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GRE-GMAT में छात्र ना हों कंफ्यूज, जानिए इनमें क्या हैं फर्क

priyankajoshi
Published on: 5 Sept 2016 5:39 PM IST
GRE-GMAT में छात्र ना हों कंफ्यूज, जानिए इनमें क्या हैं फर्क
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नई दिल्ली : अगर आप दुनिया के टॉप मोस्ट बिजनेस स्कूलों में एडमिशन लेने का सपना देखते हैं तो ग्रेजुएशन मैनेजमेंट एडमिशन टेस्ट (GMAT) और ग्रेजुएट रिकॉर्ड एग्जामिनेशन (GRE) के माध्यम से अपने इस ख्वाब को पूरा कर सकते हैं।

ज्यादातर छात्र ऐसे हैं जो GMAT और GRE में फर्क नहीं कर पाते। इनकी एहमियत और मान्यता को लेकर वे दुविधा में रहते हैं। ऐसे छात्रों के लिए नीचे इसका फर्क समझाया गया है।

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GMAT , GRE से हैं अलग

-दरअसल GMAT एक इंटरनेशनल लेवल का टेस्ट है जिसे देकर आप वर्ल्ड के फेमस बिजनेस स्कूलों के मैनेजमेंट कोर्सेज जैसे मास्टर ऑफ अकाउंटेंसी और मास्टर ऑफ फाइनेंस इत्यादि में एडमिशन ले सकते हैं।

-वहीं GRE एक जनरल एप्टीट्यूड टेस्ट है।

-इसके जरिए सभी पोस्ट ग्रेजुएट और पीएचडी प्रोग्राम में एडमिशन लिया जा सकता है।

-अधिकतर स्टू़डेंट्स जो विदेश से एमबीए करने के इच्छुक हैं, वे GMAT परीक्षा ही देते हैं। यह एमबीए के लिए एक स्पेशलाइज्ड टेस्ट है।

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5 साल के लिए मान्य है टेस्ट स्कोर

-GMAT को ग्रेजुएशन मैनेजमेंट एडमिशन काउंसिल (GMAC)आयोजित करती है।

-जबकि GRE का आयोजन एजुकेशनल टेस्टिंग सर्विस (ETS) करती है।

-जीमैट और जीआरई दोनों ही एक तरह से एप्टीट्यूड टेस्ट है।

-लेकिन इन दोनों परीक्षाओं की प्रकृति और सामग्री अलग-अलग होती है।

-GMAT टेस्ट का स्कोर 5 साल के लिए मान्य रहता है। इसके दुनिया भर में 600 टेस्ट सेंटर हैं।

-एक साल में 5 बार जीमैट दिया जा सकता है। इस टेस्ट में दो प्रयासों के बीच में 16 दिन का गैप होना आवश्यक है।

-जबकि GRE भी साल में अधिकतम 5 बार दे सकते है। दो प्रयासों में कम से कम 21 दिन का अंतराल आवश्यक है।

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GRE का बढ़ता चलन

-ब्रिटेन और अमेरिका में जीआरई का चलन बढ़ रहा है।

-पिछले कुछ सालों में कुछ सर्वे के अनुसार एमबीए कोर्सेज के लिए जीआरई देने वाले स्टूडेंट्स की संख्या में बढ़ोतरी हुई है।

-ब्रिटेन और अमेरिका में बड़ी संख्या में बी-स्कूल GRE में स्कोर के आधार पर ही एडमिशन दे रहे हैं।

-वैसे तो इन परीक्षाओं में सिर्फ ग्रेजुएट कैंडिडेट्स बैठ सकते हैं लेकिन विभिन्न संस्थानों का चयन का तरीका एक-दूसरे से भिन्न हो सकता है।

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साल में कभी भी दे सकते है टेस्ट

-GMAT का स्कोर 82 देशों के करीब 1600 संस्थान स्वीकार कर रहे हैं।

-भारत के 90 से ज्यादा बी-स्कूल जीमैट स्कोर के आधार पर एडमिशन देते हैं।

-GRE कंप्यूटर और पेपर-बेस्ड दोनों फॉरमेट में करवाया जाता है लेकिन भारत में यह सिर्फ कंप्यूटर बेस्ड फॉरमेट में ही होता है।

-दुनिया भर के 1200 से ज्यादा संस्थान इस टेस्ट के स्कोर को स्वीकार करते हैं।

-GMAT की तरह GRE भी साल में कभी भी दिया जा सकता है।

इस वेबसाइट पर लें जानकारी

इसके लिए कैंडिडेट्स को इस वेबसाइट www.ets.org/gre पर लॉग इन कर सकते हैं। साल में किसी भी समय इस वेबसाइट www.mba.com पर जाकर कैंडिडेट्स रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं।

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इन्होंने पत्रकारीय जीवन की शुरुआत नई दिल्ली में एनडीटीवी से की। इसके अलावा हिंदुस्तान लखनऊ में भी इटर्नशिप किया। वर्तमान में वेब पोर्टल न्यूज़ ट्रैक में दो साल से उप संपादक के पद पर कार्यरत है।

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