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UP Famous Shiva Temple: इस सावन यूपी के इन शिव मंदिरों में जरूर करें दर्शन, पूरी होगी हर मनोकामना
UP Famous Shiva Temple : उत्तर प्रदेश पर्यटन के हिसाब से बहुत ही खूबसूरत राज्य है। चलिए यहां के कुछ खूबसूरत शिव मंदिरों के बारे में जानते हैं।
UP Famous Shiva Temple : उत्तर प्रदेश भारत का सबसे बड़ा राज्य और क्षेत्रफल की दृष्टि के आधार पर चौथा सबसे बड़ा राज्य है। लखनऊ प्रदेश की प्रशासनिक व विधायिक राजधानी है और प्रयागराज न्यायिक राजधानी है। उत्तर प्रदेश अपनी ऐतिहासिक और सांस्कृतिक विरासत के लिए प्रसिद्ध है। इसके अलावा इस शहर में तमाम मशहूर मंदिर भी हैं। आज हम आपको यूपी के टॉप शिव मंदिरों के बारे में बता रहे हैं, जहां भक्तों की सभी मुरादें पूरी होती हैं।
वाराणसी का काशी विश्वनाथ मंदिर (Kashi Vishwanath Temple of Varanasi)
काशी विश्वनाथ मंदिर वाराणसी उत्तर प्रदेश ही नहीं, देश के प्रमुख मंदिरों में से एक है। देश के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक काशी विश्वनाथ मंदिर में सालों भर लोग गंगा नदी से पानी भरकर भगवान विश्वनाथ पर चढ़ाते हैं। काशी विश्वनाथ कॉरिडोर बनने के बाद से तो यहां पर आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है।
मनकामेश्वर मंदिर प्रयागराज (Mankameshwar Temple of Prayagraj)
प्रयागराज में सरस्वती घाट के पास यमुना नदी के तट पर स्थित मनकामेश्वर मंदिर में भी सावन में भक्तों का जमावड़ा लगता है। यहां पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ हर रोज जुटती है। विशेष रूप से सोमवार और नवरात्रि के दौरान भी तीर्थयात्रियों की भारी भीड़ देखी जाती है। यहां पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु संगम तट से जल लेकर भगवान शिव को चढ़ाते हैं।
छोटी काशी लखीमपुर (Chhoti Kashi Lakhimpur)
गोकर्णनाथ छोटी काशी के नाम से भी प्रसिद्ध है। मान्यता है कि त्रेता युग में राम से युद्ध के समय रावण ने अपनी तपस्या से भगवान शिव को प्रसन्न किया, ताकि वह युद्ध जीत सके। शिवजी ने शिवलिंग का आकार लेकर रावण को लंका में शिवलिंग स्थापित करने का निर्देश दिया। इसके लिए भगवान शिव ने एक शर्त रखी कि शिवलिंग को बीच में कहीं पर भी नीचे नहीं रखना है। लेकिन रास्ते में रावण ने एक गड़रिये को शिवलिंग पकड़ने को कहा।
गढ़ मुक्तेश्वर धाम हापुड़ (Garh Mukteshwar Dham Hapur)
यूपी के हापुड़ जिले में गढ़ मुक्तेश्वर गंगा नदी के किनारे बसा क्षेत्र है। मुक्तेश्वर शिव मंदिर और प्राचीन शिवलिंग कारखंडेश्वर यहीं स्थित है। गढ़मुक्तेश्वर में भगवान शिव ने परशुराम से मंदिर की स्थापना कराई थी। उस समय गढ़मुक्तेश्वर खांडवी वन के नाम से जाना जाता था। शिव मंदिर की स्थापना और बल्लभ संप्रदाय का प्रमुख केंद्र होने के कारण इसका नाम शिवबल्लभपुर पड़ा, जिसका वर्णन शिवपुराण में मिलता है।
नागेश्वर नाथ मंदिर अयोध्या (Nageshwar Nath Temple Ayodhya)
अयोध्या में राम की पैड़ी में स्थित नागेश्वर नाथ मंदिर में सावन मास के मौके पर बड़ी संख्या में कांवड़िए पहुंचते हैं। इस मंदिर की स्थापना महाराजा कुश के करवाए जाने की कहानी है। यहां की शिव बारात काफी लोकप्रिय है।
लोधेश्वर महादेव मंदिर बाराबंकी (Lodheshwar Mahadev Temple Barabanki)
बाराबंकी के रामनगर स्थित लोधेश्वर महादेव मंदिर का फाल्गुनी मेले में हर साल कानपुर और बिठुर से गंगाजल लेकर लोग यहां पहुंचते हैं। मंदिर के बाद कहा जाता है कि इसकी स्थापना पांडवों ने अज्ञातवास के दौरान इसकी स्थापना की थी। यहां पर भी सावन में भारी संख्या में कांवड़िए जल चढ़ाने आते हैं।