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Umred Karhandla Wildlife Sanctuary: नागपुर का यह वन्यजीव अभयारण्य है छुपा हुआ खजाना, आप भी जानें

Umred-Pauni-Karhandla Wildlife Sanctuary: अभयारण्य की विशेषता शुष्क पर्णपाती जंगलों और घास के मैदानों का मिश्रण है। यह विभिन्न प्रकार की वनस्पतियों और जीवों का घर है। सामान्य वृक्ष प्रजातियों में सागौन, तेंदू, बांस और बहुत कुछ शामिल हैं।

Preeti Mishra
Written By Preeti Mishra
Published on: 25 Nov 2023 8:15 AM IST (Updated on: 25 Nov 2023 8:15 AM IST)
Umred-Pauni-Karhandla Wildlife Sanctuary
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Umred-Pauni-Karhandla Wildlife Sanctuary (Image credit: social media)

Umred-Pauni-Karhandla Wildlife Sanctuary: उमरेड-पौनी-करहंडला वन्यजीव अभयारण्य को आधिकारिक तौर पर 2012 में वन्यजीव अभयारण्य घोषित किया गया था। इसे उमरेड वन्यजीव अभयारण्य, पौनी वन्यजीव अभयारण्य और करहंडला वन्यजीव अभयारण्य को मिलाकर बनाया गया था। अभयारण्य लगभग 189 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र को कवर करता है, जो इसे क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण वन्यजीव संरक्षण क्षेत्र बनाता है।

क्या है उमरेड-पौनी-करहंडला अभयारण्य की विशेषता

अभयारण्य की विशेषता शुष्क पर्णपाती जंगलों और घास के मैदानों का मिश्रण है। यह विभिन्न प्रकार की वनस्पतियों और जीवों का घर है। सामान्य वृक्ष प्रजातियों में सागौन, तेंदू, बांस और बहुत कुछ शामिल हैं। अभयारण्य अपनी समृद्ध जैव विविधता के लिए जाना जाता है, जिसमें स्तनधारियों, पक्षियों, सरीसृपों और कीड़ों की विभिन्न प्रजातियाँ शामिल हैं। उल्लेखनीय वन्यजीव प्रजातियों में बंगाल टाइगर, भारतीय तेंदुआ, भारतीय गौर (भारतीय बाइसन), सांभर हिरण, चित्तीदार हिरण, जंगली सूअर और पक्षियों की विभिन्न प्रजातियाँ शामिल हैं।

बंगाल बाघ संरक्षण के लिए है जाना जाता

उमरेड-पौनी-करहंडला वन्यजीव अभयारण्य बंगाल बाघों के संरक्षण में अपने प्रयासों के लिए पहचाना जाता है। यह इन लुप्तप्राय बड़ी बिल्लियों के लिए एक महत्वपूर्ण आवास प्रदान करता है। अभयारण्य का नाम करहंडला बांध के नाम पर रखा गया है, जो इसकी सीमाओं के भीतर स्थित है। बांध अभयारण्य में वन्यजीवों को पानी प्रदान करता है और एक महत्वपूर्ण जल स्रोत के रूप में कार्य करता है। अभयारण्य वन्यजीव प्रेमियों और प्रकृति और वन्य जीवन में रुचि रखने वाले पर्यटकों के लिए एक लोकप्रिय गंतव्य बन गया है। सफारी पर्यटन निर्दिष्ट क्षेत्रों में आयोजित किए जाते हैं, जिससे आगंतुकों को उनके प्राकृतिक आवास में वन्यजीवों को देखने का अवसर मिलता है।

कैसे पंहुचे उमरेड-पौनी-करहंडला वन्यजीव अभयारण्य

अभयारण्य नागपुर से आसानी से पहुंचा जा सकता है, जहां निकटतम प्रमुख हवाई अड्डा और रेलवे स्टेशन है। नागपुर से निकटता इसे स्थानीय और अंतर्राष्ट्रीय पर्यटकों दोनों के लिए एक सुविधाजनक स्थान बनाती है। कई वन्यजीव अभयारण्यों की तरह, उमरेड-पौनी-करहंडला वन्यजीव अभयारण्य को आवास क्षरण, मानव-वन्यजीव संघर्ष और स्थायी संरक्षण प्रथाओं की आवश्यकता जैसी चुनौतियों का सामना करना पड़ता है

उमरेड-पौनी-करहंडला वन्यजीव अभयारण्य घूमने का बेस्ट टाइम

उमरेड-पौनी-करहंडला वन्यजीव अभयारण्य की यात्रा का सबसे अच्छा समय सर्दियों और शुरुआती वसंत महीनों के दौरान होता है जब मौसम सुहावना होता है, और वन्यजीवों को देखने की अधिक संभावना होती है। नवंबर से फरवरी उमरेड-पौनी-करहंडला वन्यजीव अभयारण्य की यात्रा के लिए आदर्श समय माना जाता है। मौसम ठंडा और आरामदायक होता है और तापमान लगभग 10°C से 25°C (50°F से 77°F) के बीच रहता है। सर्दियों के दौरान शुष्क मौसम वन्यजीव प्रेमियों के लिए जल स्रोतों के पास जानवरों को देखना आसान बना देता है। वसंत (मार्च से मई) भी यात्रा के लिए उपयुक्त समय है, विशेषकर मार्च और अप्रैल के दौरान। मौसम सुहावना रहता है, तापमान 15°C से 30°C (59°F से 86°F) के बीच रहता है।



Preeti Mishra

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Content Writer (Health and Tourism)

प्रीति मिश्रा, मीडिया इंडस्ट्री में 10 साल से ज्यादा का अनुभव है। डिजिटल के साथ-साथ प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में भी काम करने का तजुर्बा है। हेल्थ, लाइफस्टाइल, और टूरिज्म के साथ-साथ बिज़नेस पर भी कई वर्षों तक लिखा है। मेरा सफ़र दूरदर्शन से शुरू होकर DLA और हिंदुस्तान होते हुए न्यूजट्रैक तक पंहुचा है। मैं न्यूज़ट्रैक में ट्रेवल और टूरिज्म सेक्शन के साथ हेल्थ सेक्शन को लीड कर रही हैं।

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