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420 नंबर से है होटलों को परहेज, जानिए इसके पीछे का तर्क

suman
Published on: 10 Feb 2017 10:25 AM IST
420 नंबर से है होटलों को परहेज, जानिए इसके पीछे का तर्क
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लखनऊ: आजकल बहुत से लोग बाहर घूमने या छुट्टियां बिताने के लिए अक्सर जाते रहते हैं, ऐसे में उनको बाहर जाकर किसी न किसी होटल में रूकना ही पड़ता है, पर आप शायद यह नहीं जानते होंगे कि किसी भी होटल में रूम का नंबर 420 नहीं होता है। जी हां, यह सच है पर बहुत कम लोग ही जानते हैं कि आखिर ऐसा क्यों होता है, इसलिए आपको बता रहें हैं कि आखिर होटल के किसी भी रूम का नंबर 420 आखिर क्यों नहीं राखा जाता है।

सर्च के आधार पर इसके पीछे का तर्क

*होटल में किसी भी रूम का नंबर 420 नहीं रखने के कई कारण होते हैं, जिनमें से कुछ कारण हम आपको यहां बता रहें हैं। सबसे पहले कारण के रूप में आप इस बात को जान लीजिए की भारतीय दंड संहिता के अनुसार चोरी या बेईमानी करने वाले व्यक्ति पर धारा 420 के तहत ही कार्यवाही होती हैं तो क्योंकि 420 नंबर दंड संहिता के विधान में शामिल है और वह भी बेईमानी जैसी वारदात के लिए इसलिए ही होटल वाले कभी अपने होटल में रूम का नंबर 420 नहीं रखते हैं।

*इसके अलावा कई लोग मनोवैज्ञानिक रूप से भी इस बात को मानते हैं कि 420 नंबर की किसी भी वस्तु या स्थान का इस्तेमाल करने पर उनका दिन खराब हो जाएगा, इसलिए होटल विशेष रूप से इस नंबर का कमरा अपने यहां नहीं बनवाते हैं।

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*20 अप्रैल को इंटरनेशनल वीड-डे को रूप में मनाया जाता है और इस दिन लोग खुलकर स्मोकिंग करते हैं। सरकार के नशीले पदार्थों पर रोक लगाने का विरोध 4.20 मिनट पर करते हैं। इसलिए स्मोकिंग निषेध करने के लिए 420 नंबर का कमरा होटल में उपलब्ध नहीं होता है।

*आजादी मिलने के कई दशकों बाद भी देश में अंधविश्वास मौजूद है। बड़ी संख्या में लोगों का मानना है कि किसी भी रूप में 420 नंबर इस्तेमाल करना उनके लिए अशुभ है। इनका मानना है कि जब भी इन्हें किसी भी तरह से 420 अंक का सामना करना पड़ा, इनके साथ बहुत ही खराब हुआ है।

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*एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, उत्तराखंड सचिवालय में भी कमरा नंबर-420 नहीं बनाया गया है। अफसरों का मानना है कि यह नंबर उनके लिए शुभ नहीं है। कई अफसरों ने बताया है कि चूंकि 420 नंबर धोखेबाजी और घपले से संबंधित माना जाता है, इसलिए सचिवालय में कमरा नंबर 419 और 421 तो है, लेकिन 420 नहीं है।

*कई वर्षों पहले तक होटलों में 420 नंबर के कमरे हुआ करते थे। बाद में कई कपल इसे बुक कराने के बाद अश्लील हरकतों में लिप्त पाये गये। ऐसी हरकतों से तंग होकर होटल मालिकों ने कमरा संख्या-420 पर रोक लगा दी। फिर धीरे-धीरे इस नंबर के कमरों को बंद कर दिया गया और बाद में यह नंबर ही हटा दिया गया।

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