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'छोटे सरकार' से सूबे के CM भी उलझना नहीं चाहते, जानिए ये 10 बड़ी बातें

Rishi
Published on: 17 July 2018 5:18 PM IST
छोटे सरकार से सूबे के CM भी उलझना नहीं चाहते, जानिए ये 10 बड़ी बातें
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लखनऊ : देश में राजनीति और क्राइम दूध और पानी की तरह मिल चुके हैं। आज राजनीति माफिया के लिए सबसे सुरक्षित ठिकाना है। जो पुलिस वाले पहले उनके पीछे दौड़ते थे। वो इनके जनप्रतिनिधि बन जाने के बाद इनकी हमकदम हो जाती है। हम आपके सामने ऐसे ही माफिया नेताओं के कच्चे चिट्ठे खोल रहे हैं। आज हम आपको बताएंगे बाहुबली अनंत सिंह के बारे में। बिहार में अनंत सिंह वो नाम है, जिससे सीएम भी उलझना पसंद नहीं करते।

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  1. अनंत सिंह पर ढाई दर्जन से अधिक मामले दर्ज हैं।
  2. इनमें कत्ल, अपहरण, फिरौती, डकैती और बलात्कार के मामले भी शामिल हैं।
  3. बाढ़ थाने में अनंत के खिलाफ 23 मामले दर्ज हैं।
  4. अनंत को 'छोटे सरकार' के नाम से जाना जाता है।
  5. अनंत को सीएम नीतीश कुमार का करीबी माना जाता है। नवबंर 2005 में अनंत मोकामा से जेडीयू के टिकट पर चुनाव जीता।
  6. 2005 में नीतीश कुमार ने बिहार को अपराधियों से मुक्त करने का वादा किया। सत्ता में आने के बाद नीतीश सरकार ने बिहार में 80,000 से ज्यादा अपराधियों को जेल भेजा। इनमें पूर्व सीएम लालू का करीबी शहाबुद्दीन भी शामिल था। लेकिन अनंत से दूरी ही बना कर रखी गई।
  7. 2007 में रेप और हत्या के मामले में अनंत के शामिल होने की बात सामने आई। जब एक पत्रकार ने अनंत से इस बारे में सवाल किया तो विधायक ने उसे जमकर पीटा। इस मामले में अनंत की गिरफ्तारी हुई।
  8. अनंत सिंह को अजगर पालने का शौक सनक की हद तक है। हवाई फायरिंग करना भी बाहुबली का बड़ा शौक है।
  9. 2004 में अनंत के घर पर एसटीएफ ने एनकाउंटर करने के लिए धावा बोला। अनंत को भी गोली लगी। इस एनकाउंटर में आठ गुर्गे मारे गए।
  10. इसके बाद अनंत ने अपने घर में 50 परिवारों को किराए पर रख लिया। ताकि कभी पुलिस-एसटीएफ एनकाउंटर करने आए तो ये परिवार ढाल बन सामने खड़े हो जाए।

Rishi

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आशीष शर्मा ऋषि वेब और न्यूज चैनल के मंझे हुए पत्रकार हैं। आशीष को 13 साल का अनुभव है। ऋषि ने टोटल टीवी से अपनी पत्रकारीय पारी की शुरुआत की। इसके बाद वे साधना टीवी, टीवी 100 जैसे टीवी संस्थानों में रहे। इसके बाद वे न्यूज़ पोर्टल पर्दाफाश, द न्यूज़ में स्टेट हेड के पद पर कार्यरत थे। निर्मल बाबा, राधे मां और गोपाल कांडा पर की गई इनकी स्टोरीज ने काफी चर्चा बटोरी। यूपी में बसपा सरकार के दौरान हुए पैकफेड, ओटी घोटाला को ब्रेक कर चुके हैं। अफ़्रीकी खूनी हीरों से जुडी बड़ी खबर भी आम आदमी के सामने लाए हैं। यूपी की जेलों में चलने वाले माफिया गिरोहों पर की गयी उनकी ख़बर को काफी सराहा गया। कापी एडिटिंग और रिपोर्टिंग में दक्ष ऋषि अपनी विशेष शैली के लिए जाने जाते हैं।

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