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MP Famous Hanuman Temple: जो डॉक्टर से नहीं हो पाता वो यहां इस मंदिर में है संभव, टूटी हुई हड्डियां जुड़ जाती है

MP Famous Hanuman Temple: मध्य प्रदेश में एक ऐसा मंदिर है, जो अपनी विशेष मान्यता के लिए जाना जाता है। इस मंदिर में सच्चे मन से आये भक्तों की हड्डियों से जुड़ी सभी बीमारी ठीक हो जाती है...

Yachana Jaiswal
Written By Yachana Jaiswal
Published on: 7 Jun 2024 4:05 PM IST
Madhya pradesh famous hanuman mandir
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Famous Hanuman Mandir in India (Pic Credit-Social Media)

MP Hanuman Mandir Details: भगवान श्री रामचंद्र के अनन्यभक्त श्री बजरंगबली जी का चमत्कारिक संकटमोचन धाम आप को भारत में कही जगह देखने को मिल सकते है। जिसमे राजस्थान का मेहंदीपुर मंदिर, सालासर बालाजी धाम, हनुमान गढ़ी, हनुमंत धार जैसे स्थान प्रमुख है। लेकिन मध्य प्रदेश में एक ऐसा मंदिर है, जो अपनी विशेष मान्यता के लिए जाना जाता है। इस मंदिर में सच्चे मन से आये भक्तों की हड्डियों से जुड़ी सभी बीमारी मंदिर धाम में कीर्तन के साथ मिलने वाली दिव्य बूटी द्वारा ठीक हो जाती हैं।

नाम: संकट से हनुमान मंदिर

लोकेशन: कटनी दमोह रोड, रीठी के पास मुहास मध्य प्रदेश

समय: यहां पर दवा हर दिन सुबह 6 से शाम 7 बजे तक होती है।

यह संकट मोचन हनुमान जी का मंदिर मध्य प्रदेश के मुहास में स्थित है, यह मंदिर फ्रैक्चर के उपचार के लिए प्रसिद्ध है। लोग इस मंदिर के उपचार पर आंख बंद करके विश्वास करते हैं, कई लोगों को इससे राहत मिलती है। बड़े बड़े हॉस्पिटल में जो दर्द का उपाय नहीं हो पाता टूटी हुए हड्डियां नहीं जुड़ पाती वो यहां आसानी से जुड़ जाती है।


मंदिर को लेकर विशेष मान्यता

मध्यप्रदेश के कटनी जिले से लगभग 35 किलोमीटर दूर मोहास गांव में हनुमान जी के प्रसिद्ध मंदिर हैं। इस मंदिर का चमत्कार जान कर आप हैरान हो जायेंगे। क्योंकि यह चमत्कार बहुत ही अद्भुत व अकल्पनीय हैं, जी हां यहां किसी अस्पताल से ज्यादा भीड़ हड्डी रोग से पीड़ित लोगों की लगती है। वैसे तो यहां से कोई भी हनुमान भक्त खाली हाथ नहीं लौटता लेकिन यहां विशेष रूप से हड्डी रोग से पीड़ित लोग आते हैं और खुशी-खुशी ठीक होकर जाते है। कई मरीज तो यहां झटके पर आते हैं, तो किसी को एम्बुलेंस में लाया जाता है। लेकिन यहां हड्डी रोग से परेशान लोगों का इलाज भगवान हनुमान की दिव्य शक्ति से स्वयं हो जाता है।

मंगलवार और शनिवार को होती है बहुत भीड़

जो भी इस मंदिर में दर्शन करता है उसकी टूटी हुई हड्डियां जुड़ जाते हैं। वैसे तो इस मंदिर में प्रतिदिन ही औषधि दी जाती है। मंगलवार तथा शनिवार को औषधि का प्रभाव अधिक होता है, इसलिए इन दो दिनों में औषधि के लिए ज्यादा भीड़ होती है। स्थानीय वासियों का कहना है कि यहां रोजाना लाखों की संख्या में लोग आते हैं और कोई भी निराश नहीं जाता है। यहां मंदिर के बाहर बनी मूर्तियों पर हड्डियों के दर्द आदि को ठीक करने के लिए तेल भी बिकते हैं।


मंदिर में दी जाती है औषधि

हनुमान जी के मंदिर में हड्डी जोड़ने वाले हनुमान जी के नाम से भी जानी जाती है। यहां मंदिर परिसर में प्रवेश करते ही पीड़ित व्यक्ति को आंख बंद करके राम-नाम का जाप करने की सलाह दी जाती है। पीड़ित व्यक्ति जैसे ही आंख बंद करके जाप करने में मगन रहता है, तब वहां के साधु और संत अपने सहयोगियों के साथ सभी को कोई दवा खिलाते हैं। जो कई तरह की जड़ी-बूटियों से मिलकर बनता है और अत: यह प्राकृतिक औषधि होती है और पीड़ित को इसे चबाकर खाना होता है। वहीं दवा खाने के बाद उन लोगों को घर जाने के लिए बोल दिया जाता है। उसके बाद औषधि के प्रभाव और हनुमान जी के आशीर्वाद से हड्डियाँ जुड़ जाती हैं।


नि:शुल्क मिलती है औषधि

हनुमान जी के मंदिर में आज तक कोई भी व्यक्ति निराश नहीं हुआ है, भगवान सबके दुख दर्द को दूर करते है। आपको बता दें कि यहां मंदिर में औषधि के लिए कोई मूल्य व कीमत नहीं दिया जाता है। यहां पर हर व्यक्ति को निशुल्क दवा खिलाई जाती है। लेकिन भक्त फिर भी अपनी श्रद्धा से दान पेटी में मंदिर के ट्रस्ट के लिए डाल देते हैं। मंदिर के बाहर दुकान में तेल भी मिलता है। मालिश के इस तेल की कीमत बहुत ही कम रखी गई है।

यह मंदिर का विश्वास प्रदेश के साथ दूसरे राज्य के लोगों के बीच भी विख्यात है। यहां पर दर्शन करने से जिंदगी के सभी दुख दूर होते है।



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Yachana Jaiswal

Yachana Jaiswal

Content Writer

I'm a dedicated content writer with a passion for crafting engaging and informative content. With 3 years of experience in the field, I specialize in creating compelling articles, blog posts, website content, and more. I can write on anything with my research skills. I have a keen eye for detail, a knack for research, and a commitment to delivering high-quality content that resonates with the audience. Author Education - I pursued my Bachelor's Degree in Journalism and Mass communication from Sri Ramswaroop Memorial University Lucknow. Presently I am pursuing master's degree in Master of science; Electronic Media from Makhanlal Chaturvedi National University of Journalism and Communication Bhopal.

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