इस जर्मन डॉक्टर ने सीखी तंत्र विद्या, 10 हजार मंत्रों की दी आहुति

Admin
Published on: 5 April 2016 7:32 AM GMT
इस जर्मन डॉक्टर ने सीखी तंत्र विद्या, 10 हजार मंत्रों की दी आहुति
X

वाराणसीः तंत्र का रहस्य और आत्मशुद्धि की तलाश में इन दिनों सात समुंदर पार के विदेशी नागरिक काशी में अपनी मनोकामना पूर्ण करने के लिए तंत्र यज्ञ कर रहे हैं। गणेश मंत्र के कुल दस हजार मंत्रों की पूर्णाहुति कर ये विदेशी भारतीय संस्कृति को अपनाकर सिद्धि प्राप्त कर रहे हैं।

विदेशी भी प्राप्त करते हैं यहां सिद्धि

विश्व की सबसे प्राचीन नगरी काशी अपने धर्म और अध्यात्म के लिए विश्व प्रसिद्ध है। हजारों सालों से यहां संत महात्मा सिद्धि प्राप्त करने के लिए आते हैं। ये भारतीय संस्कृति और धर्म का तेज ही है की अब सात समुंदर पार से यहां विदेशी नागरिक आकर सालों से सिद्धि प्राप्त कर रहे हैं। इस बार जर्मनी के रहने वाले गिरो नामक व्यक्ति ने सिद्धि प्राप्त की है। इन्होंने सोमवार को गणेश तंत्र-मंत्र सिद्धि प्राप्त यज्ञ में 10,000 मंत्रों की आहुति दी।

kashi-jurman

यह भी पढ़े...वर्ल्ड रिकार्ड बनाने मंच पर उतर चुकी हैं सोनी, 17 घंटे का सफ़र पूरा

पिछले चार सालों में मंत्रो पर प्राप्त की सिद्धि

मंत्रोचार और ब्राह्मणों के साथ स्वाहा शब्द का उच्चारण करते हुए आहुति देते गिरो ने पिछले चार साल से भगवान गणेश के तंत्रो पर सिद्धि प्राप्त की है। गिरो जर्मनी के निवासी है जो पेशे से फिजियोथेरेपिस्ट है। गिरो के पिता का देहांत हो चूका है और माता स्टोर चलाती हैं।

2008 शांति और तंत्रो के रहस्य के तलाश में गिरो पहले बुद्धिज्म धर्म अपनाए। पहले थाईलैंड गए फिर श्रीलंका और फिर वो भारत आए, लेकिन उन्हें तंत्रो का रहस्य भारतीय धर्म में मिला। इसकी तलाश करते हुए वो काशी आए। आचार्य वागीश शास्त्री ने कहा कि चार साल इन्होंने गणेश पूजन कर बिताया और अब अपना नाम गणेशनंद सरस्वती रख लिया है। आज इन्हें सिद्धि के बाद काफी संतुष्टि है।

kashi-jurman-docter

यह भी पढ़े...अमन के लिए काशी के बुनकर जाएंगे ख्वाजा दरबार, चढ़ाएंगे तिरंगा चादर

भगवान यहीं हैं

गिरो के साथ इनके और भी साथी आये हुए है वो भी इस पूजा में शामील हुए। इन विदेशी नागरिकों को भारतीय धर्म और उसके रहस्य को जानने की उत्साह यहां खिंच लाई और अब जब वो यहां आए तो उन्हें ऐसा प्रतीत हुआ कि भगवान यहां है ।

काशी की पवित्र धरती मोक्ष की धरती मानी जाती है। शिव की इस नगरी को सिद्धि प्राप्त करने का उचित स्थान माना जाता है इसलिए यहां साधू संत आकर सिद्धि प्राप्त करते हैं और इसी सिद्धि को पाने के लिए विदेशी नागरिक यहां सालों से डेरा जमाकर मंत्रो के रहस्य और तंत्र की जानकारी लेते हैं।

Admin

Admin

Next Story