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प्रेत काल में उत्सव मनाना होता है शुभ,12 बजे केक काटना बना देगा आपको दुर्भाग्यशाली

suman
Published on: 31 Oct 2018 3:55 AM GMT
प्रेत काल में उत्सव मनाना होता है शुभ,12 बजे केक काटना बना देगा आपको दुर्भाग्यशाली
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जयपुर:जन्मदिन पर लोग अब एक रस्म ले आए हैं कि हर किसी को रात के 12 बजे बधाई देते हैं। यह रिवाज हवा की तरह फैल गया है जबकि पहले ऐसा नहीं था। लोगों में होड़ सी रहती है कि वह जन्मदिन के दिन 12 बजे सबसे पहले बधाई दें। साथ ही लोग 12 बजे जन्मदिन का जश्न मनाते हैं और केक काटते हैं। पर क्या आप जानते हैं यह जन्मदिन वाले व्यक्ति के लिए अशुभ होता है। 12 बजे केट काटना आपके लिए जानलेवा हो सकता है।

रात 12 बजे शुभकामनाएं देने और जन्मदिन मनाने को भारतीय शास्त्र गलत मानता है। श्रीमद भागवत गीता महापुराण अनुसार 'निशीथ' रात्रि के एक कल्पित पुत्र का नाम है। निशीथ को रात्रि दोष के तीन पुत्रों में से एक पुत्र बताया गया है। इसी कारण रात्रि में जन्मदिन मनाना शुभ नहीं है। निशीथ का अर्थ है आधी रात से माना जाता है। निशीथ काल रात्रि का 12 बजे से रात 3 बजे के बीच का समय माना जाता है। इसे अर्ध रात्रि काल भी कहा जाता है। अर्ध रात्रि काल बुरी शक्तियों के लिए विख्यात है। शास्त्रों के अनुसार यह समय बुरी शक्तियों, भूत, पिशाच का काल होता है। इस दौरान उत्सव या जन्मदिन मनाना पिशाचों को न्यौता देने जैसा है।

12 बजे काली शक्ति अधिक प्रबल हो जाती हैं। हम जहां रहते हैं वहां कई ऐसी शक्तियां होती हैं, जो हमें दिखाई नहीं देतीं। पर ये होती हैं और हम पर बुरा प्रभाव भी डालती हैं। जिससे हमें शारीरिक और मानसिक दोनों परेशानी हो सकती हैं। कुछ बुरी शक्तियां जानलेवा भी होती हैं। काला जादू करने जैसी चीजें भी इसी दौरान काम करती हैं। भारतीय ज्योतिष में अर्धरात्रि में ये बुरी शक्तियां सक्रिय हो उठती हैं। उन योगों के जातकों के जीवन पर अपना प्रतिकूल प्रभाव डाल देती हैं। जन्म के समय व्यक्ति कुण्डली में बहुत से योगों को लेकर पैदा होता है। यह योग अच्छे-बुरे दोनों होते हैं। ऐसे में अर्धरात्रि में जन्मदिन का केट काटकर आप बुरी शक्तियों को न्यौता देते हैं। ये बुरी शक्तियां आपके जीवन पर बुरा प्रभाव डाल सकती हैं। साथ इस योग में पैदा हुआ जातकों के ग्रह-नक्षत्र भी बिगड़ सकते हैं।

ज्योतिषशास्त्र अनुसार वर्षफल जातक की जन्मतिथि के अनुसार होता है। इसलिए अगर जो जातक अपना जन्मदिन 12 बजे मनाते हैं वह किसी दुर्भाग्य के शिकार बन सकते हैं। जन्मदिन की पार्टी में लोग शराब और मांस का सेवन करते हैं। ऐसे में रात के 12 बजे जन्मदिन मनाने से बचना चाहिए। रात्रि 12 बजे उत्सव मनाना और शराब पीना किसी भी तरह से शुभ नहीं माना जाता है।रात के 12 बजे प्रेतकाल में केक काटने से बुरी शक्तियां हावि हो सकती हैं। यह व्यक्ति की आयु में कमी करती हैं। रात्रि में केक काटकर उत्सव मनाना आपके लिए दुर्भाग्य ला सकता है। इसलिए जन्मदिन के दिन दिन के वक्त या भोर में जातक को बधाई देनी चाहिए। रात्रि में 12 बजे जन्मदिन का उत्सव मनाने से बचना चाहिए।

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