TRENDING TAGS :
अखिलेश यादव ने उठाया बड़ा कदम, कसे संगठन के पेंच
लोकसभा चुनाव परिणाम आने के करीब ढाई महीने बाद समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव एक्शन में आते दिख रहे हैं। सपा अध्यक्ष ने पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम के पद को छोड़ कर शेष पूरे संगठन को भंग कर दिया है।
लखनऊ: लोकसभा चुनाव परिणाम आने के करीब ढाई महीने बाद समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव एक्शन में आते दिख रहे हैं। सपा अध्यक्ष ने पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम के पद को छोड़ कर शेष पूरे संगठन को भंग कर दिया है। पार्टी की यूथ, जिला सभी प्रकार की कार्यकारिणी समेत सभी इकाइयों को भंग कर दिया है।
सपा मुखिया ने तत्काल प्रभाव से पार्टी के सभी युवा संगठनों, छात्र सभा, महिला संगठन और सभी प्रकोष्ठों के राष्ट्रीय अध्यक्ष, प्रदेश अध्यक्ष सहित राष्ट्रीय, राज्य कार्यकारिणी भी भंग कर दी है।
यह भी पढ़ें…नटखट कान्हा की तरह है संतान की चाहत तो इस मंत्र से करें जन्माष्टमी पर करें उपाय
लोकसभा चुनाव में सपा को मिली करारी हार व पांच सीटों पर सिमट जाने और बसपा से गठबंधन टूटने के बाद से ही सपा संगठन में बदलाव की खबरे आ रही थी। सपा संगठन में बदलाव की खबर को इस बार बल बीती 12 अगस्त को उस समय मिला जब सपा अध्यक्ष रक्षाबंधन के मौके पर सैफई पहुंचे और वहां कार्यकर्ताओं के साथ बैठक कर उनकी मन की बात जानी।
इस बैठक में सपा कार्यकर्ताओं ने बेलौस अंदाज में अपने मुखिया से हार की टीस साझा की। इसी बैठक में अखिलेश ने कार्यकर्ताओं से कहा कि आपसे जुडे़ लोग ही भ्रम की स्थिति पैदा करते है। ऐसे लोग जमीनी रिपोर्ट से आपको अवगत नहीं होने देते हैं। उन्होंने कहा कि सपा में अनुशासन और प्रशिक्षण की जरूरत है। लेकिन कार्यकर्ता ही कार्यकर्ता को बड़े नेताओं से मिलने में बाधा खड़ी कर रहे है।
यह भी पढ़ें…जानिए कैसे ये किसान यूट्यूब से हर महीने कर रहे हैं एक लाख रुपये की कमाई?
उन्होंने कहा कि हमे विरोधियों को हराना है तो उनसे बेहतर काम करने की जरूरत है। विरोधी गांव-देहात में खुद को मजबूत करने में जुटे हैं, हमे भी यह काम करना होगा। इस बात का भी ध्यान रखना होगा कि बूथ प्रभारी या फिर कार्यकर्ता की छवि कैसी है, इसका असर पार्टी के जनाधार पर पड़ता है। सपा कार्यकर्ताओं ने अखिलेश की पत्नी डिम्पल यादव द्वारा मंच पर बसपा मुखिया के पैर छुये जाने पर नकारात्मक संदेश जाने की बात भी कही।
यह भी पढ़ें…पुलिस हाथ मलती रह गई और बाहुबली अनंत सिंह ने कोर्ट में कर दिया सरेंडर
अखिलेश के इस बयान के बाद से ही पार्टी में यह कयास लगना शुरू हो गया था कि सपा मुखिया पार्टी संगठन में आमूल-चूल परिवर्तन करने जा रहे हैं।
बताया जा रहा है कि अब सपा संगठन में बड़ा बदलाव देखने को मिल सकता है और जनता में अच्छी छवि वाले कार्यकर्ताओं और नेताओं को संगठन में अहम जिम्मेदारी दी जायेगी।