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Unusual Temples In India: अनोखे हैं भारत के यह मंदिर, कहीं पूजी जाती है बाइक तो कहीं लगता है मदिरा का भोग
Unusual Temples In India: भारत में ऐसे कई मंदिर मौजूद है जो अपनी अलग और अद्भुत परंपराओं की वजह से पहचाने जाते हैं। चलिए आज कुछ ऐसे ही मंदिरों के बारे में जानते हैं।
Unusual Temples In India : भारत सदियों से अपनी परंपराओं के लिए पूरे विश्व में जाना जाता रहा है। खासतौर पर यहां के मंदिरों से जुड़ी परंपराओं के लिए भारत की पूरे विश्व में अलग ही पहचान है लेकिन कुछ मंदिर ऐसे हैं जहां की परंपरा आपको हैरानी में डाल देती हैं। आपने भी कई मंदिरों में पारंपरिक चढ़ावे चढ़ाए ही होंगे लेकिन क्या आप जानती हैं कि देश के कई मंदिरों में चढ़ावे के तौर पर कई दिलचस्प चीजों का इस्तेमाल किया जाता है?
कर्नी माता मंदिर राजस्थान (Karni Mata Temple Rajasthan)
राजस्थान में स्थित कर्नी माता मंदिर में 20,000 काले चूहे रहते हैं जिन्हें पवित्र माना जाता हैं। भक्तों द्वारा लाए गए प्रसाद और चढ़ावे को भी इन चूहों को खिलाया जाता हैं। यहां आने वाले भक्तों को चूहों के थूक से सना प्रसाद दिया जाता हैं। ऐसा लोग मानते हैं कि इस प्रसाद के सेवन से जीवन में सुख और समृद्धि आती है।
शहीद बाबा निहाल सिंह गुरुद्वारा जालंधर (Shaheed Baba Nihal Singh Gurudwara Jalandhar)
जालंधर में स्थित शहीद बाबा निहाल सिंह गुरुद्वारे को लोग ‘हवाई जहाज गुरुद्वारे’ के तौर पर भी जानते हैं। दरअसल यहां आने वाले श्रद्धालु खिलौने वाले हवाई जहाज को चढ़ावे के तौर पर इस्तेमाल करते हैं क्योंकि उनका मानना है कि इस चढ़ावे को चढ़ाने से उनके वीजा अप्रूवल में परेशानी नहीं आती है और उनका विदेश जाने का सपना पूरा होता है।
काल भैरव नाथ मंदिर उज्जैन (Kaal Bhairav Nath Temple Ujjain)
उज्जैन शहर के प्रमुख देवताओं में शुमार काल भैरव नाथ पर रोज वाइन की बोतलें चढ़ाई जाती हैं। आपको जानकर हैरानी होगी कि यहां आने वाले भक्तों को प्रसाद के तौर पर भी वाइन की बोतलें मिलती हैं। मंदिर के बाहर पूरे साल अलग-अलग तरह की वाइन की दुकानें खुली रहती हैं इस मंदिर का निर्माण मराठा काल में हुआ था।
पनाकला नरसिम्हा मंदिर आंध्र प्रदेश (Panakala Narasimha Temple Andhra Pradesh)
आंध्र प्रदेश के इस मंदिर में भगवान विष्णु की एक प्रतिमा नरसिंह के अवतार में स्थित हैं प्राचीन परंपरा के तहत इस प्रतिमा के मुंह में गुड़ का पानी भरा जाता हैं और ऐसा माना जाता हैं कि पेट भर जाने की स्थिति में मूर्ति के मुंह से आधा पानी बाहर आने लगता हैं और इसी पानी को फिर श्रद्धालुओं में प्रसाद के तौर पर बांटा जाता है।
बुलेट बाबा मंदिर (Bullet Baba Temple)
इस मंदिर का नाम ‘ओम बन्ना धाम’ है। लेकिन लोग इसे बुलेट बाबा मंदिर के नाम से भी जानते हैं। दरअसल करीबन 30 साल पहले इस गांव में ठाकुर जोग सिंह राठौड़ के बेटे ओम सिंह राठौड़ की एक सड़क दुर्घटना में मौत हो गई थी। ये मंदिर क उन्हीं ओम सिंह के नाम पर रखा गया है।बताया जाता है जब ओम सिंह राठौड़ की सड़क हादसे में मृत्यु हो गई थी, तब पुलिस ने बाइक और उनके शव को कब्जे में ले लिया था। लेकिन घटना के दूसरे दिन पुलिस ने देखा कि थाने में बाइक है ही नहीं। इसके बाद जब बाइक तलाश की गई, तो बाइक वही मिली जहां ये हादसा हुआ था। बाइक को फिर से थाने लाया गया, लेकिन ये घटना उस रात फिर से हुई। लेकिन जो हुआ उसे देख हर कोई हैरान रह गया। पुलिस ने देखा कि रात में बाइक अपने आप शुरू हो गई और हादसे की जगह जाकर रुक गई। इस घटना के बाद पुलिस ने परिवार वालों को बाइक दे दी।