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Varanasi Famous Panipuri: 1991 से बनारस में फेमस है ये स्वादिष्ट पानीपुरी, पत्तों पर की जाती है सर्व

Varanasi Famous Panipuri Ki Dukan: बनारस एक धार्मिक नगरी है। यहां पर कई सारे धार्मिक स्थल मौजूद है। चलिए यहां की फेमस पानीपुरी के बारे में जानते हैं।

Richa Vishwadeepak Tiwari
Published on: 17 March 2024 12:45 PM IST
Varanasi famous Panipuri
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Varanasi famous Panipuri (Photos - Social Media) 

Varanasi famous Panipuri : वाराणसी, जिसे काशी और बनारस भी कहा जाता है, भारत के उत्तर प्रदेश राज्य में गंगा नदी के तट पर स्थित एक प्राचीन नगर है। हिन्दू धर्म में यह एक अतयन्त महत्त्वपूर्ण तीर्थ स्थल है और बौद्ध व जैन धर्मों का भी एक तीर्थ है। हिन्दू मान्यता में इसे "अविमुक्त क्षेत्र" कहा जाता है। वाराणसी संसार के प्राचीन बसे शहरों में से एक है। काशी नरेश वाराणसी शहर के मुख्य सांस्कृतिक संरक्षक एवं सभी धार्मिक क्रिया-कलापों के अभिन्न अंग हैं। वाराणसी की संस्कृति का गंगा नदी एवं इसके धार्मिक महत्त्व से अटूट रिश्ता है। ये शहर सहस्रों वर्षों से भारत का, विशेषकर उत्तर भारत का सांस्कृतिक एवं धार्मिक केन्द्र रहा है। हिन्दुस्तानी शास्त्रीय संगीत का बनारस घराना वाराणसी में ही जन्मा एवं विकसित हुआ है।

क्यों प्रसिद्ध है वाराणसी

वाराणसी की संस्कृति का गंगा नदी, श्री कशी विश्वनाथ मन्दिर एवं इसके धार्मिक महत्त्व से अटूट रिश्ता है। ये शहर सहस्रों वर्षों से भारत का, विशेषकर उत्तर भारत का सांस्कृतिक एवं धार्मिक केन्द्र रहा है। चलिए आज हम आपको यहां के एक प्रसिद्ध पानीपुरी स्टॉल के बारे में बताते हैं।

Varanasi famous Panipuri

1991 से प्रसिद्ध है पानीपुरी

बनारस में 1991 से पानीपुरी का एक ठेला संचालित किया जा रह है। अब कोई भी सोचेगा कि भला पानी पुरी के ठेले में ऐसा क्या खास है क्योंकि यह तो लगभग हर शहर में ढेर सारे होते हैं। लेकिन बनारस की इस पानीपुरी का स्वाद थोड़ा निराला है। यहां जो पुरी तैयार की जाती है वो रवे से बनी होती है। ये खाने में बहुत क्रिस्पी लगती है।

डाले जाते हैं छोले

हम जब पानीपुरी खाते हैं तो पुरी के अंदर आलू का मसाला डाला जाता है। लेकिन जब आप यहां पर पानीपुरी खाएंगे तो उसके अंदर छोले डले रहते हैं। इसमें आलू का उपयोग नहीं होता ये मसालेदार छोले बहुत ही स्वादिष्ट लगते हैं।

पत्ते पर मिलती है पानीपुरी

यहां की एक खासियत ये भी है कि यहां पानीपुरी कागज के दोने या प्लेट्स में नहीं बल्कि पत्ते पर सर्व की जाती है। ये खासियत ही लोगों को बहुत पसंद आती है।

नाम - राजवंश गिरी

पता - सोनारपुरा, झीर सागर के सामने

टाइम - 4 बजे से 9 बजे तक

कीमत - 10 रूपये में 5 गोलगप्पे



Richa Vishwadeepak Tiwari

Richa Vishwadeepak Tiwari

Content Writer

मैं रिचा विश्वदीपक तिवारी पिछले 12 सालों से मीडिया के क्षेत्र में सक्रिय हूं। 2011 से मैंने इस क्षेत्र में काम की शुरुआत की और विभिन्न न्यूज चैनल के साथ काम करने के अलावा मैंने पीआर और सेलिब्रिटी मैनेजमेंट का काम भी किया है। साल 2019 से मैंने जर्नलिस्ट के तौर पर अपने सफर को शुरू किया। इतने सालों में मैंने डायमंड पब्लिकेशंस/गृह लक्ष्मी, फर्स्ट इंडिया/भारत 24, UT रील्स, प्रातः काल, ई-खबरी जैसी संस्थाओं के साथ काम किया है। मुझे नई चीजों के बारे में जानना, लिखना बहुत पसंद हैं , साथ ही साथ मुझे गाना गाना, और नए भाषाओं को सीखना बहुत अच्छा लगता हैं, मैं अपने लोकल भाषा से बहुत प्रभावित हु जिसमे , अवधी, इंदौरी, और बुंदेलखंडी आती हैं ।

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