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Agra News: फर्जी फर्मो के व्यापार में शामिल मॉड्यूल का भंडाफोड़, जालसाजी से जारी किए 755 करोड़ रुपए के चालान
Agra News: उत्तर प्रदेश के आगरा में केंद्रीय माल एवं सेवा कर तथा केंद्रीय उत्पाद शुल्क आयुक्तालय ने बड़ा फर्जीवाड़ा पकड़ा है। टीम ने फर्जीवाड़े के मास्टरमाइंड अक्षय गोयल को गिरफ्तार कर लिया है।
Agra News: उत्तर प्रदेश के आगरा में केंद्रीय माल एवं सेवा कर तथा केंद्रीय उत्पाद शुल्क आयुक्तालय ने बड़ा फर्जीवाड़ा पकड़ा है। टीम ने फर्जीवाड़े के मास्टरमाइंड अक्षय गोयल को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी अक्षय गोयल ने 227 फर्जी फर्मे बनाकर ₹755 करोड़ रुपए के नकली चालान जारी किए हैं। इसके अंतर्गत लगभग 134 करोड़ रुपए मूल्य की अवैध और आयोग आईटीसी जारी की गई है। इस बारे में भी टीम आगे की जांच कर रही है।
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गिरोह माल की आपूर्ति किए बिना ही चालान जारी कर रहा था
सीजीएसटी टीम आरोपी अक्षय गोयल से पूछताछ करने में जुटी है। अक्षय गोयल के साथ फर्जीवाड़े में और कौन लोग शामिल है इसकी जानकारी कर रही है। सीजीएसटी अधिकारियों ने खुफिया जानकारी के आधार पर कई परिसरों और आवासीय पते पर एक साथ तलाशी ली। फर्जी फलों के व्यापार में शामिल एक मॉड्यूल का भंडाफोड़ किया। यह गिरोह माल की आपूर्ति किए बिना ही चालान जारी कर रहा था। दूसरों के नाम का उपयोग करके व्यक्तिगत चालू खातों के माध्यम से धन भेज रहा था। तलाशी में टीम को कई फर्मों के लेटर हेड पर जारी किए गए फर्जी चलानो की प्रतियां, चेक बुक, बैंक पासबुक, रबड़ स्टांप और मोबाइल फोन सहित कई आपत्तिजनक दस्तावेज बरामद हुए हैं।
रैकेट के काम करने का तरीका
रैकेट में शामिल लोग परिवार के सदस्यों, कर्मचारियों और दोस्तों के पेन और आधार कार्ड नंबरों का उपयोग करके फर्जी फर्म का निर्माण करते हैं। फिर माल की आपूर्ति के बिना लेनदेन का एक जटिल नेटवर्क तैयार किया जाता है। पूरा रैकेट सर्कुलर ट्रेडिंग के इर्द-गिर्द घूमता है। विभिन्न ग्राहकों को उनके अनुरोध के अनुसार माल की वास्तविक आपूर्ति के बिना इनपुट टैक्स क्रेडिट भेजा जाता है। करदाताओं को माल के किसी भी प्रकार के भौतिक आवागमन और भुगतान के बिना गलत तरीके से इनपुट टैक्स क्रेडिट का लाभ उठाने और उपयोग करने की अनुमति देता है। इसके अलावा फर्जी बिलों की बिक्री के बदले प्राप्त धनराशि को बिना सघन जांच के बैंक खाते से निकालने के लिए निजी बैंकों में व्यक्तिगत चालू खाते भी विभिन्न दस्तावेजों के आधार पर खोले जाते हैं।
विभाग की जांच में सामने आई यह जानकारी
जांच पड़ताल में सीजीएसटी टीम को पता चला है कि अक्षय गोयल 227 फर्जी फर्म बना चुका था। भौतिक आपूर्ति के बिना 755 करोड़ से अधिक मूल के आयरन स्क्रैप, सीमेंट, टाइल, सेरेमिक और मार्बल्स जैसी वस्तुओं को कवर करने वाली नकली चालान जारी कर रही थी। इसके अंतर्गत लगभग 134 करोड़ रुपए मूल की अवैध और अयोग्य आईटीसी जारी की गई थी। विभाग पूरे मामले की जांच कर रहा है। सीजीएसटी टीम की कार्रवाई से फर्जी फर्मे बनाकर कमाई करने वाले शातिरों में हड़कंप मच गया है।