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अतीक-अशरफ हत्याकांड में गिरी गाज ! प्रयागराज में कानून की बागडोर अब ACP महेंद्र सिंह देव के हाथ, नरसिंह नारायण हटाए गए
Prayagraj News: प्रयागराज में पुलिस कस्टडी में माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की हत्या के बाद प्रशासनिक फेरबदल देखने को मिला। एसीपी नरसिंह नारायण सिंह को हटाकर उनकी जगह महेंद्र सिंह देव को नया ACP प्रयागराज नियुक्त किया गया है।
Prayagraj News : प्रयागराज में पुलिस कस्टडी में माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की हत्या के बाद प्रशासनिक फेरबदल देखने को मिला। एसीपी नरसिंह नारायण सिंह (ACP Narsingh Narayan Singh) को मंगलवार (18 अप्रैल) को प्रयागराज से हटा दिया गया। उन्हें पुलिस उपाधीक्षक, मुख्यालय लखनऊ भेजा गया है। गौरतलब है कि बीते शनिवार को प्रयागराज में माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ को तीन शूटरों ने अंधाधुंध फायरिंग कर मौत के घाट उतार दिया था। जिसके बाद से ये कयास लगाए जा रहे थे कि खाकी पर इसकी गाज गिरना तय है।
हालांकि, अतीक हत्याकांड के वक़्त वहां मौजूद सभी 17 पुलिस वालों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया था। आज ACP नरसिंह नारायण सिंह को हटाया जाना भी इसी की बानगी माना जा रहा है। पुलिस उपाधीक्षक महेंद्र सिंह देव (Deputy Superintendent of Police Mahendra Singh Dev) को एसीपी प्रयागराज भेजा गया है।
कौन हैं महेंद्र सिंह देव?
पीपीएस अधिकारी महेंद्र सिंह देव (PPS Officer Mahendra Singh Dev) को करीब डेढ़ वर्ष पूर्व गौतमबुद्ध नगर में तैनात किया गया था। तब महेंद्र सिंह देव को एसीपी-1 ग्रेटर नोएडा बनाया गया था। इस दौरान उनके निर्देशन में पुलिस ने कई बड़े खुलासे किए। महेंद्र सिंह देव द्वारा किए गए कार्यों की सराहना होती रही है। वो मुख्यतः उत्तराखंड के पौड़ी गढ़वाल के निवासी हैं। महेंद्र सिंह देव 2015 बैच के पीपीएस अधिकारी हैं।
नोएडा में कई मामलों को सुलझाया
पेचकस गैंग के नाम से विख्यात अपराधी समूह डेढ़ वर्ष पूर्व नोएडा में आतंक का पर्याय बन चुका था। जब महेंद्र सिंह देव की वहां तैनाती हुई तो उन्होंने इसे चुनौती के रूप में लिया। पेचकस गैंग के पीछे वो और उनकी टीम ऐसे पड़ी कि निजात दिलाकर ही दम लिया। पेचकस गैंग हर दिन क्षेत्र में घटनाओं को अंजाम दे रहा था। महेंद्र सिंह देव की तैनाती के हफ्ते भर बाद ही बीटा-2 पुलिस ने पेचकस गैंग का खुलासा किया। इसी तरह, बहुचर्चित स्वीटी एक्सीडेंट मामले (sweety accident case) में महेंद्र सिंह देव के निर्देशन में की गई कार्यवाही के चलते आरोपियों को गिरफ्तार किया गया था।