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Sabse Amir Desh: बहुत छोटा है ये देश, लेकिन अमीरी में उतना ही बड़ा, जानिए इसकी कहानी
Richest Country Brunei Darussalam: ब्रुनेई, जो क्षेत्रफल में सिक्किम से भी छोटा है, गरीब नागरिकों को मुफ्त में जमीन और घर देने के लिए प्रसिद्ध है।
Sabse Amir Desh Brunei (फोटो साभार- सोशल मीडिया)
Worlds Richest Country Brunei History: दुनिया में कई ऐसे देश हैं जो अपनी अनूठी नीतियों और समृद्धि के कारण चर्चा में रहते हैं। लेकिन एक छोटा-सा मुस्लिम देश, जो भौगोलिक दृष्टि से सिक्किम (Sikkim) से भी छोटा है, लेकिन अपनी दरियादिली और समाजवादी सोच के कारण दुनियाभर में प्रसिद्ध और दुनिया के सबसे अमीर देशों में गिना जाता है। यह देश है ब्रुनेई दारुस्सलाम (Brunei Darussalam)। यह दक्षिण पूर्व एशिया का एक छोटा लेकिन समृद्ध देश है। यह देश अपनी समृद्ध अर्थव्यवस्था, इस्लामी संस्कृति और प्राकृतिक सौंदर्य के लिए प्रसिद्ध है।
ब्रुनेई का शाब्दिक अर्थ है "शांति का निवास" और यह नाम देश के इस्लामी शासन और शांतिपूर्ण वातावरण को दर्शाता है। ब्रुनेई की सरकार अपनी विशेष नीतियों के तहत गरीब नागरिकों को मुफ्त में जमीन और घर उपलब्ध कराती है, जिससे यहां सामाजिक असमानता काफी हद तक नियंत्रित रहती है। यही नहीं, प्राकृतिक संसाधनों, विशेष रूप से तेल और गैस भंडार की प्रचुरता के कारण यह देश दुनिया के सबसे अमीर देशों में गिना जाता है। अपनी आर्थिक समृद्धि, सामाजिक कल्याण योजनाओं और सांस्कृतिक धरोहरों के कारण ब्रुनेई दारुस्सलाम वैश्विक स्तर पर एक विशिष्ट पहचान रखता है।
ब्रुनेई दारुस्सलाम का इतिहास (Brunei Ka Itihas In Hindi)
(फोटो साभार- सोशल मीडिया)
ब्रुनेई (Brunei) का इतिहास समृद्ध और गौरवशाली रहा है। 14वीं और 15वीं शताब्दी में यह एक शक्तिशाली साम्राज्य था, जिसने बोर्नियो द्वीप और फिलीपींस के कुछ हिस्सों पर शासन किया था। 16वीं शताब्दी में यूरोपीय शक्तियों, विशेष रूप से पुर्तगालियों, स्पेनियों और डचों के आगमन के कारण ब्रुनेई का प्रभाव कम होने लगा। 19वीं शताब्दी में ब्रुनेई ने ब्रिटेन के साथ एक संधि की, जिससे यह ब्रिटिश संरक्षण में आ गया। 1984 में ब्रुनेई को पूर्ण स्वतंत्रता प्राप्त हुई और तब से यह देश एक संप्रभु राष्ट्र के रूप में उभरा।
भौगोलिक स्थिति और जलवायु (Brunei Geographical Position And Climate)
ब्रुनेई दक्षिण पूर्व एशिया में स्थित है और यह बोर्नियो द्वीप के उत्तर-पश्चिमी तट पर फैला हुआ है। यह देश दक्षिण चीन सागर से घिरा हुआ है और केवल मलेशिया के सरावाक राज्य के साथ इसकी स्थलीय सीमा है। ब्रुनेई दो भागों में विभाजित है, जिन्हें तेम्बुरोंग जिला अलग करता है।
इस देश का क्षेत्रफल लगभग 5,765 वर्ग किलोमीटर (Brunei Tatal Area) है, जो इसे विश्व के छोटे देशों में से एक बनाता है। ब्रुनेई की जलवायु उष्णकटिबंधीय वर्षावन प्रकार की है, जहाँ पूरे वर्ष गरमी और आर्द्रता बनी रहती है। औसतन तापमान 24 से 32 डिग्री सेल्सियस के बीच रहता है।
राजनीतिक प्रणाली
ब्रुनेई एक संवैधानिक सल्तनत (Constitutional Monarchy) है, जहाँ सुल्तान का शासन होता है। वर्तमान में सुल्तान हसनल बोल्किया (Brunei Sultan Hassanal Bolkiah) देश के प्रमुख हैं, जो दुनिया के सबसे लंबे समय तक शासन करने वाले सम्राटों में से एक हैं। सुल्तान देश के प्रधानमंत्री, रक्षा मंत्री और वित्त मंत्री भी हैं, जिससे यह स्पष्ट होता है कि सत्ता पूरी तरह से उनके हाथों में केंद्रित है।
