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लखनऊ के कुर्तों की दीवानी हैं एक्ट्रेस अनुजा, विराट कोहली की हैं फैन
लखनऊ: बाजीराव मस्तानी और कई मराठी फिल्मों और टीवी सीरियल में काम कर चुकीं अनुजा साठे पहली बार नवाबों के शहर लखनऊ आईं। वो अपने नए सीरियल तमन्ना में धरा की भूमिका निभा रही हैं। उन्होंने newztrack.com को बताया कि उन्हें लखनवी कुर्ते बहुत पसंद हैं। अगर वो कभी फुर्सत में लखनऊ आईं तो वो यहां से हाथ की बनी चीजें खरीदना पसंद करेंगी। उन्हें अच्छा लगा की यहां के लोग तम्मना सीरियल को पसंद कर रहे हैं।
सात महीने बाद हुईं सिलेक्ट
-अनुजा साठे ने बताया कि धरा का किरदार निभाने के लिए उन्हें काफी इंतजार करना पड़ा।
-ऑडिशन देने के सात महीने बाद उन्हें बताया गया कि वो सेलेक्ट हो गई है।
-उन्होंने बताया कि इससे पहले उन्होंने कभी क्रिकेट नहीं खेला।
-इस रोल के लिए उन्हें एक महीने तक क्रिकेट खेलने की प्रेक्टिस करनी पड़ी।
कोहली की हैं फैन
-तमन्ना की धरा को सीरियल में आने से पहले क्रिकेट बहुत पहले से पसंद था लेकिन क्रिकेट खेलने का मौका उन्हें तमन्ना सीरियल ने दिया।
-रील लाइफ में क्रिकटर की भूमिका निभा रही अनुजा साठे रियल लाइफ के क्रिकटर विराट कोहली को पसंद करती हैं।
-उन्होंने बताया की बचपन में उन्हें राहुल द्रविड़ बहुत पसंद थे।
बच्चों संग खेला क्रिकेट
-रील लाइफ की क्रिकेट प्लेयर ने लखनऊ के बच्चों के साथ भी क्रिकेट खेला।
-अनुजा ने बच्चों को क्रिकेट से रिलेटेड कुछ टिप्स भी दिए।
-टीवी के सितारों को अपने साथ खेलता देख बच्चों में काफी उत्साह भर आया।
टीआरपी में नहीं है विश्वास
-अनुजा ने बताया कि उन्हें टीआरपी में नहीं बल्कि स्टोरी में विश्वास है।
-तमन्ना के मुश्किल से 120 या 130 एपिसोड आएंगे।
-उनके हिसाब से स्टोरी जितनी है उतनी ही दिखानी चाहिए स्टोरी में पानी डाल कर बढ़ाने से स्टोरी बेकार हो जाती है।
अपनी पहचान बनाना चाहती हूं
-अनुजा साठे ने बताया की वो अपनी एक्टिंग के जरिए अपनी पहचान बनाना चाहती हूं।
-लोग ये कहे की देखो ये एक्टर कितनी अच्छी एक्टिंग करती है।
-अनुजा ने कहा कि एक समय ऐसा था कि एक साल तक मैं खाली बैठी थी और मुझे कोई काम नहीं मिला था वो टाइम मेरे लिए बहुत ही बुरा था।
-प्रतुषा की मौत के सवाल पर अनुजा ने चुप्पी साधते हुए कहा की नो कमेंट।
कोई भी सपना मरता नहीं है
-अनुजा साठे ने कहा कि किसी का भी सपना कभी मरता नहीं है।
-भले ही वो सपना कुछ जिम्मेदारियों की वजह से थोड़ा सा रुक जाए, लेकिन कभी ना कभी इंसान अपने सपनों को जरूर पूरा करता है।