Dulha Dev Mandir: MP में है दूल्हा देव का चमत्कारी मंदिर, यहां के जादू के आगे साइंस भी है फेल

Dulha Dev Mandir : मध्य प्रदेश में धार्मिक स्थलों की कोई कमी नहीं है और यहां के कई स्थान अपने चमत्कारों की वजह से पहचाने जाते हैं। आज हम आपको दुल्हा देव मंदिर के बारे में बताते हैं।

Richa Vishwadeepak Tiwari
Published on: 24 Jan 2024 1:45 AM GMT (Updated on: 24 Jan 2024 1:45 AM GMT)
dulha dev mandir
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dulha dev mandir (Photos - Social Media)

Dulha Dev Mandir : मध्य प्रदेश एक ऐसा राज्य है जहां घूमने फिरने के लिए एक से बढ़कर एक जगह मौजूद है। धार्मिक से लेकर ऐतिहासिक स्थल है जिनका इतिहास और चमत्कार हमेशा से ही लोगों को आकर्षित करता आया है। मध्य प्रदेश में कई धार्मिक नगरी मौजूद है जहां के चमत्कारी मंदिर अपने चमत्कार के चलते पहचाने जाते हैं। आज हम आपको एक ऐसे ही मंदिर के बारे में बताते हैं जो मध्य प्रदेश के नरसिंहपुर जिले में स्थित है। इसे दूल्हा देव दरबार और दादा दरबार के नाम से पहचाना जाता है।

हाईवे पर है मंदिर

जब भी हम किसी मंदिर या धार्मिक स्थल को देखते हैं तो वह शहर के बीचों बीच या फिर बाहर किसी ऐसी जगह पर होता है जहां लोग बड़ी संख्या में नजर आते हैं। नरसिंहपुर के दादा दरबार में भक्तों की भीड़ तो लगते ही है लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी कि यह मंदिर नेशनल हाईवे पर मौजूद है। स्थानीय लोगों के बीच यह जगह काफी प्रसिद्ध है और उनका कहना है कि यहां पर रास्ते को खुद अपना रास्ता बदलना पड़ता है। जो भी मंदिर के सामने से गुजरता है अपना शीश नवाते हुए निकलता है।

भगवान ने खुद चुनी जगह

इस दूल्हा देव मंदिर के बारे में कहा जाता है कि भगवान ने खुद अपने लिए यह जगह चुनी है। मंदिर जहां पर है वह अब नेशनल हाईवे 44 है जो पहले स्टेट हाईवे 22 हुआ करता था। लाखों लोगों की आस्था इस मंदिर से जुड़ी हुई है। जब फोरलेन की बात हुई और प्रोजेक्ट को मंजूरी मिली तब दूल्हा देव के मंदिर को यहां से हटाने के बाद भी हुई लेकिन बड़े से बड़े इंजीनियर इसकी एक ईंट भी नहीं हटा सके।

कोई नहीं हटा सका मंदिर

स्थानीय लोगों का कहना है कि जब नेशनल हाईवे बनाए जाने वाला था तब इस मंदिर को हटाने की बात की जाने लगी। लेकिन भगवान का चमत्कार ऐसा था कि अगर यहां पर जेसीबी बुलाई जाती थी तो यहां आकर काम करना बंद कर दिया करती थी। जब मशीन खराब होने लगी तो एक इंजीनियर ने खुदाई शुरू करवा दी। खुदाई से शुरू कर दी गई लेकिन मंदिर से कुछ डर निकालने पर उस इंजीनियर का एक्सीडेंट हो गया। यह सब होता देखकर उच्च अधिकारियों ने खुद दादा दरबार में अर्जी लगाई और फिर मंदिर को हटाए बिना फ्लाईओवर ब्रिज का निर्माण आसपास से किया गया। आज भी नेशनल हाईवे का बदला हुआ रास्ता इस मंदिर की वजह से साफ दिखाई देता है। लोगों का मानना है कि दादा दरबार ही पूरे हाईवे की रक्षा करते हैं और यहां से निकलने वाले लोग मंदिर में शीश नवाना नहीं भूलते।


चमत्कारी है मंदिर

दादा महाराज किस मंदिर को काफी चमत्कारी माना जाता है और लोगों का कहना है कि यहां उनकी हर मनोकामना पूरी होती है। यहां आकर अर्जुन लगाने के बाद संस्थान प्रताप की बातें करता है तो कोई यह कहता है कि पहले उनके पास कुछ नहीं था लेकिन अब भगवान की कृपा से उन्हें सब कुछ मिल गया है। यह वही जगह है जहां पर किसी की मनमानी नहीं चलती सब कुछ दादा पर निर्भर करता है।

Richa Vishwadeepak Tiwari

Richa Vishwadeepak Tiwari

Content Writer

मैं रिचा विश्वदीपक तिवारी पिछले 12 सालों से मीडिया के क्षेत्र में सक्रिय हूं। 2011 से मैंने इस क्षेत्र में काम की शुरुआत की और विभिन्न न्यूज चैनल के साथ काम करने के अलावा मैंने पीआर और सेलिब्रिटी मैनेजमेंट का काम भी किया है। साल 2019 से मैंने जर्नलिस्ट के तौर पर अपने सफर को शुरू किया। इतने सालों में मैंने डायमंड पब्लिकेशंस/गृह लक्ष्मी, फर्स्ट इंडिया/भारत 24, UT रील्स, प्रातः काल, ई-खबरी जैसी संस्थाओं के साथ काम किया है। मुझे नई चीजों के बारे में जानना, लिखना बहुत पसंद हैं , साथ ही साथ मुझे गाना गाना, और नए भाषाओं को सीखना बहुत अच्छा लगता हैं, मैं अपने लोकल भाषा से बहुत प्रभावित हु जिसमे , अवधी, इंदौरी, और बुंदेलखंडी आती हैं ।

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