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Tourist Places in MP: महाकाल मंदिर से लेकर खुजराहो तक, खूबसूरती की मिसाल हैं मध्यप्रदेश के ये 10 पर्यटन स्थल
Tourist places in MP: मध्य प्रदेश अपने पर्यटन स्थल के कारण विश्वभर में फेमस है। यहां हर साल लाखों लोग घूमने के लिए आते हैं। महाकाल मंदिर, पचमढ़ी, खजुराहो आदि जगहें मशहूर हैं।
Tourist places in MP: मध्य प्रदेश अपने पर्यटन स्थल के कारण विश्वभर में फेमस है। यहां हर साल लाखों लोग घूमने के लिए आते हैं। महाकाल मंदिर, पचमढ़ी, खजुराहो, अमरकंटक आदि कई ऐसी खूबसूरत और बेहतरीन टूरिस्ट जगहें हैं जिनका इतिहास काफी पुराना है। अगर आप भी मध्य प्रदेश घूमने की प्लान बना रहें हैं तो यहां दिए गए जगहों को भी अपनी लिस्ट में जरूर शामिल करें। मध्य प्रदेश में कई ऐसी जगहें हैं जिनका इतिहास काफी रोचक रहा है।
आइए जानते हैं मध्यप्रदेश के 10 जगहों के बारे में:
महाकालेश्वर मंदिर, उज्जैन
भगवान शिव का मंदिर महाकालेश्वर दुनियाभर में मशहूर है। यहां भगवान शिव का प्रतिमा है। जिसके दर्शन के लिए दूर दूर से लोग आते हैं।
महाकाल के भक्तों का यहां हर दिन दर्शन के लिए तांता लगा रहता है। अगर आप भी मध्य प्रदेश घूमने आए तो भगवान महाकाल का दर्शन जरूर करें।
पचमढ़ी
मध्यप्रदेश के होशंगाबाद जिले में स्थित पचमढ़ी एक बेहद ही खूबसूरत हिल स्टेशन है। दरअसल प्राकृतिक सुंदरता के कारण इस जगह को 'सतपुड़ा की रानी' के नाम से भी जाना जाता है।
चारों तरफ हरे-भरे जंगल, पहाड़ों की ऊंचाई से गिरते झरने, यहां की सुंदरता में को निखार देते हैं। यहां का सिल्वर फॉल तो देखने लायक है, जहां लगभग 350 फुट की ऊंचाई से पानी नीचे गिरता है और खास बात यह है कि यह पानी देखने में बिल्कुल दूध के समान लगता है।
खजुराहो
मध्य प्रदेश में स्थित खजुराहो अपनी कामुक नक्काशी से सजे अपने आश्चर्यजनक मंदिरों के लिए दुनिया भर में प्रसिद्ध है।
बता दें खजुराहो मध्य प्रदेश में बुंदेलखंड क्षेत्र में स्थित छोटा शहर है जो मध्ययुगीन काल में भारतीय वास्तुकला और संस्कृति का शानदार नमूना है। यहां स्थित हिंदू और जैन मंदिरों की वास्तुकला प्रेम के एक खास रूप को भी दर्शाती है।
बांधवगढ़ नेशनल पार्क
मध्य प्रदेश के सबसे खास पर्यटकों स्थलों में से एक बांधवगढ़ नेशनल पार्क भी है। यह रीवा के महाराजाओं के लिए शिकारगाह था। यह राष्ट्रीय उद्यान बाघ अभयारण्य के रूप पूरी दुनियाभर में जाना जाता है।
बांधवगढ़ नेशनल पार्क रॉयल बंगाल टाइगर्स घनत्व के लिए दुनिया भारत में फेमस है। यह उद्यान वन्यजीव वनस्पतियों के वजह से एक बहुत ही खूबसूरत या सुंदर जंगल है। आपको बता दें कि इस पार्क में स्तनधारियों की 22 से ज्यादा और अविफौना की 250 प्रजातियां पाई जाती हैं।
कान्हा नेशनल पार्क
मध्य प्रदेश के मंडला जिले में स्थित कान्हा नेशनल पार्क में राजसी प्राणी बाघ के साथ-साथ कई प्रकार के जंगली जानवरों का भी निवास स्थान है। यह पार्क 300 से अधिक प्रजातियों के साथ विभिन्न प्रकार के वन्यजीवों और कई पक्षी जीवों के लिए मशहूर है।
