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सिंगल या शादीशुदा जीवन किसमें है लॉन्ग लाइफ, जानिए क्या कहता है रिसर्च?
जयपुर: जो लोग ये सोचते है कि बैचलर या सिंगल जीवन, शादीशुदा जीवन से अच्छा होता है, तो ऐसा गलत है। एक रिसर्च में सामने आया है कि दिल की बीमारी से ग्रस्त सिंगल लोगों पर जल्दी मृत्यु होने का खतरा रहता है।शोधकर्ताओं ने कहा है कि हृदय रोग से ग्रस्त शादीशुदा लोगों के मुकाबले दिल की बीमारे वाले सिंगल व्यक्तियों को मृत्यु का खतरा ज्यादा होता है। इस शोध के नतीजे अमेरिकन हार्ट एसोशिएसन में छपे हैं। अटलान्टा यूनिवर्सिटी के एक प्रोफेसर ने कहा, 'सिंगल होने का हार्ट की बीमारियों को लेकर इतना गहरा असर होता है ये काफी चौंके वाला था।'
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उन्होंने कहा कि शादीशुदा लोगों को सामाजिक सपोर्ट और गहरे आपसी संबंधों के चलते हार्ट की बीमारियों से लड़ने में मदद मिलती है। ह्दय रोगों से ग्रस्त 6 हजार से ज्यादा लोगों पर यह शोध किया गया। इसमें पाया गया कि जिन लोगों का तलाक हो चुका है या जो अलग हो गए हैं, जिनका एक पार्टनर दुनिया में नहीं है या फिर जो सिंगल हैं, ऐसे लोगों पर गंभीर हार्ट की बीमारियों का असर ज्यादा बुरा होता है।शोधकर्ताओं ने लगभग चार सालों तक इन लोगों पर रिसर्च की। उन्होंने पाया कि शादीशुदा के मुकाबले सिंगल लोगों में हार्ट की बीमारियों से मौत होने का खतरा 45 प्रतिशत ज्यादा होता है, जबकि कोई भी अन्य बीमारी होने का खतरा 24 प्रतिशत अधिक होता है। इसी के साथ इसमें ये भी कहा गया कि जिन लोगों की कभी शादी नहीं हुई उनमें हार्ट अटौक का खतरा 40 प्रतिशत अधिक है।