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मथुरा की 3 बेटियों ने 'इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड' में दर्ज करवाया नाम, इनकी शार्प मेमोरी ने किया सबको हैरान
मथुरा: 'बेटियां बेटों से कम नहीं होती हैं' ये साबित करके दिखाया है मथुरा की तीन बेटियों ने। इन तीन बेटियों ने न सिर्फ अपना और अपने परिवार का नाम रोशन किया है, बल्कि मथुरा सहित पूरे देश में अपना कीर्तिमान स्थापित करते हुए 'इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड' में नाम दर्ज कराया है।
भगवान श्री कृष्ण की जन्मस्थली में बेटियों ने बेटों को पीछे छोड़ते हुए अपना नाम 'इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड' में दर्ज कराया है। जहां आम लोगों को भूलने की आदत हो जाती है और उन्हें कुछ याद नहीं रहता, वहीं इन बेटियों ने शार्प मेमोरी की एक मिसाल पेश की है, जिसे देख कार्यक्रम में मौजूद लोग हैरान रह गए और हैरान भी क्यों न हों? मेमोरी की ऐसी मिसाल एक साथ कहीं देखने को नहीं मिलती।
इन बेटियों ने अलग-अलग मेमोरी के रिकॉर्ड बनाएं हैं, जिसमें 14 साल की ज्योति भारद्वाज़ ने एक मिनट से भी कम टाइम में 100 कौरवों के नाम बता कर अपने ही पहले रिकॉर्ड को तोड़ते हुए अपना नाम 'इंडिया बुक ऑफ़ रिकॉर्ड' में दर्ज कराया है।
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ज्योति अभी 9 क्लास की स्टूडेंट है और उसने रिकॉर्ड बनाया है। तो वहीं अपनी मेमोरी का दम दिखाते हुए 12 साल की संजीवनी को 200 साल का कैलेंडर मुंह जबानी याद है। वहां कार्यक्रम में मौजूद लोग इस अनोखी मेमोरी गर्ल को देख हैरान रह गए। वहां मौजूद लोगों ने संजीवनी से अलग-अलग डेट पूछे। सबके जवाब संजीवनी ने दे दिए। संजीवनी से 1 मिनट में 9 डेट पूछे गए, जिनके संजीवनी ने ऐसे जवाब दिए कि मानों वह आज की तारीख का डे बता रही हों।
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वहीं तीसरी मथुरा की बेटी चारु ने राइटिंग पीरियाडिक में 120 सेकेंड में 118 वर्ड लिखकर सभी को हैरान कर दिया। इन प्रतिभाओं को देख सभी ने इन बेटियों के हुनर और मेमोरी की प्रतिभा को देख यही कहा कि ये भगवान का चमत्कार ही है। इस कार्यक्रम में कुल 8 बेटे बेटियों ने भाग लिया था, जिसमें से सिर्फ 5 लोग ही रिकॉर्ड बना सके।