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वो बैंक गई थी डिलीवरी के लिए पैसे निकलवाने, बेटे के साथ वापस लौटी

प्रेग्नेसी के लिए पैसे निकालने गई प्रेग्नेंट महिला तीन घंटे तक बैंक के बाहर लाइन में लगी रही और असहनीय दर्द सहती रही। लेकिन जब उससे दर्द सहन नहीं हुआ तो वो वहीँ बैठ गई और उसने बच्चे को जन्म दे दिया।

tiwarishalini
Published on: 2 Dec 2016 7:34 PM GMT
वो बैंक गई थी डिलीवरी के लिए पैसे निकलवाने, बेटे के साथ वापस लौटी
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कानपुर : प्रेग्नेंसी के लिए पैसे निकालने गई प्रेग्नेंट महिला तीन घंटे तक बैंक के बाहर लाइन में लगी रही और असहनीय दर्द सहती रही। लेकिन जब उससे दर्द सहन नहीं हुआ तो वो वहीँ बैठ गई और उसने बच्चे को जन्म दे दिया। महिला व बच्चे की रोने की आवाज सुन बैंक परिसर में हडकंप मच गया।

कानपुर देहात के विकास खंड झींझक के पुरवा गांव की रहने वाली सर्वेशा देवी बैंक से 5 हजार रूपए निकालने गई थी। सर्वेशा के पति आशवेन्द्र सरदार की चार माह पहले बीमारी के कारण मौत हो गई थी। सर्वेशा के तीन बेटे और दो बेटियां हैं। जानकारी के मुताबिक सर्वेशा की डिलीवरी का समय नजदीक आ गया था ,किसी भी वक्त उनकी डिलीवरी हो सकती थी। इसी वजह से वह पंजाब नेशनल बैंक में रूपए निकालने के लिए लाइन में लगी थी।

महिला के साथ लाइन में लगे प्रभु शकर पाल के मुताबिक महिला तीन घंटे से लाइन में लगी थी। महिला के पेट बहुत दर्द हो रहा था उसने कई बार बैंक कर्मियों से कहा की मेरा रुपया जल्दी निकाल दो मेरे पेट में बहुत दर्द हो रहा है, लेकिन उसकी फरियाद किसी ने नही सुनी। वह अचानक जमीन पर गिर पड़ी और चिल्लाने लगी। कुछ महिलाए उस महिला को जबरन बैंक के अन्दर ले गई। जहाँ महिला ने एक बच्चे को जन्म दिया। सकुशल डिलीवरी के बाद सभी ने राहत की साँस ली।

बैंक प्रबंधक सुशील कुमार चौधरी के मुताबिक डिलीवरी के लिए 108 एम्बुलेंस को फोन किया गया था,लेकिन उसके आने से पहले ही बच्चे का जन्म हो गया। जच्चा बच्चा दोनों को पुलिस ने घर भेज दिया।

पैसे न निकल पाने के सवाल पर उन्होंने ने बताया कि यह अंगूठे वाला पेमेंट था, अंगूठे के मिलान करने थे। इसके साथ ही दोपहर लगभग साढ़े 12 बजे कैश आया था। जब कैश आया था तभी उपभोक्ताओ को रुपया दिया गया था।

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