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मरकज से आए 11 लोगों से पूछताछ, सभी का लिया सैम्पल

देश की राजधानी के निजामुद्दीन स्थित तबलीगी जमाअत के मरकज से होकर इत्रनगरी आए 11 लोगों को लेकर जिला प्रशासन संजीदा है। यहां के मरकज में ठहरे हुए सभी लोगों को क्वारंटाइन करवा दिया गया है।

Dharmendra kumar
Published on: 1 April 2020 6:34 PM GMT
मरकज से आए 11 लोगों से पूछताछ, सभी का लिया सैम्पल
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कन्नौज: देश की राजधानी के निजामुद्दीन स्थित तबलीगी जमाअत के मरकज से होकर इत्रनगरी आए 11 लोगों को लेकर जिला प्रशासन संजीदा है। यहां के मरकज में ठहरे हुए सभी लोगों को क्वारंटाइन करवा दिया गया है। डीएम और एसपी ने मौके पर पहुंचकर उनसे जानकारी की। जिम्मेदारों ख्शाआ दावा है कि प्रारंभिक जांच में कोरोना संक्रमण के कोई लक्षण नहीं मिले हैं। फिर भी एहतियातन सभी के सैम्पल लेकर उसे जांच के लिए भेजा जा रहा है।

यूपी के इत्रनगरी से करीब 350 किमी दूर दिल्ली स्थित मरकज में रहने वाले लोगों में कोरोना वायरस का संक्रमण पाए जाने पर प्रशासन अलर्ट हो गया है। वहां से आए हुए लोगों की जांच हो रही है। इसी कड़ी में यहां भी ऐसे 11 लोगों की जानकारी मिली जो दिल्ली के मरकज से होकर यहां आए थे। यह सभी लोग यहां 21 मार्च को आए थे। मंगलवार की शाम ही एसडीएम सदर शैलेष कुमार ने शहर के हाजीगंज स्थित मरकज में जाकर वहां ठहरे हुए लोगों से पूरी जानकारी इकट्ठा की थी।

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डॉक्टरों की टीम से सभी की जांच भी करवाई गई थी। शुरुआती जांच में किसी में किसी तरह का कोई लक्षण नहीं पाया गया था। उसके बाद सभी को मरकज में ही कोरंटाइन करने को कहा गया था। उसी कड़ी में बुधवार को डीएम राकेश मिश्र और एसपी अमरेन्द्र प्रसाद सिंह ने भी वहां जाकर जरूरी जानकारी जुटाई। सभी से मरकज में ही रहने को कहा गया है। किसी से भी मिलने पर पाबंदी लगा दी गई है। आसपास के लोगों से भी बात करके उन्हें सतर्क रहने को कहा गया है। सीएमओ डॉ. कृष्ण स्वरूप ने बताया कि सभी 11 लोगों के सैम्पल लेकर उन्हें जांच के लिए लखनऊ भेजा जा रहा है।

लॉकडाउन की वजह घर जा नहीं सके

डीएम राकेश मिश्र ने बताया कि दिल्ली के मरकज से होकर यहां आए लोगों की जानकारी प्रशासन की ओर से हर जरूरी पड़ताल की गई है। सभी से उनकी ट्रैवल हिस्ट्री ली गई। उसमें पता चला है कि यहां जमाअत में आए सभी लोग शामली के रहने वाले हैं। यह लोग 20 को दिल्ली मरकज गए थे। वहां एक घंटा रहकर यह वहां से उसी शाम कन्नौज के लिए ट्रेन से रवाना हुए थे। 21 को यहां आए हैं। इस बीच लॉकडाउन की वजह कर वापस नहीं जा सके। डीएम के मुताबिक सभी से पूछताछ में पता चला है कि यहां इन्होंने किसी तरह की कोई गतिविधि नहीं की है। 10 दिन से एक ही जगह पर हैं। अब तक कोई लक्षण भी सामने नहीं आया है। सभी स्वस्थ्य हैं। फिर भी सभी के सैम्पल लेकर उनकी जांच करवाई जा रही है ताकि किसी तरह की कोई आशंका नहीं रह जाए।

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रिपोर्ट आने तक रहेगा सस्पेंस

प्रशासन अपनी जांच से संतुष्ट है। बाहर से आए हुए लोगों में अब तक किसी में कोरोना वायरस का लक्षण भी नहीं पाया गया है। सबकी नजरें जांच रिपोर्ट पर टिकी हैं, तब तक सस्पेंस है।

डीएम ने खुद की थी पूछताछ

डीएम ने हाजीगंज पहुंचकर मरकज के आसपास रहने वालों से जानकारी जुटाई। यह जानने की कोशिश की गई कि जमाअत में आए लोग किसी से मिले तो नहीं हैं। अफसरों ने आसपास रहने वालों को भी हिदायत दी है कि सभी लोग एहतियात बरतें। बाहर से आने वालों के सम्पर्क में न आएं। दूरी बनाकर रहने में ही सभी की भलाई है।

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निगेटिव आई पहली रिपोर्ट तो ली राहत की सांस

नोएडा से लौटे तहसील छिबरामऊ क्षेत्र के हाथिन गांव में एक व्यक्ति का कोराना वायरस की जांच करने के लिए पहला सैंपल लखनऊ गया था। उसकी रिपोर्ट आ गई है। निगेटिव रिपोर्ट मिलने के बाद स्वास्थ्य महकमे व जिम्मेदारों ने राहत की सांस ली है। सीएमओ डॉ. कृष्ण स्वरूप ने बताया कि लैब बढ़ने व जांच करने में अब समय कम लगता है। पहले आठ घंटे में जांच होती थी, अब चार घंटे में ही जांच हो जाती है। उन्होंने बताया कि 31 मार्च तक एक ही सैंपल की जांच हुई थी, रिपोर्ट निगेटिव आई है। पहली अप्रैल को 11 नए सैंपल जांच के लिए भेजे गए हैं।

रिपोर्ट: अजय मिश्रा

Dharmendra kumar

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