TRENDING TAGS :

Aaj Ka Rashifal

Ujjain Mahakaleshwar Mandir: महाकालेश्वर मंदिर में ऐसे चढ़ा सकते है सभी भक्तगण शिवलिंग पर जल

Mahakal Jalabhishek Timing: महाकाल के भक्तों के लिए बड़ी खुश खबरी है, महाकाल मंदिर परिसर में अब जल चढ़ाने का परमिशन दे दिया गया है।

Yachana Jaiswal
Written By Yachana Jaiswal
Published on: 3 May 2024 7:52 PM IST
Ujjain Mahakal Jalabhishek
X

Mahakaleshwar Jyotirling (Pic Credit -Social Media)

Ujjain Mahakal Jalabhishek Timing: भारत में ज्योतिर्लिंग की मान्यता उच्च व श्रेष्ठ है। भारत में कुल 12 ज्योतिर्लिंग है, यह ज्योतिर्लिंग भगवान शिव को समर्पित है। प्रत्येक ज्योतिर्लिंग अपने दिव्यता और धार्मिक कथाओं के लिए प्रसिद्ध है। यह सनातनियों के बीच तीर्थस्थल के रूप में विख्यात है। भगवान शिव के भक्तगण शिव के पूजा के दौरान जल चढ़ाना एक मुख्य विधि मानते है। जिसे जलाभिषेक करना कहते हैं। कुछ ऐसे ज्योतिर्लिंग है जहां पर आम जनता भी आसानी से जाकर जल चढ़ा सकती है। और कुछ ज्योर्तिलिंग में ये सुविधा भक्तों को नहीं दी जाती है। कोरोना के बाद से भक्तों के जल चढ़ाने पर और पाबंदी लगा दी गई थी। उज्जैन का महाकाल ज्योतिर्लिंग भी शामिल हैं। लेकिन अब महाकाल के भक्तों के लिए बड़ी खुश खबरी है, महाकाल मंदिर परिसर में अब जल चढ़ाने का परमिशन दे दिया गया है।

महाकाल मंदिर में जल चढ़ा सकते है श्रद्धालु

उज्जैन के श्री महाकालेश्वर मंदिर के कार्तिकेय मण्डप की ओर से आने वाले भक्त श्री महाकालेश्वर भगवान को जल अर्पित कर पायेंगे। श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति द्वारा श्री महाकालेश्वर भगवान को जल अर्पित करने हेतु श्री महाकालेश्वर मंदिर के सभामंडप व कार्तिकेय मंडप में खास व्यवस्था श्रद्धालु के लिए की गई है।

लोकेशन: महांकाल मंदिर के अंदर, जयसिंहपुरा, उज्जैन, मध्य प्रदेश

समय: सुबह 3 बजे से रात के 11 बजे तक

ऐसे चढ़ा पाएंगे जल

कार्तिकेय मंडप से मंडी प्रांगण में प्रवेश करने के दौरान श्रद्धालु महाकालेश्वर मन्दिर में जल चढ़ा पाएंगे। यहां इस प्रवेश द्वार के पास में, श्रद्धालु उक्त स्थान पर लगे जल पात्र में जल अर्पित करेगे। श्रद्धालुओं द्वारा अर्पित किया जल पाइप के माध्यम से मंदिर के गर्भगृह में लगे अभिषेक पात्र के माध्यम से भगवान श्री महाकालेश्वर के ज्योतिर्लिंग को समर्पित होगा।



वैशाख व ज्येष्ठ मास में भगवान को शीतलता प्रदान करने के लिए मिट्टी के कलश(गलन्तिका) से ठंडे पानी की जलधारा प्रवाहित की जाती है। अब श्री महाकालेश्वर भगवान के भक्तों द्वारा भी उनका जलाभिषेक हो पायेगा।

महाकालेश्वर मंदिर की प्रमुखता

हिंदुओं का एक ऐतिहासिक एवं पौराणिक दिव्य तीर्थ स्थान है। इस स्थान पर हमेशा पूरे भारत के लोगों की भीड़ लगी रहती है। इस मंदिर का मुख्य आकर्षण महाकाल ज्योतिर्लिंग है। प्राचीन मंदिर का पवित्र वातावरण, जटिल वास्तुकला और श्रद्धालु उपासक एक अविस्मरणीय अनुभव बनाते हैं। यहां आने पर गहन आध्यात्मिक अनुभव मिलता है, जिससे आगंतुकों को श्रद्धा और आंतरिक शांति का एहसास होता है। आध्यात्मिक संवर्धन चाहने वालों के लिए अत्यधिक अनुशंसित किया जाता हैं।



महाकाल ज्योतिर्लिंग दर्शन करने के बाद आत्म मन में जो सुखद अनुभूति होती है उसको शब्दों में बता पाना बहुत ही मुश्किल है। यहां पर आने के बाद जो उनके चरणों की सेवा करने का अवसर मिलता है। उसको शब्दों में बता पाना असम्भव है, आपको जब भी समय मिले आप अपने परिवार के साथ में यहां पर जरूर जाइए।



\
Yachana Jaiswal

Yachana Jaiswal

Content Writer

I'm a dedicated content writer with a passion for crafting engaging and informative content. With 3 years of experience in the field, I specialize in creating compelling articles, blog posts, website content, and more. I can write on anything with my research skills. I have a keen eye for detail, a knack for research, and a commitment to delivering high-quality content that resonates with the audience. Author Education - I pursued my Bachelor's Degree in Journalism and Mass communication from Sri Ramswaroop Memorial University Lucknow. Presently I am pursuing master's degree in Master of science; Electronic Media from Makhanlal Chaturvedi National University of Journalism and Communication Bhopal.

Next Story