ब्रुनेई में कोई प्रत्यक्ष लोकतांत्रिक प्रणाली नहीं है और देश इस्लामी शरीयत कानून के अनुसार चलता है। सरकार सामाजिक और आर्थिक विकास के लिए विभिन्न योजनाएँ चलाती है और देश की जनता को कई प्रकार की सुविधाएँ प्रदान करती है।
सुल्तान हसनल बोल्कैया का भव्य पैलेस
(फोटो साभार- सोशल मीडिया)
ब्रुनेई के सुल्तान हसनल बोल्कैया (Hassanal Bolkiah) दुनिया के सबसे धनी व्यक्तियों में गिने जाते हैं। उनकी कुल संपत्ति लगभग 30 बिलियन डॉलर (2.61 लाख करोड़ रुपये) से भी अधिक आंकी जाती है। सुल्तान के शाही वैभव का अंदाजा उनके भव्य निवास इस्ताना नुरुल ईमान पैलेस (Istana Nurul Iman Palace) से लगाया जा सकता है, जिसे गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स (Guinness Book of World Records) ने दुनिया का सबसे बड़ा आवासीय महल घोषित किया है। यह विशाल महल 20 लाख वर्ग फीट के क्षेत्र में फैला हुआ है और इसकी भव्यता इसे दुनिया के सबसे शानदार महलों में शामिल करती है।
सुल्तान हसनल बोल्कैया का जीवन अत्यधिक विलासिता से भरा हुआ है। उनके पास लगभग 7000 लग्जरी कारों का एक अनोखा संग्रह है, जिसमें दुनिया की सबसे महंगी और दुर्लभ कारें शामिल हैं। इसके अलावा, उनके पास कई प्राइवेट जेट भी हैं, जो उनके असाधारण जीवनशैली को दर्शाते हैं।
इस्ताना नुरुल ईमान पैलेस (Istana Nurul Iman Palace), जिसे 1984 में बनाया गया था, अपनी भव्यता और निर्माण की उत्कृष्टता के लिए प्रसिद्ध है। उस समय इसकी लागत लगभग 50 अरब रुपये थी। इस महल की सबसे खास बात इसका 22 कैरेट सोने से बना गुंबद है, जो इसकी शाही भव्यता को और बढ़ाता है। इसमें 1700 कमरे, 250 से अधिक टॉयलेट और पांच विशाल स्विमिंग पूल मौजूद हैं। इसके अलावा, महल के विशाल पार्किंग क्षेत्र में एक साथ 200 से अधिक गाड़ियां खड़ी करने की सुविधा है।
छोटा देश, बड़ी अमीरी
(फोटो साभार- सोशल मीडिया)
ब्रुनेई दक्षिण पूर्व एशिया में स्थित एक छोटा-सा देश है, जो पूरी तरह से बोर्नियो द्वीप पर स्थित है। इसका कुल क्षेत्रफल मात्र 5,765 वर्ग किलोमीटर है, जो कि भारत के एक छोटे से राज्य सिक्किम (7,096 वर्ग किलोमीटर) से भी कम है। लेकिन आर्थिक रूप से, ब्रुनेई बेहद समृद्ध देश है और यहाँ प्रति व्यक्ति आय (Per Capita Income) बहुत अधिक है। यह देश मुख्य रूप से अपनी तेल और गैस की अपार संपदा के कारण अमीर है।
ब्रुनेई की कुल आबादी लगभग 4.5 लाख (Brunei Total Population) है, और यहाँ की सरकार इस्लामी कानून (Sharia Law) के अनुसार चलती है। यह देश अपने नागरिकों को कई प्रकार की सुविधाएँ मुफ्त में देता है, जिनमें शिक्षा, स्वास्थ्य सेवाएँ और घर जैसी सुविधाएँ शामिल हैं।
ब्रुनेई की अमीरी का रहस्य (Secret Of Brunei's Wealth)
ब्रुनेई एक तेल और प्राकृतिक गैस से समृद्ध देश है। यहाँ की अर्थव्यवस्था मुख्य रूप से पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस के निर्यात पर आधारित है। ब्रुनेई की सरकार अपनी तेल से होने वाली आय का बड़ा हिस्सा नागरिकों की भलाई में खर्च करती है, जिससे यहाँ लोगों को बहुत सारी सुविधाएँ मुफ्त में मिलती हैं।
ब्रुनेई के अमीरी के मुख्य कारण (Brunei Ki Ameeri Ki Vajah)
• तेल और गैस के बड़े भंडार: ब्रुनेई के पास बड़े पैमाने पर कच्चे तेल और प्राकृतिक गैस के भंडार हैं, जो इसकी अर्थव्यवस्था को मजबूती देते हैं। इसका अधिकांश निर्यात जापान, दक्षिण कोरिया और अन्य एशियाई देशों में होता है।
