×

यूपी में मजाक बना आयुष्मान भारत से गरीबों का इलाज: अखिलेश

समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा है कि उत्तर प्रदेश में चिकित्सा सेवाएं पटरी से उतर चुकी हैं। भाजपा की बहुप्रचारित आयुष्मान भारत योजना में भी गरीबों का इलाज मजाक बन गया है।

Aditya Mishra
Published on: 2 March 2020 9:19 PM IST
यूपी में मजाक बना आयुष्मान भारत से गरीबों का इलाज: अखिलेश
X

लखनऊ: समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा है कि उत्तर प्रदेश में चिकित्सा सेवाएं पटरी से उतर चुकी हैं। भाजपा की बहुप्रचारित आयुष्मान भारत योजना में भी गरीबों का इलाज मजाक बन गया है।

अस्पतालों से बिना इलाज और दवाइयों के मरीजों को निराश होकर लौटना पड़ रहा है। अस्पतालों की ओपीडी में भीड़ तो रोज होती है लेकिन मरीज देखने वाले डाक्टर नहीं आते हैं।

जनऔषधि केन्द्र दिखावा साबित हो रहे हैं। अस्पतालों में अव्यवस्था का बुरा हाल है। गम्भीर बीमारियों से ग्रस्त मरीजों के इलाज में तमाम बाधाएं डाली जाती है।

सपा अध्यक्ष ने सोमवार को कहा कि किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय में असाध्य रोगों का इलाज बजट खत्म हो जाने से बंद हो गया है। दवाएं और इम्प्लांट आदि आपूर्ति करने वाले उधारी ज्यादा होने से बीच में आपूर्ति रोक देते हैं। जिसका खामियाजा मरीजों को ही उठाना पड़ता है।

ये भी पढ़ें...अखिलेश यादव का योगी सरकार पर जोरदार हमला, बजट को लेकर कही ये बड़ी बात

केजीएमयू के विशेषज्ञ डाक्टर छोड़ रहे सेवाएं

किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय(केजीएमयू) में सुपर स्पेशलिटी सेवाएं उपलब्ध हैं जो अब अस्त-व्यस्त हो चली हैं। यहां के विशेषज्ञ डाक्टर सेवाएं छोड़कर जा रहे हैं।

कई विभागों में पद मंजूर हुए है लेकिन उनका अता-पता नहीं है। कई विभाग केवल कागजों पर चल रहे हैं। आए दिन डाक्टरों, रेजीडेंट्स और मरीज के तीमारदारों के बीच झगड़ें होते रहते हैं। वहां स्वस्थ माहौल नहीं रह गया है।

अखिलेश ने कहा कि सपा सरकार में एक रुपये के पर्चे पर असाध्य रोगों हार्ट, किडनी, लीवर और कैंसर के मुफ्त इलाज और जांच की व्यवस्था की गई थी। चक गंजरिया इलाके में कैंसर अस्पताल की स्थापना की गई थी।

भाजपा राज में यह अस्पताल उदासीनता की भेंट चढ़ गया है। उन्होंने कहा कि भाजपा की राज्य सरकार सिर्फ अपने स्वार्थसाधन में ही लगी रहती है।

प्रदेश के अस्पतालों की दुर्दशा की क्या कहें राजधानी में ही लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान, बलरामपुर अस्पताल और लोकबंधु राज नारायण अस्पताल सब अव्यवस्था के शिकार हैं। यहां कर्मचारियों का समय से वेतन भुगतान तक नहीं हो रहा है। कई अस्पतालों में रेप, वसूली की दर्दनाक घटनाएं हुई हैं।

सपा मुखिया ने कहा कि आश्चर्य है कि लखनऊ के लोकभवन में बैठे भाजपा सरकार के शीर्षस्थ व्यक्तियों तथा चिकित्सा शिक्षा तथा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के मंत्रियों और बड़े अधिकारियों का अस्पतालों में गड़बड़ियों की ओर ध्यान नहीं जाता है।

भाजपा की सरकार के कानों तक मरीजों और गरीबों की आवाज नहीं पहुंच रही है लेकिन जनता जब उठ खड़ी होती है तो उसके रास्ते से सभी बाधाएं दूर हो जाती हैं।

अखिलेश यादव बोले-दोगनी तो दूर, एक प्रतिशत भी नहीं बढ़ी किसानों की आय



Aditya Mishra

Aditya Mishra

Next Story