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बीजेपी का विरोध लेकिन हार्दिक के कांग्रेस समर्थन को लेकर तस्वीर साफ नहीं
अहमदाबाद: बीजेपी का विरोध ही कांग्रेस का समर्थन है, जैसा बयान देने के बाद भी गुजरात विधानसभा चुनाव में हार्दिक पटेल और कांग्रेस के बीच अब तक तस्वीर साफ नहीं हुई है जबकि गुजरात में कांग्रेस के प्रभारी अशोक गहलोत चाहते हैं कि राहुल गांधी के 24 नवंबर के दौरे के पहले कोई न कोई समझौता हो जाए।
पाटीदार नेता हार्दिक पटेल ने बुधवार को कहा कि पाटीदार समाज के हित और गुजरात हित के लिए हमारी मांग है और इस पर कांग्रेस राजी दिखाई देती है। हार्दिक ने दावा किया कि कांग्रेस सत्ता में आते ही पाटीदार आरक्षण के लिए विधानसभा में बिल लाएगी। बीजेपी की नीयत में खोट है। बीजेपी के खिलाफ लड़ना जरूरी है। ग्रेस ने हमारी कई मांगे मानी है। कांग्रेस ने आरक्षण की मांग को संवैधानिक तौर पर देने के लिए हमें भरोसा दिया है। देश के कई राज्यों में 50 फीसदी के ज्यादा आरक्षण है। ऐसे में कांग्रेस उसी तर्ज पर आरक्षण देने की बात कह रही है।
हार्दिक ने कहा कि हम बीजेपी के खिलाफ लड़ रहे हैं। बीजेपी से लड़ना ही कांग्रेस को समर्थन है। बीजेपी से हमारा संघर्ष जारी रहेगा। हार्दिक ने आरोप लगाया कि बीजेपी ने पाटीदार बाहुल्य क्षेत्र में हमारी मां बहनों का उत्पीड़न किया है। गुजराती खुद को मूर्ख साबित न होने दें। हार्दिक ने क्रांति रैली करने की बात भी कही।
हार्दिक ने कहा कि कांग्रेस अपने घोषणा पत्र में हमारी मांगों को शामिल करेगी। इसमें आरक्षण सहित सभी बातें होगी।
हार्दिक ने कहा कि बीजेपी वानले हमें ऐजेंट बुलाते हैं, हां, हम जनता के ऐजेंट हैं। ढाई साल तक मैं किसी भी पार्टी में शामिल नहीं हूं। समाज के लिए लड़ रहा हूं, व्यक्तिगत हित के लिए नहीं। हार्दिक ने दावा किया कि टिकट को लेकर कांग्रेस से कोई सौदेबाजी नहीं हुई है। कांग्रेस से कोई टिकट नहीं मांगा। हार्दिक ने कहा कि उनकी संस्था में कोई मतभेद नहीं है।
हार्दिक ने बीजेपी पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि बीजेपी हमारी संस्था के लोगों को 50-50 लाख रुपए देकर खरीदने की कोशिश कर रही है। गुजरात विधानसभा चुनाव में पहले चरण के नामांकन की तारीख खत्म हो चुकी है। हार्दिक ने अभी तक कांग्रेस को समर्थन का ऐलान नहीं किया है। जबकि 24 नवंबर को राहुल गांधी गुजरात यात्रा पर जा रहे हैं। कांग्रेस इससे पहले हार्दिक के समर्थन का ऐलान चाहती है।
सूत्रों का कहना है कांग्रेस और हार्दिक दोनों एक-दूसरे पर दबाव बनाने की कोशिश कर रहे हैं। कांग्रेस इस कोशिश में लगी है कि राहुल की यात्रा से पहले हार्दिक और कांग्रेस के बीच तस्वीर साफ हो जानी चाहिए। इसीलिए कांग्रेस इस मुद्दे को राहुल की यात्रा से 24 घंटे पहले हर हाल में हल कर लेना चाहती है।
कांग्रेस को समर्थन करने के लिए हार्दिक पटेल ने कई सारी शर्तों रखी थी। इन मांगों पर कांग्रेस नेता और हार्दिक पटेल समर्थकों के बीच कई दौर की मीटिंग हुई। इसके बाद कांग्रेस ने हार्दिक की शर्तों पर रजामंदी दी। पाटीदार अनामत आंदोलन समिति के लोग भी संतुष्ट थे। इसके बावजूद हार्दिक और कांग्रेस के बीच समझौते की तस्वीर अभी साफ नहीं हुई है।