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हिममानव केवल किस्से कहानियों में ही न​हीं अब उनके सबूत भी मिले

किस्से कहानियों के जब सबूत मिलने लगे तो उनके बारे में अनुमान लगा पाना सरल हो जाता है। सोमवार को भारतीय सेना को हिममानव के कुछ सबूत मिलें। ना केवल बचपन में हिममानव की कहानियां सुनाई जाती हैं

Anoop Ojha
Published on: 30 April 2019 5:53 AM GMT
हिममानव केवल किस्से कहानियों में ही न​हीं अब उनके सबूत भी मिले
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नई दिल्ली: किस्से कहानियों के जब सबूत मिलने लगे तो उनके बारे में अनुमान लगा पाना सरल हो जाता है। सोमवार को भारतीय सेना को हिममानव के कुछ सबूत मिलें। ना केवल बचपन में हिममानव की कहानियां सुनाई जाती हैं बल्कि हमेशा से ही इसकी मौजूदगी को लेकर तरह-तरह के अनुमान भी लगाए जाते हैं।लेकिन अब हमारी सेना ने हमारे विछड़े हुए हिमभाईयों से मुलाकात का रास्ता आसान कर दिया है।



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आज तक हिममानव को लेकर कोई भी ठोस सबूत नहीं मिले थे। लेकिन अब भारतीय सेना ने हिममानव के होने के सबूत ट्वीटर पर शेयर किए हैं। हालांकि कई कहानियां ऐसी भी आई हैं कि लोगों ने हिममानव को देखा है, लेकिन उनके पास ये साबित करने के लिए सबूत नहीं होते थे।

‘येती’ के पैरों के निशान देखे

भारतीय सेना ने ट्विटर पर इसकी तस्वीरें शेयर करते हुए कहा है कि उनके पर्वतारोहण अभियान दल ने 9 अप्रैल को मकाबू बेस कैंप के करीब 32×15 इंच वाले रहस्यमयी हिममानव ‘येती’ के पैरों के निशान देखे हैं। इससे पहले यह मायावी स्नोमैन केवल मकालू-बरुन नैशनल पार्क में देखा गया था।

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हिममानव

दरअसल हिममानव दुनिया के सबसे रहस्यमयी प्राणियों में से एक है, जिसकी कहानी 100 साल पुरानी बताई जाती है। जिन लोगों ने उसे देखा है, उनमें से एक बौद्ध भी हैं। उनका दावा था कि हिममानव देखा है। वहीं दूसरी तरफ शोधकर्ताओं ने हिममानव को मनुष्य नहीं बल्कि ध्रुवीय और भूरे भालू की क्रॉस ब्रीड यानी संकर नस्ल बताया है।

Anoop Ojha

Anoop Ojha

Excellent communication and writing skills on various topics. Presently working as Sub-editor at newstrack.com. Ability to work in team and as well as individual.

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