दरअसल इस पार्क की सबसे खास बात है कि यह मध्य प्रदेश में स्थित मध्य भारत का सबसे बड़ा राष्ट्रीय उद्यान भी है और इस उद्यान का नाम एशिया के सर्वश्रेष्ठ पार्कों की सूचि में भी शामिल है।
इस पार्क में बड़े स्तनधारियों की 22 प्रजातियां पाई जाती है और शाही बंगाल बाघ यहां का एक प्रमुख आकर्षण हैं।
भेड़ाघाट
भेड़ाघाट मध्य प्रदेश के जबलपुर में स्थित है, जो घूमने की सबसे खास जगहों में से एक है। भेड़ाघाट को इसकी संगमरमर की चट्टानों के लिए विश्वभर में जाना जाता है।
दरअसल यह छोटा सा शहर में नर्मदा के दोनों किनारों पर 100 फुट ऊंची देदीप्यमान चट्टानों के लिए दुनिया भर में प्रसिद्ध है। यहां चांदनी रात में बोटिंग करना बेहद यादगार साबित हो सकता है।
अमरकंटक
मध्य प्रदेश के प्रमुख तीर्थस्थलों में से एक अमरकंटक भी है जिसके कारण इसे "तीर्थराज" (तीर्थों का राजा) के रूप में जाना जाता है। बता दें कि अमरकंटक 1065 मीटर की ऊंचाई पर स्थित एक खूबसूरत हिल स्टेशन है, जो अपने कुछ सुंदर मंदिरों के लिए भी प्रसिद्ध है।
मध्य प्रदेश की सबसे पवित्र और बड़ी नदी नर्मदा अमरकंटक से ही निकलती है जो इस स्थान को बेहद खास बनाती है। अमरकंटक के घने जंगलों में औषधीय गुणों से भरपूर पौधे भी मौजूद हैं, जो इसे पारिस्थितिक रूप से महत्वपूर्ण बनाते हैं।
ग्वालियर महल
ग्वालियर को मध्य प्रदेश का एक ऐतिहासिक और प्रसिद्ध शहर कहा जाता है। बता दें इस शहर की स्थापना राजा सूरजसेन द्वारा की गई थी। ग्वालियर अपने किले, स्मारकों, महलों और मंदिरों के लिए विश्वभर में फेमस है।
ये शहर चारों तरफ से सुंदर पहाड़ियों और हरियाली से घिरा हुआ है, यहां जय विलास महल और सूर्य मंदिर ग्वालियर के प्रमुख पर्यटन स्थल हैं। जानकारी के लिए बता दें कि मशहूर शास्त्रीय संगीतकार तानसेन का मकबरा भी इसी शहर में स्थित है। यहां हर साल नवंबर और दिसंबर माह में चार दिवसीय तानसेन संगीत उत्सव का भी आयोजन किया जाता है।
सांची
सांची मध्य प्रदेश में बौद्ध धर्म के दर्शनीय स्थलों में से एक माना जाता है और यह भारत में सबसे पुराने पत्थर संरचनाओं के लिए प्रसिद्ध है।
सांची में स्थित बौद्ध स्मारक सांस्कृतिक रूप से समृद्ध भारत में मौजूद विशाल धरोहर का प्रतीक माना जाता है। दरअसल यहां स्थित स्तूप को मौर्य वंश के सम्राट अशोक द्वारा स्थापित किया गया था।
भीमबेटका रॉक शेल्टर
बता दें मध्य प्रदेश में स्थित भीमबेटका रॉक शेल्टर एक प्रमुख पर्यटन स्थल है, जो भारतीय उपमहाद्वीप पर मानव जीवन की शुरुआती जीवन के निशानों को दर्शाता है।
इतिहास प्रेमियों के लिए भीमबेटका खास मायने रखता है। यहां 500 से भी ज्यादा रॉक शेल्टर और एतिहासिक गुफाएं मौजूद है, जिनमें बड़ी संख्या में पेंटिंग हैं। खास बात यह है कि इनमें बने सबसे पुराने चित्रों को 30 हजार साल पुराना माना जाता है, लेकिन कुछ रिसर्च इन्हें मध्ययुगीन काल का भी बताते हैं।