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Varanasi Famous Ram Mandir: काशी का ऐसा बैंक जहां राम नाम पर मिलता है लोन
Varanasi Ram Ramapati Bank: वाराणसी में महादेव की महिमा से जुड़ी कई मंदिरों के बारे में सुना होगा, लेकिन यहां हम आपको काशी के एक अद्भुत बैंक के बारे में बताने जा रहे है।
Ram Ramapati Bank Details: वाराणसी जिसे महादेव की नगरी के नाम से जाना जाता है। यहां पर महादेव की कथाओं से जुड़ी कई मंदिरों के बारे मे आपने सुना होगा। लेकिन यहां पर हम आपको एक ऐसे बैंक के बारे में बताने जा रहे है, जो अपने आप में एक इकलौता बैंक है। यह बैंक राम के नाम से जाना जाता है। चलिए हम आपको इस बैंक की खासियत बताते है। जिसके बारे में जानने के लिए अब आप भी उत्सुक होगें।
राम नाम से चलता है यह बैंक(Ram Ramapati Bank)
हम जिस बैंक के बारे में बात करने जा रहे है, यह बैंक राम नाम से चलता है। इस अनोखे बैंक के अस्तित्व में आए आज नौ दशक के ऊपर हो चुका है। यहां 1 लाख से ज्यादा लोगों ने अपने खाते खोले हैं। लेकिन जो बात इस बैंक को अलग बनाती है, वह यह है कि यहां लेनदेन नकद में नहीं होता है। इस आध्यात्मिक बैंक द्वारा उधार दिए गए कागज पर लाल स्याही से 'राम' लिखा होता है। ऋणी को यहां पर बैंक से लोन लेने के बाद राम जी के नाम का अनुसरण करना होता है।
नाम: राम रमापति बैंक
लोकेशन - डी5/35, त्रिपुरा भैरवी रोड, दशाश्वमेध, वाराणसी, उत्तर प्रदेश
समय – सुबह के 8 बजे से रात के 8 बजे तक
ऐसे मिलता है यहां पर ऋण
इस बैंक की शुरुआत दास चन्नूलालजी ने 1927 में एक परिवार और मित्र के रूप में की थी। इसमें कागज पर उकेरे गए 19,22,62,75 से भी ज्यादा 'राम' नाम का चित्रण है। बैंक के संस्थापक के परपोते, सुमित मेहरोत्रा बताते है कि, “हमारी संस्था में, लोग अपनी प्रार्थनाओं का उत्तर पाने के लिए अपने खाते खोलते हैं। हम खाताधारकों को 1,25,000 बार भगवान राम का नाम लिखने के लिए मुफ्त में कागज के बंडल, पेन और लाल स्याही प्रदान करते हैं जिसके बाद ऋण चुकाया हुआ माना जाता है। अंकित कागजात बैंक में जमा राशि के रूप में इस उम्मीद में रखे जाते हैं कि व्यक्ति की प्रार्थनाओं का उत्तर दिया जाएगा। आपको बता दें कि सुमित मेहरोत्रा, बैंक के लिए काम करने वाले परिवार की पांचवीं पीढ़ी हैं।
बैंक से लोन के लिए यह है नियम और कानून
राम रमापति बैंक में कुछ नियम और शर्तें हैं जिनका पालन करना आवश्यक है। खाताधारक के रूप में साइन अप करने से पहले लोगों द्वारा सहमति दी जाती है। सबसे महत्वपूर्ण शर्त ऋण स्वीकृत होने की तारीख से आठ महीने और 10 दिनों के भीतर पवित्र लेखन को जमा करना है। अन्य शर्तों में राम नाम लिखने से पहले स्नान करना, भगवान राम का नाम लिखने की पूरी अवधि के दौरान मांसाहारी भोजन, प्याज और लहसुन का त्याग करना शामिल है। उनके ग्राहक भारत, ब्रिटेन, अमेरिका, कनाडा, वेस्ट इंडीज और दुबई से भी जुड़े हुए हैं।
आम बैंकों जैसे होते हुए भी है अलग
राम रमापति बैंक नियमित बैंकों के समान है जिसमें सुरक्षित जमा राशि का अपनी हिस्सेदारी का अच्छी तरह से रखरखाव किया हुआ खाता दिया जाता है। एक अकाउंटेंट होता है। यह बैंक एक खाताधारक को पैसा नहीं बल्कि भगवान राम के नाम पर ऋण देता है। य़ह बात इसकी खासियत है। व्यक्ति सवा लाख बार राम नाम लिखकर कागज वापस कर देता है।