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TIPS: बदले वर्क कल्चर में ऐसे करें खुद को फिट, लंबे सीटिंग पॉश्चर में भी नहीं होंगे अनफिट
लखनऊ: पहले और अब के वर्क कल्चर में बहुत बड़ा बदलाव देखने को मिल रहा है। लोग अब अपना अधिक समय टैक्नोलॉजी सिस्टम और पीसी में एक्सपेंड कर रहे हैं। जहां पहले क्लांइट से मीटिंग या डिस्कशंस के लिए जाना पड़ता था। वे अब वीडियो और फोन पर ही होने लगे हैं। अब के वर्क कल्चर में वॉकिंग, मूविंग पहले के मुकाबले बहुत कम हो गई है। अब लोग घंटों एक ही कुर्सी पर बैठकर अपना काम पूरा करते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं ये वर्क कल्चर हम सबके लिए नुकसानदायक है।
घंटो कुर्सी पर एक ही पोज में बैठने से कई तरीके की दिक्कतें हो सकती हैं। बैठकर लंबे समय तक काम करने से आपको सर्वाइकल, बैकपेन, बॉडी पेन हो सकता है। कई लोगों को मल्टीपलपेन की शिकायत होने लगती है तो कई लोगों का बैठने-उठने का फीचर खराब हो जाता है। आपके साथ ऐसा ना हो, इसके लिए आपको कुछ सावधानियां बरतनी बहुत जरूरी हैं।
हेड पॉजिशन सिर स्किन की सीध में इस तरह से हो कि इस पर स्ट्रेस ना पड़े। अगर सिर घुमाने में ज्यादा दिक्कत हो रही है तो आपको स्पाइन या नेक प्रॉब्लम भी हो सकती है। टाइम सेट करें। आप सीट से उठने का अपना समय तय करें। हर 25 मिनट बाद बॉडी को थोड़ा मूव करें। इस समय के बीच अपने काम पर अच्छी तरह से फोकस करें। 5 मिनट के ब्रेक के बाद वॉक करें। या फिर आंखों पर हाथ रख लें। या फिर बॉडी को हल्का सा स्ट्रेच करने की कोशिश करें।
स्टेयर्स जब भी सीट से उठकर आपको बाहर जाना हो या फिर ऊपर जाना हो तो लिफ्ट का इंतजार करने के बजाय सीढि़यों का इस्तेमाल करें। ऐसा करने से पूरी बॉडी एक्टिव रहेगा। इन टिप्स को अपनाएंगे तो आप भी लंबे समय तक बैठने से होने वाली दिक्कतों से बच सकेंगे।
स्टैंडअप अगर लंबे समय तक कंप्यूटर के आगे बैठे रहते हैं तो बीच-बीच में खड़े हो जाएं। कोशिश करें कि लंबे समय तक चेयर पर ना बैठना पड़े।अगर खड़े होना का कोई बहाना नहीं मिल रहा तो सीट पर खड़े होकर हाथ-पैरों का हल्का-फुल्का मूव कर लें। कभी कुर्सी के नीचे झुके तो कभी खड़े होकर बैठ जाएं। कम से कम फोन पर बात करते समय तो उठ ही जाएं। इतना ही नहीं, कुर्सी पर जब भी बैठे कमर एकदम सीधी करके बैठे, इससे कमर दर्द से बचाव होगा।
मूव करें अगर सीट पर कई घंटों तक काम कर रहे हैं तो बीच-बीच में पानी पीने के बहाने ही उठ जाएं। अगर कोई प्रिंट लेना है तो खुद जाकर प्रिंट लें, बजाय किसी और को ऑर्डर देने के। कोशिश करें कि आपको अधिक से अधिक मूवमेंट करनी पड़ी और चेयर से कम से कम कुछ कदम तो चलना ही पड़े। पॉसिबल हो तो फोन पर बात करने के दौरान टहले। दूसरों से बात करनी है तो कम्यूनिकेटर के बजाय सीट पर जाकर बात करें।
कंप्यूटर हाइट जब भी सीट पर बैठे या खड़े हो तो कंप्यूटर की स्क्रीन आंखों की हाइट पर होनी चाहिए। तो ऐसे में सिर्फ 10 डिग्री ही नीचे की ओर देखेंगे। अगर स्क्रीन नीचे की ओर है तो नीचे की ओर अधिक झुकना होगा, जो कि बैक और नैकपेन का कारण बन सकता है। अगर आंखों की सीध से स्क्रीन ऊपर है तो आपको ड्राई आई सिंड्रोम होने का खतरा हो सकता है।