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एचआईवी, टीबी, मलेरिया से तीन गुना ज्यादा मौतों की वजह वायु प्रदूषण

Rishi
Published on: 31 July 2018 6:29 PM IST
एचआईवी, टीबी, मलेरिया से तीन गुना ज्यादा मौतों की वजह वायु प्रदूषण
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लखनऊ : दुनिया में वायु प्रदूषण से समय पूर्व 28 प्रतिशत मौतें देश में होती हैं। ये मौतें एचआइवी, टीबी और मलेरिया से होनेवाली कुल मौतों से तीन गुना ज्यादा है। वैसे वायु प्रदूषण से जुड़ी स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं और होनेवाली मौतों के बारे में लोगों को कुछ हद तक जानकारी है, लेकिन सरकार के फोकस में अभी भी यह मुख्य एजेंडा नहीं है।

लैंसेट कमिशन की स्टडी में ये निष्कर्ष सामने आए हैं।

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सेंटर फॉर एन्वॉयरोंमेंट एंड एनर्जी डेवलपमेंट (सीड) की सीनियर प्रोग्राम आफिसर अंकिता के मुताबिक देश में खतरों व मौतों से संबंधित हेल्थ डाटा के उपलब्धता की समस्याएं हैं, ऐसे में वायु प्रदूषण नियंत्रण के लिए इस कमी से भी निबटने की जरूरत है। वायु प्रदूषण पर एक व्यापक स्वास्थ्य संबंधी अध्ययन को पूरा करने की जरूरत है। दुनिया के सर्वाधिक प्रदूषित शहरों के लिहाज से भारत का स्थान सबसे आगे है। यूपी के शहरों में खराब वायु गुणवत्ता के खतरों को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता, क्योंकि ये मौतों का बड़ा कारण बनते जा रहे हैं। अंकिता ने बताया कि भारत के शहरों में बढ़ते वायु प्रदूषण से समय पूर्व मौतों की संख्या और श्वास व हृदय संबंधी बीमारियां बढ़ने से पब्लिक हेल्थ संबंधी बड़ा संकट पैदा हो रहा है।

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Rishi

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आशीष शर्मा ऋषि वेब और न्यूज चैनल के मंझे हुए पत्रकार हैं। आशीष को 13 साल का अनुभव है। ऋषि ने टोटल टीवी से अपनी पत्रकारीय पारी की शुरुआत की। इसके बाद वे साधना टीवी, टीवी 100 जैसे टीवी संस्थानों में रहे। इसके बाद वे न्यूज़ पोर्टल पर्दाफाश, द न्यूज़ में स्टेट हेड के पद पर कार्यरत थे। निर्मल बाबा, राधे मां और गोपाल कांडा पर की गई इनकी स्टोरीज ने काफी चर्चा बटोरी। यूपी में बसपा सरकार के दौरान हुए पैकफेड, ओटी घोटाला को ब्रेक कर चुके हैं। अफ़्रीकी खूनी हीरों से जुडी बड़ी खबर भी आम आदमी के सामने लाए हैं। यूपी की जेलों में चलने वाले माफिया गिरोहों पर की गयी उनकी ख़बर को काफी सराहा गया। कापी एडिटिंग और रिपोर्टिंग में दक्ष ऋषि अपनी विशेष शैली के लिए जाने जाते हैं।

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