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Vikas Divyakirti: हे राम !..माता सीता पर ये क्या बोले विकास दिव्यकीर्ति ! ट्रेंड कर रहा #BanDrishtiIAS

Vikas Divyakirti: वायरल वीडियो में दृष्टि आईएएस के संस्थापक विकास दिव्यकीर्ति छात्रों को रामायण का एक ऐसा प्रसंग समझाते नजर आ रहे हैं, जिस पर बवाल मचा है। जानें क्या है मामला..

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Written By aman
Published on: 12 Nov 2022 10:06 AM GMT (Updated on: 12 Nov 2022 10:12 AM GMT)
dr vikas divyakirti controversial statement over lord ram and sita trollers said ban drishti ias
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डॉ. विकास दिव्यकीर्ति (Social Media) 

Vikas Divyakirti Controversy : दृष्टि आईएएस कोचिंग संस्थान के संस्थापक और संचालक डॉ. विकास दिव्यकीर्ति (Dr. Vikas Divyakirti) इन दिनों सोशल मीडिया पर ट्रोल हो रहे हैं। हालत ये है कि, सोशल मीडिया पर विकास दिव्यकीर्ति के खिलाफ कई हैशटैग ट्रेंड कर रहे हैं। उनके शिक्षण संस्थान को भी लगातार निशाना बनाया जा रहा है। ट्रोलर्स का आरोप है कि विकास दिव्यकीर्ति ने अपनी कक्षा में हिन्दुओं के आराध्य भगवान श्री राम और माता सीता का अपमान किया। जब वो भगवान राम के संदर्भ में कुछ बोल रहे थे तब क्लास में मौजूद बच्चे हंस रहे थे।

दृष्टि आईएएस के संस्थापक डॉ. विकास दिव्यकीर्ति (Dr. Vikas Divyakirti, Founder of Drishti IAS) को इन दिनों सोशल मीडिया पर बुरी तरह ट्रोल किया जा रहा है। कई हिन्दू संगठन भी उनके खिलाफ मैदान में उतर चुके हैं। सोशल मीडिया यूजर्स का कहना है कि दिव्यकीर्ति ने हिंदू भावनाओं को ठेस पहुंचाया है। रामायण में ऐसा कुछ भी नहीं लिखा है, जिसका उद्धरण दिव्यकीर्ति अपने वीडियो में करते दिख रहे हैं।

मनुस्मृति की तरह रामायण के बारे में भी गलत बातें

दरअसल, डॉ. विकास दिव्यकीर्ति एक वीडियो में छात्रों को रामायण के बारे में कुछ बता रहे हैं। इस दौरान वो हिन्दुओं के आराध्य भगवान श्री राम और माता सीता का जिक्र कर रहे हैं। जब दिव्यकीर्ति भगवान पर बोल रहे हैं तो बच्चे हंसते नजर आ रहे हैं। ट्रोलर्स का कहना है कि, मनुस्मृति की तरह रामायण के बारे में भी गलत बातें बताई जा रही हैं।

माता सीता की तुलना..मचा बवाल

विकास दिव्यकीर्ति इस वायरल वीडियो में कहते सुनाई दे रहे हैं, कि भगवान राम माता सीता से कहते हैं कि 'हे सीते अगर तुम्हें ये लगता है कि मैंने ये युद्ध तुम्हारे लिए लड़ा है तो ये तुम्हारी गलतफहमी है। मैंने ये युद्ध तुम्हारे लिए नहीं लड़ा है, मैंने ये युद्ध कुल के सम्मान के लिए लड़ा है।..रही तुम्हारी बात तो जिस तरह कुत्ते द्वारा चाटे जाने के बाद घी खाने योग्य नहीं रहता है, वैसे अब तुम मेरे योग्य नहीं हो।' दरअसल, छात्रों को संस्कृत के एक श्लोक का मतलब समझाते हुए दिव्यकीर्ति ने जो इसका अर्थ बताया उसे अपमानजनक कहा जा रहा है।

सोशल मीडिया पर खिलाफत का तूफ़ान

विकास दिव्यकीर्ति के इस वीडियो के वायरल होते ही सोशल मीडिया पर मानो खिलाफत का तूफ़ान आ गया। हिंदू संगठनों ने दिव्यकीर्ति के खिलाफ आवाज़ बुलंद कर दी। साथ ही वायरल वीडियो पर भी कई तरह के सवाल उठाए जाने लगे। साध्वी प्राची ने इस वीडियो को ट्विटर पर शेयर करते हुए लिखा, 'मैं साध्वी प्राची इस मदरसे छाप सेंटर को बैन करने की मांग करती हूं, अगर आज आप चुप बैठ गए तो कल कोई और ऐसे हिंदुत्व का अपमान करेगा। यह समय बैठने का नहीं है बल्कि आवाज उठाने का है।'

समर्थन और विरोध में हैशटैग ट्रेंड

दृष्टि आईएएस कोचिंग संस्थान के कर्ता-धर्ता डॉ. विकास दिव्यकीर्ति के इस वीडियो के वायरल होने के बाद ट्विटर पर उनके खिलाफ हैशटैग ट्रेंड करने लगे। लाखों लोगों ने #BanDrishtiIAS हैशटैग के साथ अपनी प्रतिक्रिया और टिप्पणी दी। वहीं, कुछ लोगों ने दिव्यकीर्ति का समर्थन भी किया। #BanDrishtiIAS ट्रेंड होने के बाद #ISupportDrishtiIAS भी ट्रेंड हुआ। उनके समर्थन में उतरे लोगों ने कहा, कि पूरी वीडियो देखने के बाद ही किसी को ट्रोल करना चाहिए।

कौन हैं डॉ. विकास दिव्यकीर्ति?

डॉ. विकास दिव्यकीर्ति दृष्टि आईएएस कोचिंग संस्थान के संस्थापक हैं। इन्होंने अपने करियर की शुरुआत दिल्ली यूनिवर्सिटी (DU) में बतौर टीचर की थी। वर्ष 1996 में अपने पहले ही प्रयास में विकास दिव्यकीर्ति ने UPSC की परीक्षा पास की। वो आईएएस ऑफिसर बन गए। तब उनकी तैनाती गृह मंत्रालय में हुई थी। हालांकि, मंत्रालय के काम में उनका ज्यादा मन नहीं लगा। शुरुआत से ही उनकी दिलचस्पी पढ़ने-लिखने में रही थी। इसी वजह से महज एक साल बाद ही उन्होंने अपने पद से इस्तीफा दे दिया। साल 1999 में डॉ. विकास दिव्यकीर्ति ने दृष्टि IAS नामक कोचिंग संस्थान की नींव रखी। आज उनका संस्थान देश भर में मशहूर है।

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Content Writer

अमन कुमार - बिहार से हूं। दिल्ली में पत्रकारिता की पढ़ाई और आकशवाणी से शुरू हुआ सफर जारी है। राजनीति, अर्थव्यवस्था और कोर्ट की ख़बरों में बेहद रुचि। दिल्ली के रास्ते लखनऊ में कदम आज भी बढ़ रहे। बिहार, यूपी, दिल्ली, हरियाणा सहित कई राज्यों के लिए डेस्क का अनुभव। प्रिंट, रेडियो, इलेक्ट्रॉनिक और डिजिटल मीडिया चारों प्लेटफॉर्म पर काम। फिल्म और फीचर लेखन के साथ फोटोग्राफी का शौक।

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