TRENDING TAGS :

Aaj Ka Rashifal

होली है: कान्हा के गोकुल में हुई छड़ी मार होली, गोपियों ने नटखट ग्वालों संग की अठखेली

By
Published on: 10 March 2017 10:37 AM IST
होली है: कान्हा के गोकुल में हुई छड़ी मार होली, गोपियों ने नटखट ग्वालों संग की अठखेली
X

chhadimaar holi

मथुरा: भगवान श्रीकृष्ण ने जिस गांव में अपने बचपन की लीलाएं की थीं, उसी गांव गोकुल में द्वापर युग की दिव्य होली जीवंत हो रही थी। देश- दुनिया से आए श्रद्घालु भगवान द्वारा बचपन में खेली गई होली के दर्शन करने को मचल रहे थे। गोकुल का आसमान रंग और अबीर- गुलाल से रंगा था। श्रद्घालुओं के चेहरे भी नीले, पीले, लाल हो रहे थे। सभी एक-दूसरे पर अबीर-गुलाल डाल रहे थे। ‘मैरौ खो गयौ बाजू बंद, रसिया होरी में’, ‘होली खेलन बरसाने आ जइयो’ आदि रसिया होली के रंग को चटख कर थे।

आगे की स्लाइड में देखिए कैसे मथुरा में खेली गई कान्हा स्टाइल में होली

जैसे ही भगवान का डोला और स्वरूप मुरलीधर घाट पर पहुंचे, तो होली की धूम हो गई। श्रीकृष्ण के बाल स्वरूप पर गोपियों ने छड़ियां बरसाना शुरू कर दिया। सभी होली की मस्ती में सराबोर हो गए।

आगे की स्लाइड में देखिए कैसे मथुरा में खेली गई कान्हा स्टाइल में होली

chhadimaar holi

गुरूवार को नंद किला मंदिर से ठकुरानी घाट तक डोला निकाला गया। कान्हा की पालकी और पीटे सजी-धजी गोपियां हाथों में छड़ी लेकर चल रहीं थीं। बैंड-बाजों के साथ निकले डोला से वातावरण होलीमय हो गया। ‘नेक आगे आ श्याम तौपे रंग डारूं’, फाग खेलन बरसाने आए हैं नटवर नंद किशोर' आदि रसियाओं पर श्रद्घालु झूम रहे थे।

आगे की स्लाइड में देखिए कैसे मथुरा में खेली गई कान्हा स्टाइल में होली

chhadimaar holi

शोभायात्रा बाजारों और नंद चौक होकर निकली। शोभायात्रा के स्वागत पर पग-पग पर फूल बरस रहे थे। ठकुरानी घाट पर प्रभु ने कुछ समय विश्राम किया और तरह-तरह के व्यंजन का स्वाद चखा। इसके बाद होली का धमाल शुरू हो गया। अबीर-गुलाल से गोकुल का आसमान सतरंगी हो गया।

आगे की स्लाइड में देखिए कैसे मथुरा में खेली गई कान्हा स्टाइल में होली

chhadimaar holi

रंगों की बौछार से श्रद्घालुओं का रोम-रोम गोकुल की होली के रंग में रंग गया। कन्हैया के चोट न लग जाए, यह ख्याल सखियों के जहन में भी रहा। कान्हा भी पूरे रसिया थे। वह मस्ती में छड़ी खाते रहे और गोपियां को दौड़ाते रहे। कन्हैया के सखा भी गोपियों को छेड़ते रहे।

आगे की स्लाइड में देखिए कैसे मथुरा में खेली गई कान्हा स्टाइल में होली

chhadimaar holi

छड़ियों की होली के बाद भगवान की झांकी के दर्शन हुए तो कन्हैया की जय-जयकार से गोकुल की गलियां गूंज उठीं।

आगे की स्लाइड में देखिए कैसे मथुरा में खेली गई कान्हा स्टाइल में होली

chhadimaar holi

पुजारियों ने जैसे ही चांदी की पिचकारी से भगवान पर रंग डाला, चारों ओर अबीर-गुलाल और टेसू के रंग की बौछार होने लगी। मुरलीधर घाट टेसू के रंग से रंग गया।

आगे की स्लाइड में देखिए कैसे मथुरा में खेली गई कान्हा स्टाइल में होली

आगे की स्लाइड में देखिए कैसे मथुरा में खेली गई कान्हा स्टाइल में होली

आगे की स्लाइड में देखिए कैसे मथुरा में खेली गई कान्हा स्टाइल में होली

आगे की स्लाइड में देखिए कैसे मथुरा में खेली गई कान्हा स्टाइल में होली

chhadimaar holi



\

Next Story