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Sonbhadra News: सोनभद्र में रोपे जाएंगे 1.47 करोड़ पौधे, जागरूकता को निकाली जाएगी पौधों की बारात, रथ पर सवार होंगे त्रिदे

Sonbhadra News: सोनभद्र में इस बार के पौधरोपण अभियान को अनूठा रंग देने की तैयारी है और कुल 1.47 करोड़ पौधों के रोपण की योजना बनाई गई है।

Kaushlendra Pandey
Published on: 20 July 2023 6:28 PM IST
Sonbhadra News: सोनभद्र में रोपे जाएंगे 1.47 करोड़ पौधे, जागरूकता को निकाली जाएगी पौधों की बारात, रथ पर सवार होंगे त्रिदे
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1.47 Crore Saplings to be Planted in Sonbhadra

Sonbhadra News: सोनभद्र में इस बार के पौधरोपण अभियान को अनूठा रंग देने की तैयारी है और कुल 1.47 करोड़ पौधों के रोपण की योजना बनाई गई है। एक तरफ जहां ग्राम पंचायतों में ग्राम वन के जरिए, अभियान को मूर्तरूप देने का प्लान है। वहीं, जिला मुख्यालय पर पौधों को लेकर एक बारात भी निकाली जाएगी। इस दौरान हरिशंकरी पौधों के साथ सज-धजकर निकली बारात के बीच में रथ पर ब्रह्मा, विष्णु, महेश नजर आएंगे। वहीं हरिशंकरी पौधे, इस अभियान में विशेष आकर्षण का केंद्र रहेंगे। बताते चलें कि प्रदेश में जहां 35 करोड़ पौधों के रोपण का लक्ष्य है। वहीं जिले में 1.23 करोड़ पौधों का रोपण का लक्ष्य रखा गया है। इसमें 60 लाख पौधों के रोपण की जिम्मेदारी वन विभाग को और 63 लाख पौधों को रोपण का लक्ष्य मनरेगा, ग्राम पंचायत, विद्यालयों एवं अन्य को दिया गया है।

वन विभाग करेगा 84 लाख पौधों का रोपण
डीएफओ सोनभद्र एवं पौधरोपण के नोडल सुरेश चंद्र पांडेय ने बताया कि वन विभाग को 60 लाख पौधों के रोपण का लक्ष्य दिया गया है लेकिन वन विभाग की तरफ से 84 करोड़ पौधों के रोपण की तैयारी की गई और इसको लेकर गड्ढों की भी खुदाई कराई जा चुकी है।

22 को चलेगा विशेष अभियान, लक्ष्य के 85 फीसद का एक ही दिन में करेंगे रोपण

डीएफओ ने बताया कि पौधरोपण को लेकर 22 जुलाई को विशेष अभियान चलाया जाएगा। जो लक्ष्य निर्धारित किया गया है, उसमें से 85 प्रतिशत पौधों का रोपण अभियान के दिन और शेष 15 फीसद पौधों का रोपण 15 अगस्त को कराया जाएगा।

गाजे-बाजे के साथ निकलेगी बारात, वैदिक मंत्रोच्चार के साथ शंखनाद की गूंज

डीएफओ ने बताया कि ज्यादा से ज्यादा लोगों को अभियान से जोड़ने के लिए 22 जुलाई को सुबह 11 बजे रामलीला मैदान से पौधों की बारात निकाली जाएगी। इससे पहले जहां ब्रह्मा, विष्णु, महेश और उनका स्वरूप माने जाने वाले हरिशंकर पौधों का वैदिक मंत्रोच्चार के बीच पूजन-अर्चन किया जाएगा। वहीं, यहां ब्रह्मा, विष्णु और महेश को हरिशंकर पौधों के साथ रथ पर सवार कर राजा शारदा महेश इंटर कालेज ले जाया जाएगा। वहां मौजूद विद्यालय परिवार और नगरवासी बारात का भव्य स्वागत करेंगे। इसके बाद ब्रह्मा, विष्णु, महेश की तरफ से प्रतीकात्मक पौधरोपण कराने के साथ ही, अन्य की तरफ से पौधरोपण किया जाएगा।
मंत्री, जनप्रतिनिधि, प्रशासनिक अधिकारी, स्वयंसेवी संस्थाओं के लोग करेंगे शिरकत
बारात में समाज कल्याण राज्य मंत्री संजीव कुमार गोंड़, जनप्रतिनिधियों के साथ ही प्रशासनिक अमला और वन विभाग के अधिकारी-कर्मचारी शामिल होंगे। इस दौरान जनसामान्य की भी अच्छी-खासी मौजूदगी देखने को मिलेगी। बारात में शामिल प्रत्येक बाराती के हाथ में एक पौधा होगा, जिसका निर्धारित मात्रा में आरएसएम इंटर कालेज में और शेष का अन्य जगहों पर रोपण कराया जाएगा। इस दौरान नगर के लोगों को जागरूक करने के साथ ही, उनमें पौधे भी वितरित किए जाएंगे।

हरिशंकरी पौधों को माना जाता है त्रिदेव का स्वरूप

बताते चलें कि पीपल, बरगद और पाकड़ के सम्मिलित रोपण को जहां हरिशंकरी पौधे का दर्जा दिया जाता है। वहीं, मत्स्य पुराण और रामचरितमानस में इससे जुड़े आख्यान भी हैं। उनमें प्रसंग आता है कि किसी बात से नाराज होकर मां पार्वती ने ब्रह्मा, विष्णु और महेश तीनों को वृक्ष होने का श्राप दे दिया था। तब ब्रह्मा पाकड़, भगवान विष्णु पीपल और महेश बरगद वृक्ष के रूप में अवतरित हुए थे। इसी मान्यता और प्रसंग के कारण, इन तीनों पौधों के सम्मिलित स्वरूप को हरिशंकरी पौधे का दर्जा दिया जाता है।



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