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मुसलमानों के लिए अरब से आया पैगाम....या तो देश के कानूनों को मानें या फिर देश को छोड़ दें

Rishi
Published on: 11 May 2017 4:22 PM GMT
मुसलमानों के लिए अरब से आया पैगाम....या तो देश के कानूनों को मानें या फिर देश को छोड़ दें
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रियाद : मुस्लिम विश्व लीग (एमडब्ल्यूएल) के एक अधिकारी ने कहा कि मुसलमानों को उस देश के कानूनों का निश्चित ही सम्मान करना चाहिए, जिसमें वे रहते हैं। ख़बरों के मुताबिक, अधिकारी ने कहा, "एक मुसलमान को जहां वह रहता है, वहां के संविधान और संस्कृति का आदर जरूर करना चाहिए।"

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अधिकारी ने कहा, "अगर किसी देश का कानून सिर को ढंकने के लिए हिजाब की इजाजत नहीं देता तो इसके लिए कानूनी तरीके से आवेदन करना चाहिए। यदि यह आवेदन अस्वीकार होता है तो मुसलमान निवासियों के पास यह विकल्प है कि वे या तो देश के कानूनों को मानें या फिर देश को छोड़ दें।"

अधिकारी ने कहा कि यही एमडब्ल्यूएल के महासचिव शेख मुहम्मद बिल अब्दुल करीम अल-इस्सा का भी मानना है। अधिकारी ने कहा कि लेकिन, यह ध्यान रहे कि उनके इस दृष्टिकोण को यह नहीं मान लेना चाहिए कि महिलाओं को हिजाब नहीं ही पहनना चाहिए। इसका अर्थ है कि इसके लिए देश की परिस्थितियों व नियमों को देखा जाना चाहिए।

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आशीष शर्मा ऋषि वेब और न्यूज चैनल के मंझे हुए पत्रकार हैं। आशीष को 13 साल का अनुभव है। ऋषि ने टोटल टीवी से अपनी पत्रकारीय पारी की शुरुआत की। इसके बाद वे साधना टीवी, टीवी 100 जैसे टीवी संस्थानों में रहे। इसके बाद वे न्यूज़ पोर्टल पर्दाफाश, द न्यूज़ में स्टेट हेड के पद पर कार्यरत थे। निर्मल बाबा, राधे मां और गोपाल कांडा पर की गई इनकी स्टोरीज ने काफी चर्चा बटोरी। यूपी में बसपा सरकार के दौरान हुए पैकफेड, ओटी घोटाला को ब्रेक कर चुके हैं। अफ़्रीकी खूनी हीरों से जुडी बड़ी खबर भी आम आदमी के सामने लाए हैं। यूपी की जेलों में चलने वाले माफिया गिरोहों पर की गयी उनकी ख़बर को काफी सराहा गया। कापी एडिटिंग और रिपोर्टिंग में दक्ष ऋषि अपनी विशेष शैली के लिए जाने जाते हैं।

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