• कर-मुक्त अर्थव्यवस्था: ब्रुनेई में नागरिकों को किसी भी प्रकार का आयकर नहीं देना पड़ता। सरकार को जो राजस्व मिलता है, वह मुख्य रूप से तेल और गैस से आता है।
• शिक्षा और स्वास्थ्य मुफ्त: यहाँ के नागरिकों को मुफ्त शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाएँ प्रदान की जाती हैं। यहाँ तक कि विदेशों में पढ़ने के लिए सरकार स्कॉलरशिप भी देती है।
• कम आबादी, अधिक संसाधन: ब्रुनेई की आबादी केवल 4.5 लाख के आसपास है, जबकि देश के पास अरबों डॉलर की संपत्ति है। कम जनसंख्या होने के कारण सरकार को हर व्यक्ति पर ज्यादा खर्च करने की सुविधा मिलती है।
• सुल्तान की उदार नीति: ब्रुनेई के सुल्तान, हसनल बोल्किया, दुनिया के सबसे अमीर राजाओं में से एक हैं। वे अपने देशवासियों को उच्च जीवन स्तर देने में विश्वास रखते हैं और इसी कारण से वे कई सरकारी योजनाओं के तहत नागरिकों को मुफ्त सुविधाएँ देते हैं।
सिंगापुर के बाद दूसरी सबसे ऊँची प्रति व्यक्ति आय वाला देश
अगर प्रति व्यक्ति आय की तुलना की जाए, तो ब्रुनेई भारत से काफी आगे है। ब्रुनेई की प्रति व्यक्ति आय भारत की तुलना में लगभग 15 गुना अधिक है। 2022 के आंकड़ों के अनुसार, ब्रुनेई में प्रति व्यक्ति आय लगभग 35,000 अमेरिकी डॉलर है, जबकि भारत में यह मात्र 2,393 अमेरिकी डॉलर के करीब है। इस लिहाज से, ब्रुनेई दक्षिण पूर्व एशिया में सिंगापुर के बाद दूसरी सबसे ऊँची प्रति व्यक्ति आय वाला देश है।
ब्रुनेई की फ्री हाउसिंग स्कीम
(फोटो साभार- सोशल मीडिया)
ब्रुनेई की सरकार अपने नागरिकों को मुफ्त में जमीन और घर देने की योजना चलाती है, जिसे राष्ट्रीय आवास योजना (National Housing Scheme - RPN) कहा जाता है। इस योजना का मुख्य उद्देश्य यह है कि ब्रुनेई में कोई भी नागरिक बेघर न रहे और हर किसी के पास सम्मानजनक रहने की जगह हो। इस योजना के तहत सरकार गरीब और मध्यमवर्गीय नागरिकों को मुफ्त में या बहुत ही कम कीमत पर घर उपलब्ध कराती है।
इस योजना के मुख्य बिंदु
• फ्री हाउसिंग और जमीन: सरकार गरीब परिवारों को बिना किसी शुल्क के घर और जमीन प्रदान करती है। जो लोग थोड़े सक्षम होते हैं, उन्हें नाममात्र की कीमत पर घर दिया जाता है।
• कम ब्याज दर पर होम लोन: सरकार गरीब और मध्यमवर्गीय नागरिकों को बहुत ही कम ब्याज दर पर लोन देती है, जिससे वे आसानी से घर खरीद सकते हैं। लोन चुकाने की प्रक्रिया भी काफी सरल होती है।
• संपूर्ण सुविधाएँ: इन घरों में बिजली, पानी, सड़कें, अस्पताल, स्कूल और अन्य सुविधाएँ सरकार द्वारा दी जाती हैं। यहाँ तक कि लोगों को रोजगार के अवसर भी उपलब्ध कराए जाते हैं ताकि वे आत्मनिर्भर बन सकें।
• स्थायी नागरिकों को प्राथमिकता: ब्रुनेई की यह योजना केवल स्थायी नागरिकों के लिए उपलब्ध है। प्रवासियों को यह सुविधा नहीं दी जाती है।
क्या भारत में भी ऐसा संभव है?
भारत एक विशाल और विविधतापूर्ण देश है, जहाँ हर राज्य की आर्थिक स्थिति अलग-अलग है। हालाँकि, केंद्र और राज्य सरकारें कई योजनाएँ चलाती हैं, लेकिन ब्रुनेई जैसी "फ्री हाउसिंग" योजना को लागू करने के लिए संसाधनों का सही तरीके से प्रबंधन करना होगा। यदि भारत अपनी प्राकृतिक संपदा और औद्योगिक विकास का सही उपयोग करे, तो वह भी अपने नागरिकों को ब्रुनेई की तरह मुफ्त घर और बेहतर जीवन दे सकता है।