TRENDING TAGS :

Aaj Ka Rashifal

बच्चों के साथ आपको भी चॉकलेट की लत तो इस रिसर्च पर भी करें विचार-विमर्श

suman
Published on: 14 Jan 2018 8:24 AM IST
बच्चों के साथ आपको भी चॉकलेट की लत तो इस रिसर्च पर भी करें  विचार-विमर्श
X

जयपुर:अगर वजन कम करने के लिए लोग जी जान लगाते हैं इसके लिए लोगों ने खाने की आदते छोड़ी होगी। खासकर चॉकलेट खाना छोड़ा होगा। ऐसा इसलिए क्योंकि ज्यादातर लोग समझते हैं कि चॉकलेट सिर्फ वजन बढ़ाती है लेकिन ऐसा जरूरी नहीं है। एक्सपर्ट्स का मानना है कि चॉकलेट न सिर्फ पतला होने में मदद करती है बल्कि कई तरीकों से शरीर को फिट भी रखती है। स्वास्थ्य से जुड़ी बीबीसी फोकस( 'BBC Focus')मैगजीन में इस बात का दवा किया गया है। इसके साथ ही इसमें चॉकलेट खाने के कई फायदे भी बताए गए हैं जिसमें कॉलेस्ट्रोल नियंत्रित रखना, ब्लड प्रेशर कंट्रोल में रखने जैसी चीजें शामिल हैं।

*एक अध्ययन में सामने आया है कि जो नियमित रूप से चॉकलेट खाते हैं वो लोग बाकियों के मुकाबले पतले होते हैं। ये 1000 लोगों पर किए एक अध्ययन में पता चला है। ऐसा देखा गया है कि जो लोग एक हफ्ते में आए दिन चॉकलेट खाते हैं वो उन लोगों के मुकाबले ज्यादा पतले होते हैं जो कभी-कभी चॉकलेट खाते हैं।

*शरीर में दो तरह के कॉलेस्ट्रोल होते हैं एक खराब और एक अच्छा। डार्क चॉकलेट में पॉलीफिनॉल नाम के तत्व होते हैं जो अच्छे कॉलेस्ट्रोल यानि गुड कॉलेस्ट्रोल को बढ़ाता है। इस तरह का कॉलेस्ट्रोल शरीर में ऊर्जा बरकरार रखने में मदद करता है।

यह पढ़ें...क्या आप भी खाते हैं खजूर,खासकर सर्दियों में तो जान लें ये बात

*चॉकलेट के 'कोकोआ' में 'फ्लेवेनॉल्स' नाम के तत्व होते हैं जो ब्लड प्रेशर कम करने में मदद करता है। फ्लेवेनॉल्स रक्त में नाइट्रस ऑक्साइड पैदा करते हैं जो जो रक्त नलियों को खोलने का काम करता है। शोधकर्ताओं ने पाया है कोकोआ खाने से ब्लड प्रेशर में कमी आती है।

*कोकोआ में फ्लेवेनॉल्स तत्व ब्लड प्रेशर को कम करते हैं जो लिवर की खराबी को भी रोकता है। हाई ब्लड प्रेशर लिवर की खराबी का बड़ा कारण होता है। रिसर्च बताती है कि डार्क चॉकलेट लिवर में रक्त संचार को बढ़ाती है।

*एक अध्ययन में सामने आया है कि चॉकलेट मेंटल पावर बढ़ाती है यानि दिमाग को ज्यादा शक्तिशाली बनाती है। यह अध्ययन 70-74 साल की उम्र के करीब 2000 लोगों पर किया गया। इसमें पाया गया कि इन्में से जो लोग चॉकलेट खाते हैं उनकी सोचने-समझने की क्षमता बेहतर होती है।



\
suman

suman

Next Story