उड़ीसा सरकार ने अपने अंदर में ले लिया था। 1948 से 57 के बीच इसका निर्माण कार्य किया गया था।
बहुत प्रसिद्ध है हीराकुंड
हीराकुंड बांध विश्व के सबसे बड़े बांध और एशिया के सबसे ज्यादा पानी स्टोर करने वाले बांध के रूप में दुनिया भर में पहचाना जाता है। साल भर में यहां हजारों टूरिस्ट दिखाई देने वाले अद्भुत प्राकृतिक नजारे का आनंद लेने के लिए पहुंचते हैं। महानदी के ऊपर बनाया गया यह बांध खूबसूरत से पहाड़ और जंगलों से घिरा हुआ है।
बांध का इतिहास
हीराकुंड बांध के लिए सबसे पहले 1930 में विश्वेश्वरैया नाम के इंजीनियर ने प्रस्ताव रखा था। उड़ीसा राज्य की विद्युत की मांग को पूरा करने के लिए इस प्रस्ताव को रखा गया था। हालांकि उसे समय ब्रिटिश सरकार ने इसमें इंटरेस्ट नहीं दिखाई। देश के लिए यह बहुत जरूरी था इसलिए आजादी के पश्चात 1948 में भारत सरकार ने इस पर काम शुरू किया। यह एक बड़ा प्रोजेक्ट था और इसे पूरा करने में 8 साल का लंबा वक्त लगा। 1957 में यह बनकर पूरा हुआ और इसमें तकरीबन 100000 वर्कर्स ने अपना योगदान दिया था। जब यह पूरा हुआ तो यह 61 मीटर ऊंचा और 28 किलोमीटर लंबा था। इस डैम की बदौलत 7.5 लाख हेक्टेयर इलाके को पानी मिलता है और 307 मेगावाट बिजली उड़ीसा राज्य के लिए बनाई जाती है।
आसपास घूमने की जगह
इस बांध के आसपास घूमने के लिए कई सारी जगह मौजूद है। सबसे पहले तो 25 किलोमीटर लंबा यह बांध ही दर्शकों को अपनी और आकर्षित कर लेता है। यहां आने वाला हर व्यक्ति इस खूबसूरत से जलाशय को देखकर स्तब्ध रह जाता है।
गांधी मीनार
इस मीनार को महात्मा गांधी की याद में बनाया गया है और यह हीराकुंड जलाशय के पास में ही मौजूद है। इस मीनार को देखते हुए बड़ी संख्या में लोग यहां पर पहुंचते हैं। फोटोग्राफी के लिए यह जगह बहुत अच्छी मानी जाती है।
हुमा मंदिर
हुमा मंदिर भगवान भोलेनाथ को समर्पित किया गया एक खूबसूरत मंदिर है। यह बंद से 25 किलोमीटर की दूरी पर मौजूद है जहां पर जाकर आपको भगवान शिव के बारे में कई बातें जानने का मौका मिलेगा। यह मंदिर बहुत ही खूबसूरत तरीके से बनाया गया है।
भालू पार्क
यह हीराकुंड के पास मौजूद सबसे खूबसूरत जगह में से एक है। अगर आपको वन्य प्राणियों को देखना पसंद करते हैं तो आपके यहां पर जरूर जाना चाहिए। यहां आपको अलग-अलग नस्लों के कई भालू देखने के लिए मिल जाएंगे।
समलेश्वरी मंदिर
समलेश्वरी मंदिर देखने में बहुत ही खूबसूरत लगता है और हीराकुंड बांध से इसकी दूरी केवल 15 किलोमीटर है। यह देवी समलेश्वरी को समर्पित किया गया मंदिर है जिसे दक्षिण भारतीय शैली में तैयार किया गया है।