इस मंदिर में दर्शन करने से मिलता है वीजा, नहीं ली जाती दान-दक्षिणा

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Published on: 29 Feb 2016 9:19 AM GMT
इस मंदिर में दर्शन करने से मिलता है वीजा, नहीं ली जाती दान-दक्षिणा
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हैदराबाद: वर्ल्ड के किसी भी कोने में चले जाइए अंधविश्वासों से जुड़ी कहानी सुनने और देखने को जरूर मिल जाएगी और अगर हम बात इंडिया की करें तो यहां के क्या कहने। यहां तो अंधविश्वास और भूत-प्रेतों की अलग दुनिया ही बसती है। पूरे वर्ल्ड में अगर इसका गढ़ खोजेंगे तो आपको इंडिया में ही मिलेगा। आज आपको ऐसी मान्यता के बारे में बताने जा रहे है जो इस विचार को पूरी तरह से प्रमाणित करता नजर आएगा। यहां के एक मंदिर के बारे में मान्यता है कि अगर किसी को वीजा चाहिए तो मंदिर में बस दर्शन कर लेने से वीजा मिल जाता है। ये हैदराबाद से कुछ दूरी पर चिलकुर में बालाजी का मंदिर है। इसे वीजा मंदिर भी कहते हैं। ऐसा कहा जाता है कि बालाजी के दर्शन करने से लोगों को वीजा मिल जाता हैं।

चिलकुर बालाजी मंदिर  चिलकुर बालाजी मंदिर

वीजा के लिए लगाएं हाजिरी

चिलकुर बालाजी यहां का फेमस मंदिर है। यहां लाखों लोग लोग दूर-दूर से सिर्फ इस आस में आते हैं कि उनकी इच्छा पूरी होगी। चिलकुर बालाजी के इस मंदिर के 11 परिक्रमा करना ही हर मुश्किल का हल है। विदेश में काम करने के लिए वीजा, स्टूडेंट वीजा जो भी मनोकामना हो अगर बालाजी के सामने खुली आंखो से रखता है उसकी इच्छा पूरी होती है। जब इच्छा पूरी हो जाए तो उसके बाद मंदिर की 108 परिक्रमा करनी पड़ती है।

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दक्षिणा नहीं ली जाती

साधारणत मंदिरों में तरह-तरह के चढ़ावे और दान देने का चलन होता है, लेकिन इस मंदिर में दान-दक्षिणा नहीं लिया जाता। न ही रुपये देने का कोई चलन है। यहां बालाजी भगवान केवल नारियल से खुश हो जाते है। कुछ लोगों ने मंदिर में दर्शन मात्र से वीजा मिलने की बात कहीं, तब से ये वीजा मंदिर के नाम से फेमस है। अगर आप भी वीजा के लिए परेशान है और ऑफिसों के चक्कर लगा रहे है तो तेलांगाना के चिलकुर मंदिर में भगवान बालाजी का दर्शन जरूर करें। ये मंदिर वैसे तो हिंदुओं का है, लेकिन यहां हर धर्म के लोग आते है। मंदिर लगभग 500 साल पुराना है। यहां हर महिने 4 से 5 लाख लोग दर्शन करने आते हैं।

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