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Vaishno Devi Facilities: वैष्णो देवी धाम के करना है दर्शन, इन सुविधाओं का उठाएं लाभ, जानें यहां

Vaishno Devi Rent And Facilities: वैष्णो देवी धाम के दर्शन करने हर साल बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचते हैं। चलिए आपको इस मंदिर के बारे में बताते हैं।

Richa Vishwadeepak Tiwari
Published on: 6 May 2024 4:06 PM IST
Vaishno Devi Rent And Facilities
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Vaishno Devi Rent And Facilities (Photos - Social Media) 

Vaishno Devi Rent And Facilities : माता वैष्णो देवी मंदिर, हिन्दू मान्यता अनुसार, माँ आदिशक्ति दुर्गा स्वरूप माँ वैष्णो देवी जिन्हे त्रिकुटा और वैष्णवी नाम से भी जाना जाता है, देवी को समर्पित मुख्य पवित्रतम हिन्दू मंदिरों में से एक है, जो भारत केेे जम्मू और कश्मीर के जम्मू सम्भाग में त्रिकुट पर्वत पर स्थित है। इस धार्मिक स्थल की आराध्य देवी, वैष्णो देवी को सामान्यतः माता रानी, वैष्णवी, दुर्गा तथा शेरावाली माता जैसे अनेक नामो से भी जाना जाता है। यहा पर आदिशक्ति स्वरूप महालक्ष्मी, महाकाली तथा महासरस्वती पिंडी रूप मे त्रेता युग से एक गुफा मे विराजमान है और माता वैष्णो देवी स्वयं यहां पर अपने शाश्वत निराकार रूप मे विराजमान है। वेद पुराणो के हिसाब से ये मंदिर 108 शक्ति पीठ मे भी शामिल है। यहां पर लोग 14 किमी की चढ़ाई करके भवन तक पहुँचते है। घोड़ा, पिठु, पालकी, हेलिकॉप्टर, ट्राम रोपवे जैसी अनेक सुविधाए यहाँ पर उपलब्ध है। यहा पर पहुँचने के लिए मुख्य दो साधन है - रेलवे और रोडवे जिसमे से जादातार लोग रेलवे अर्थार्थ ट्रेन से आना पसंद करते है। यहा का रेलवे स्टेशन श्री माता वैष्णो देवी कटरा पूरे भारत से जुड़ा हुआ है।

उपलब्ध है ये चीजें

वैष्णोदेवी का मंदिर या भवन, कटरा से 13.5 किमी की दूरी पर स्थित है, जो कि जम्मू जिले में जम्मू शहर से लगभग 50 किमी दूर स्थित एक कस्बा है। मंदिर तक जाने की यात्रा इसी कस्बे से शुरू होती है। कटरा से पर्वत पर चढ़ाई करने हेतु पदयात्रा के अलावा, मंदिर तक जाने के लिए पालकियाँ, खच्चर तथा विद्युत-चालित वाहन भी मौजूद होते हैं। इसके अलावा कटरा से साँझीछत, जोकि भवन से 1.5 किमी दूर अवस्थित है, तक जाने हेतु हेलीकॉप्टर सेवा भी मौजूद है। कटरा नगर, जम्मू से सड़कमार्ग द्वारा जुड़ा है। पूर्वतः रेलवे की मदद से केवल जम्मू तक पहुंच पाना संभव था, परन्तु वर्ष 2014 में कटरा को जम्मू-बारामूला रेलमार्ग से श्री माता वैष्णो देवी कटरा रेलवे स्टेशन के ज़रिए जोड़ दिया गया, जिसके बाद सीधे कटरा तक रेलमार्ग द्वारा पहुँच पाना संभव है। गर्मियों में तीर्थयात्रियों की संख्या में अचानक वृद्धि के मद्देनज़र अक्सर रेलवे द्वारा प्रतिवर्ष दिल्ली से कटरा के लिए विशेष ट्रेनें भी चलाई जाती हैं।

Vaishno Devi


ऐसी है मान्यता

मान्यता है कि माता वैष्णो देवी ने त्रेता युग में माता पार्वती, सरस्वती और लक्ष्मी के रूप में मानव जाति के कल्याण के लिए एक सुंदर राजकुमारी का अवतार लिया था। उन्होंने त्रिकुटा पर्वत पर तपस्या की थी। बाद में उनका शरीर तीन दिव्य ऊर्जाओं महाकाली, महालक्ष्मी और महासरस्वती के सूक्ष्म रूप में विलीन हो गया।

Vaishno Devi


इन सुविधाओं का उठाएं लाभ

हेलीकॉप्टर किराया - अगर आपको कटरा से वैष्णो देवी धाम का हेलीकॉप्टर से जाना है तो उसके लिए 1830 रुपए प्रति व्यक्ति किराया लगता है।

बैटरी कार - अगर आप बैटरी कर से जाना चाहते हैं तो अर्ध कुंवारी से भवन तक 354 रुपए प्रति व्यक्ति लगता है और भवन से अर्ध कुमारी तक 236 रुपए किराया लिया जाता है।

पालकी का किराया - पालकी यात्रा करने के लिए कटरा से अर्धकुमारी तक 1750 रुपए, कटरा से भवन और भैरव बाबा के लिए 4500 रुपए, भवन से भैरव बाबा के लिए ₹1000 और भवन से कटरा तक के 3650 रुपए लगते हैं।

घोड़े से यात्रा - अगर आप घोड़े की सहायता से सवारी करते हैं तो बाणगंगा से अर्धकुंवारी के 650 रुपए लगते हैं। सांझी छत से भवन तक 350 रुपए, भवन से भैरों बाबा तक 450, भवन से बाणगंगा और भैरव बाबा 1650 रुपए, भैरव बाबा से बाणगंगा 1250 रुपए लगेंगे।

रोप वे से यात्रा - अगर आप रोप वे भवन और भैरों बाबा आना जाना करना है तो 100 रुपए प्रति व्यक्ति किराया लगेगा।



Richa Vishwadeepak Tiwari

Richa Vishwadeepak Tiwari

Content Writer

मैं रिचा विश्वदीपक तिवारी पिछले 12 सालों से मीडिया के क्षेत्र में सक्रिय हूं। 2011 से मैंने इस क्षेत्र में काम की शुरुआत की और विभिन्न न्यूज चैनल के साथ काम करने के अलावा मैंने पीआर और सेलिब्रिटी मैनेजमेंट का काम भी किया है। साल 2019 से मैंने जर्नलिस्ट के तौर पर अपने सफर को शुरू किया। इतने सालों में मैंने डायमंड पब्लिकेशंस/गृह लक्ष्मी, फर्स्ट इंडिया/भारत 24, UT रील्स, प्रातः काल, ई-खबरी जैसी संस्थाओं के साथ काम किया है। मुझे नई चीजों के बारे में जानना, लिखना बहुत पसंद हैं , साथ ही साथ मुझे गाना गाना, और नए भाषाओं को सीखना बहुत अच्छा लगता हैं, मैं अपने लोकल भाषा से बहुत प्रभावित हु जिसमे , अवधी, इंदौरी, और बुंदेलखंडी आती हैं ।

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