×

सवर्ण जाति को 10 प्रतिशत आरक्षण देने के विरोध में मेरठ में बंद विफल

सवर्ण जाति को 10 प्रतिशत आरक्षण देने के विरोध में बहुजन क्रांति मोर्चा, बहुजन सशक्तिकरण संघ, आरक्षण बचाओ संघर्ष समिति, एससी-एसटी प्रकोष्ठ, भीम आर्मी और राष्ट्रीय जनशक्ति मंच समेत कई संगठनों द्वारा संविधान बचाओं संघर्ष समिति के बैनर तले आज आहूत भारत बंद मेरठ में पूरी तरह विफल रहा।

Anoop Ojha
Published on: 5 March 2019 11:12 AM GMT
सवर्ण जाति को 10 प्रतिशत आरक्षण देने के विरोध में मेरठ में बंद विफल
X

मेरठ: सवर्ण जाति को 10 प्रतिशत आरक्षण देने के विरोध में बहुजन क्रांति मोर्चा, बहुजन सशक्तिकरण संघ, आरक्षण बचाओ संघर्ष समिति, एससी-एसटी प्रकोष्ठ, भीम आर्मी और राष्ट्रीय जनशक्ति मंच समेत कई संगठनों द्वारा संविधान बचाओं संघर्ष समिति के बैनर तले आज आहूत भारत बंद मेरठ में पूरी तरह विफल रहा।

यह भी पढ़ें.....आरटीआई: केंद्र सरकार ने आरक्षण की निर्णय प्रक्रिया का ब्योरा देने किया इंकार

यह हालात तो तब थे जबकि भारत बंद को जैसा की संघर्ष समिति का दावा है सपा,बसपा समेत तमाम विपक्षी दलों का समर्थन प्राप्त था। बंद के दौरान तमाम मेरठ शहर के घंटाघर, खैर नगर, सुभाष बाजार, भैसाली बस अड्डा बाजार, आबूलेन और बेगमपुल जैसे तमाम छोटे-बड़े बाजार खुले रहे और बाजारों में आम दिनों की तरफ भीड़ देखी गई। यह हालात तो तब थे जबकि भारत बंद को जैसा की संघर्ष समिति का दावा है सपा,बसपा समेत तमाम विपक्षी दलों का समर्थन प्राप्त था।

यही नहीं बंद को लेकर संघर्ष समिति के सदस्य खुद गंभीर नहीं दिखे। जिसके कारण व्यापारियों को बंद की जानकारी तक नहीं थी। भैसाली बस अड्डा संयुक्त व्यापार संघ के अध्यक्ष भूपेन्द्र चौधरी के अनुसार मेरठ शहर के व्यापारी संयुक्त व्यापारक संघ के आव्हान पर हड़ताल करते हैं, लेकिन बंद आयोजकों द्वारा बंद को लेकर संयुक्त व्यापार संघ से किसी तरह का सम्पर्क कर समर्थन नही मांगा गया जिसके कारण ही मेरठ बंद पूरी तरह विफल रहा।

यह भी पढ़ें.....लोकसभा चुनाव से पहले मोदी सरकार का बड़ा फैसला, सवर्ण जातियों को 10 प्रतिशत आरक्षण का ऐलान

कई संगठनों द्वैरा आहूत आज के भारत बंद को लेकर पुलिस ने शहर में चप्पे चप्पे पर पहरा लगाया गया था। दो अप्रैल को एससी-एसटी एक्ट में संशोधन के बाद हुई हिंसा को देखते हुए पुलिस ने संवेदनशील प्वाइंटों पर पुलिस फोर्स लगाई है। एसपी सिटी अखिलेश नारायण सिंह ने बताया कि बहुजन क्रांति मोर्चा, बहुजन सशक्तिकरण संघ, आरक्षण बचाओ संघर्ष समिति, एससी-एसटी प्रकोष्ठ, भीम आर्मी और राष्ट्रीय जनशक्ति मंच समेत कई संगठनों ने स्वर्ण जाति को 10 प्रतिशत आरक्षण मिलने पर आपत्ति जताई है।

इसको लेकर आज भारत बंद का ऐलान किया गया था। दो अप्रैल को एससी-एसटी एक्ट में संशोधन होने के विरोध में मेरठ समेत कई जनपदों में आगजनी, तोड़फोड़ हुई थी। इसको देखते हुए मेरठ में कंकरखेड़ा शोभापुर पुलिस चौकी, आंबेडकर चौक समेत कई जगह पर पुलिस ने प्वाइंट बनाए हैं। जहां पर सुबह से पुलिस मुस्तैद है। पुलिस ने विरोध करने वाले संगठन के पदाधिकारियों से कहा कि शांतिपूर्वक विरोध करें, अन्यथा पुलिस बड़ी कार्रवाई करेगी।

यह भी पढ़ें.....अब सवर्ण गरीबों को पेट्रोल पंप और गैस एजेंसी देगी सरकार

उधर,बंद के पूरी तरह विफल होने से निराश आरक्षण बचाओ संघर्ष समिति से जुड़े तमाम पदाधिकारी मीडिया से मुहं छिपाते रहे। कई बार प्रयास करने के बाद भी कोई भी पदाधिकारी कैंमरे के सामने नही आया। यह हालात तो तब थे जबकि भारत बंद को जैसा की संघर्ष समिति का दावा है सपा,बसपा समेत तमाम विपक्षी दलों का समर्थन प्राप्त था।

Anoop Ojha

Anoop Ojha

Excellent communication and writing skills on various topics. Presently working as Sub-editor at newstrack.com. Ability to work in team and as well as individual.

Next Story