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Ujjain Char Dham Mamndir : उज्जैन के इस मंदिर में करे चारो धाम की यात्रा जाने इस मंदिर का रहस्य
Ujjain Char Dham Mamndir : उज्जैन में कई सारे धार्मिक स्थल मौजूद है जो पर्यटकों के बीच आकर्षण का केंद्र बने रहते हैं। चलिए आज आपको चारधाम मंदिर के बारे में बताते हैं।
Ujjain Char Dham Mamndir : बाबा महाकाल की नगरी उज्जैन धार्मिक नगर के रूप में दुनिया भर में पहचानी जाती है। 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक श्री महाकाल का पावन धाम यहां पर मौजूद है, जो इस शहर को खास बनाता है। ज्योतिर्लिंग की नगरी होने के अलावा यह मंगल का जन्म स्थल और भगवान कृष्ण की शिक्षा स्थली भी है। उज्जैन वही स्थान है जहां से कर्क रेखा होकर गुजरती है। यहां विराजित काल भैरव मदिरापान करते हैं और माता गढ़कालिका तांत्रिकों की अधिष्ठात्री देवी कहलाती हैं 51 शक्ति पीठ में से एक मां हरसिद्धि का धाम भी यही मौजूद है।
उज्जैन में एक नहीं बल्कि अनेकों मंदिर मौजूद है। जिनकी अपनी खासियत, चमत्कार और इतिहास है। पुण्य सलिला शिप्रा के तट पर मौजूद यहां के धार्मिक स्थान पर दर्शन करने के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालु उज्जैन पहुंचते हैं। जब से यहां महाकाल लोक का निर्माण हुआ है तब से आने वाले दर्शनार्थियों की संख्या में काफी इजाफा हो गया है। अगर आप भी उज्जैन घूमने का प्लान बना रहे हैं। तो आज हम आपके यहां के एक खास मंदिर के बारे में बताते हैं। जहां आपको चारों धाम के दर्शन एक साथ हो जाएंगे। चलिए इस मंदिर के बारे में जानते हैं।
खास है चारधाम
महाकाल मंदिर के पीछे रुद्र सागर के तालाब के सामने और हरसिद्धि मंदिर के थोड़ा आगे चार धाम मंदिर मौजूद है। जहां आप एक ही बार में चारों धाम के दर्शन कर सकते हैं। जब आप इस मंदिर तक पहुंचेंगे तो कुछ पांच या छह सीढ़ियां चढ़ने के बाद आपको अपने दोनों और हरे भरे घास के दो गार्डन दिखाई देंगे। इस रास्ते से आगे बढ़ते हुए ऊपर सीढ़ियां चढ़ने पर आपके दर्शन के लिए जाने का मार्ग मिल जाएगा और अगर आप सीधे हाथ की तरफ मुड़ते हैं। तो यहां पर कुछ विद्युत चालित झांकियों का निर्माण किया गया है, जो आपको भगवान के अलग-अलग लीलाओं के दर्शन करवाएगी।
विराजित है चारों धाम
जब आप सीढियां चढ़कर ऊपर की ओर जाएंगे तो आपको चारों धाम यानी कि बद्रीनाथ, रामेश्वरम, द्वारकाधीश और जगन्नाथ पुरी के दर्शन करने को मिल जाएंगे। इस मंदिर में संगमरमर के पत्थर लगाए गए हैं जो गर्मी में भी ठंडक का एहसास देते हैं।
दिल जीत लेंगे झाकियां
भगवान के दर्शन करने के बाद अगर आप झांकियां निभाना चाहते हैं तो इसके लिए आपको ₹5 या 10 रुपए का टिकट लेना होगा। जब आप यहां अंदर पहुंचेंगे तो भगवान श्री कृष्णा उंगली पर गोवर्धन पर्वत उठाएं दिखाई देंगे। इससे आगे बढ़ने पर यहां रामायण की झांकी भी है जिसमें लक्ष्मण को मूर्छित अवस्था में श्री राम के हाथों में देखा जा सकता है। वहीं दूसरी तरफ हनुमान जी संजीवनी बूटी लाते हुए दिखाई देते हैं। जब इसके आगे निकलेंगे तो यहां पर भगवान विष्णु और उनकी पत्नी माता लक्ष्मी की झांकी बनी हुई है जहां श्री विष्णु शयन अवस्था में है और माता लक्ष्मी उनके पैर दबा रही हैं। यहां पर भगवान श्री कृष्ण की बचपन की लीला को भी दिखाया गया है। जहां वह उन्हें दूध पिलाकर कर मारने आई पुतना का वध करते दिखाई देते हैं। यहां पर एक मुनि और शिव शंकर की झांकी भी बनी हुई है।