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योगी पर हमला: फिर आक्रामक हुए अखिलेश, इस बयान की कड़ी आलोचना की
सपा मुखिया अखिलेश ने कहा कि कोरोना संकट से निपटने के लिए सरकार की न कोई रणनीति है और न नीयत। सरकार ने श्रमिकों की अनेदखी कर रही है
लखनऊ: समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव मुख्यमंत्री योगी पर निशाना साधा है। अखिलेश यादव ने मंगलवार को यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा प्रवासी आयोग बनाये जाने के बयान को असफलताओं से ध्यान हटाने का तरीका व जनता के पैसे की फिजूलखर्ची करार दिया है।
श्रमिकों के लिए नया आयोग सरकार की विफलता से ध्यान हटाने का तरीका- अखिलेश
सपा अध्यक्ष ने मंगलवार को टवी्ट करके कहा है कि अब श्रमिकों के लिए नया आयोग बनाया जा रहा है। जबकि एम्पलायमेन्ट एक्सचेंज पहले से है। चाहे नीति आयोग हो, नया कोष अब ये श्रम का विषय, जो है उसका उपयोग न करके हर एक मुद्दे पर कुछ नया बनाने का प्रयास क्यों। ये सरकार का अपनी सफलताओं से ध्यान हटाने का तरीका व जन-धन का अपव्यय है। बता दें कि कोरोना संकट के दौरान सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव लगातार यूपी सरकार द्वारा किए जा रहे बचाव व राहत कार्यों पर हमलावर हैं।
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बीते सोमवार को उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ने श्रमिकों के सुख-दुख व पुनर्वास के मामले में घोर अक्षमता प्रदर्शित की है। उन्होंने कहा कि श्रमिक भूखे-प्यासे सैकड़ों किलामीटर पैदल चल रहे हैं। उनके खाने-पीने की व्यवस्था के सरकारी दावे झूठे साबित हो रहे हैं। जो श्रमिक दूसरे प्रांतों से आ गए हैं उनकी रोजी और पुनर्वास के मामले में भी अभी केवल कागजी फाइलें चलाई जा रही हैं। ठोस में कुछ भी नहीं हो रहा है।
सरकार की नीयत ठीक नहीं- सपा प्रमुख
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सपा प्रमुख ने कहा कि मुख्यमंत्री के दावों में कितनी सच्चाई है इसी से साफ है कि श्रमिकों को जब बासी खाना दिया गया तो उन्होंने उसे फेंक दिया। सपा मुखिया अखिलेश ने कहा कि कोरोना संकट से निपटने के लिए सरकार की न कोई रणनीति है और न नीयत। जिस तरह से सरकार ने श्रमिकों की अनेदखी की गई, वैसे ही आम नागरिकों को उनके हाल पर छोड़ दिया है। उत्तर प्रदेश में 70 हजार से ज्यादा बसों का बेड़ा है। सरकार की नीयत ठीक होती तो बहुत पहले ही श्रमिकों को बिना तबाह किये उनके घरों पर पहुंचा दिया होता।