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Vip Village of Bihar: बिना आधार कार्ड गांव में 'नो एंट्री' नहीं तो पड़ जाएंगे लाठी-डंडे
Vip Village of Bihar: बिहार के एक गांव में बाहरी लोगों को एंट्री के लिए आधार कार्ड दिखाना जरूरी है। आखिर इस गांव में इतनी सिक्योरिटी क्यों है चलिए जानते है..
Vip Village of Bihar Nalanda: जैसे वर्तमान में लोगों को एक देश से दूसरे देश में जाने के लिए सरकारी दस्तावेज और कागजात लेकर जाना जरूरी होता है। जिसे समय समय पर वहा पर सुरक्षा की दृष्टि से वहां पर देखाना पड़ता है। यह वहां पर जरूरी है, ठीक उसी तरह बिहार के एक जिले में ऐसा गांव है, जो दूसरों के प्रवेश पर कई प्रतिबंध भी लगाता है। अगर आपको यहां आना है तो आपको आधार कार्ड रक्षा बेहद जरूरी होता है।
बिहार का अनोखा गांव
यह गांव नवादा जिले का सुंदरा गांव है, जहां पर बाहरी लोगों को एंट्री लेने के लिए आधार कार्ड दिखाना बेहद जरूरी है। क्योंकि, बिना आधार कार्ड दिखाए किसी भी अजनबी लोगों के प्रवेश पर इस गांव में बैन है। गांव वालों का ये फैसला दिलचस्प होने के साथ ही काफी चौंकाने वाला भी है। आपको पता है इसके पीछे एक कहानी है। ये कोई फरमान या कोई सरकारी आदेश नहीं है। बल्कि गांववालों ने ख़ुद ही नियम बनाया है, जिसके मुताबिक़ हर रोज़ गांववालों की एक टीम गांव के बाहर पहरा देती है.. ताकि किसी के घर में चोरी ना हो.
इसलिए है गांव में सुरक्षा
दरअसल सुंदरा गांव में एक बार चोरी की घटना हुई थी, इसके बाद से फैसला लिया गया कि बिना आधार कार्ड के कोई भी दूसरे शहर का व्यक्ति गांव में प्रवेश नहीं कर सकता है। अगर कोई जबरदस्ती घुसने की कोशिश करता है तो उसे लोग पकड़ कर पीटने और मरने लगते है या फिर सीधे पुलिस के हवाले कर देते हैं। इसके अतिरिक्त गांव वालों ने अपने इस पहल को पूरा करने के लिए दिन-रात कोई न कोई गांव के सीमा पर पहरा देने के लिए खड़ा रखते हैं।
हाथों में लाठी-डडें टॉर्च सुरक्षा के लिए
3 सितंबर की रात को इस गांव के बसंत कुमार नाम के शख्स के घर चोरी हुई थी। इसके बाद गांव वालो के बीच दर का माहौल था। उन्होंने तब एक बैठक की जिसमें फैसला लिया गया कि वो खुद ही गांव की सुरक्षा की जिम्मेदारी उठाएंगे। इसके लिए उन्होंने अनजान लोगों के लिए आधार कार्ड दिखाने का फैसला लिया है। इस आइडिया को अच्छी तरह से धरातल पर उतरने के लिए स्थानीय लोगों ने रात में भी गांव के बाहरी इलाके में घूम-घूमकर पहरा देने का काम शुरू कर दिया हैं। गली, मोहल्ले, चौराहे, खलिहान में लोग रात के अंधेरे में भी गश्त करते हैं। हर किसी के हाथों में मोबाइल,टॉर्च और लाठी-डंडा रात में गशती लगाने के दौरान जरूर होता है।