TRENDING TAGS :
इस यूनिवर्सिटी के 90% कर्मचारियों को नहीं होगा कोरोना, ये है वजह
कुलपति स्वास्थ्य सुरक्षा अभियान का बुधवार को समापन हो गया। सात दिनों में विश्वविद्यालय के 503 कर्मचारियों का तीन स्तरीय शारीरिक परीक्षण किया गया...
मेरठ: कुलपति स्वास्थ्य सुरक्षा अभियान का बुधवार को समापन हो गया। सात दिनों में विश्वविद्यालय के 503 कर्मचारियों का तीन स्तरीय शारीरिक परीक्षण किया गया। जिसमें से 90% कर्मचारी कोरोना से लड़ने के लिए शारीरिक रूप से मजबूत पाए गए जबकि 10% कर्मचारियों में आंशिक कमी मिली। इन कर्मचारियों को अपने डॉक्टर से मिलने व कुछ सावधानियां बरतने की सलाह दी गई।
ये भी पढ़ें: क्या SSP को BJP नेताओं से उलझना पड़ा महंगा? अचानक ट्रांसफर से खड़े हुए सवाल
कुलपति ने ली स्वास्थ्य परीक्षण की जानकारी
बुधवार को चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर नरेंद्र कुमार तनेजा ने जंतु विज्ञान में जाकर स्वास्थ्य परीक्षण की जानकारी ली। कुलपति ने अभियान की तारीफ करते हुए कहां की भविष्य में भी इस प्रकार के अभियान चलाने की बात कही। अभियान के तहत कर्मचारियों के किए गए परीक्षण की जानकारी ली। चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय की प्रति कुलपति प्रोफेसर वाई विमला स्वास्थ्य सुरक्षा अभियान की लगातार निगरानी करती रही प्रत्येक दिन की रिपोर्ट को उन्होंने देखा कितने कर्मचारी स्वस्थय व कितने कर्मचारियों में आंशिक कमी मिली वह उनको क्या सलाह दी गई इसकी भी जानकारी वह लगातार लेती रही।
ये भी पढ़ें: भारतीय सेना ने जवानों को स्मार्ट फोन से 89 हटाने के दिए आदेश
प्रत्येक कर्मचारी की हुई काउंसलिंग
कुलपति स्वास्थ्य सुरक्षा अभियान के तहत विश्वविद्यालय के 503 कर्मचारियों का तीन स्तरीय स्वास्थ्य परीक्षण किया गया ।परीक्षण के पश्चात कर्मचारियों की रिपोर्ट देख जंतु विज्ञान विभाग की विभागाध्यक्ष प्रोफेसर नीलू जैन गुप्ता ने काउंसलिंग की काउंसलिंग कर सभी को स्वस्थ रहने के लिए सावधानियां बरतने व भारतीय जीवन शैली को अपनाने की सलाह दी।
ये भी पढ़ें: UP असुरक्षित: कोरोना, भ्रष्टाचार और अपराध नियंत्रण में फेल योगी सरकार-अखिलेश
प्रोफेसर नीलू जैन गुप्ता ने बताया कि एचबीए 1 सी के लिए परीक्षण किए गए 30 रोगियों में से, जो मधुमेह के लिए एक मानक परीक्षण है, 20 रोगियों का सामान्य एचबीए 1 सी के स्तर से ऊपर था। 13 रोगियों का पता लगाया गया तो उन्हें कुल ल्यूकोसाइट गिनती कम मिली, जबकि आठ रोगियों में कुल ल्यूकोसाइट काउंट थे। इस अवसर पर डॉ. धर्मेंद्र कुमार, लैब टेक्नीशियन रमेश यादव, छवि, चंद्रपाल शर्मा अनुष्का गुप्ता सम्यादास, अंजुला ,कुसुम , अदिति चौधरी शीबा आदि का विशेष सहयोग रहा।
रिपोर्ट: सुशील कुमार
ये भी पढ़ें: पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर की 13वीं पुण्यतिथि पर अखिलेश यादव ने दी श्रद्धाजंलि