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ताजमहल की खूबसूरती रहेगी कायम, धुएं से बचाएगा ये नया प्रोजेक्ट
आगरा : प्यार की निशानी ताजमहल को बचाने के लिए लगातार नए-नए तरीके अपनाए जा रहे हैं। कई फैक्टियां बंद की जा चुकी हैं। लेकिन ताजमहल के पास मौजूद शमशान घाट मोक्षधाम से निकलने वाले धुएं की वजह से ताजमहल दागदार हो रही है। इस खूबसूरती को बचाने के लिए एक नई पहल शुरू होने जा रही है। अब आगरा के मोक्षधाम से होने वाले प्रदूषण में कमी आ सकती है।
मथुरा की एक एग्रो कंपनी की तर्ज पर आगरा के मोक्षधाम में भी प्रोजेक्ट लगाए जाने की योजना है। इस प्रोजेक्ट को लगाए जाने के बाद मोक्षधाम पर चिताओं से उठने वाले धुएं से निकलते पानी को भी ट्रीट कर इस्तेमाल में लाया जा सकता है। धुएं से बने पानी में सारा कार्बनडाइ-आक्साइड घुल जाएगा। इस पूरी प्रक्रिया में ताजमहल को नुकसान पहुंचाने वाले धुएं से निकलने वाली कार्बन डाइ-ऑक्साइड लगभग पूरी तरह से खत्म हो जाएगी। एडीए अधिकारियों के अनुसार इस प्रोजेक्ट के लगने के बाद ताजमहल क्षेत्र में प्रदूषण की मात्रा लगभग शून्य हो जाएगी।
उसर एग्ररो कंपनी का प्रोजेक्ट मॉडल
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क्यों पड़ी जरूरत?
-ताजमहल का दीदार करने के लिए देश और दुनिया से हजारों लोग आगरा आते हैं।
-पास में ही बने मोक्षधाम के कारण ताज की खूबसूरती पर इसका विपरित असर पड़ रहा है।
-इस मामले पर सुप्रीम कोर्ट भी गंभीर है।
-सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद मण्डलायुक्त ने ये जिम्मेदारी एडीए को सौंपी थी।
-जिसके बाद एडीए के अधिकारी इस ओर लगातार प्रयासरत थे।
-मथुरा के उसर एग्रो के प्रोजेक्ट को देख और समझ कर अधिकारी भी इसे आगरा के लिए उपयुक्त मान रहे हैं।
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ये प्रोजेक्ट कैसे करेगा काम?
-मोक्षधाम पर ये प्रोजेक्ट लगने के बाद चिताओं से निकलने वाला धुंआ चिमनियों की मदद से प्रोजेक्टर तक पहुंचाया जाएगा।
-जिसके बाद हुड डर्किंग पाइंट से होता हुआ साइक्लोन तक पहुंचेगा।
-इसके बाद फिल्टरों द्वारा मॉस्चर ट्रप से होता हुआ सारा पानी यही रह जाएगा।
-धुंआ विलोवर में लगी मोटर के माध्यम से बाहर निकल जाएगा।
-इस पूरी प्रक्रिया में धुएं से निकलने वाली कार्बन डाई-ऑक्साइड लगभग पूरी तरह से खत्म हो जाएगी।
-इस एक प्रोजेंक्ट में एक साथ चार शवों को जलाने की व्यव्स्था होगी।
-ज्यादा जरूरत पड़ने पर भी यही सिस्टम काम करेगा बस मोटर की क्षमता बढ़ाने की जरूरत होगी।
अधिकारियो का क्या कहना है?
-हालांकि ,अधिकारी इस पर कुछ भी विश्वास से कहने की स्थिति में नही है।
-इस प्रोजेक्ट के बाद काफी हद तक राहत मिलने की उम्मीद जता रहे हैेैं।
-उनका मानना है कि अगर ये प्रोजेक्ट सफल रहा तो विश्व की ऐतिहासिक धरोहर ताजमहल की खूबसूरती कायम रहेगी।