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यूपी के राज्यपाल आनन्दी बेन से मिले अखिलेश यादव, की ये बड़ी मांग

सपा मुखिया ने राज्यपाल को सौंपे पत्र में कहा है कि बीती 19 दिसम्बर तथा बाद में नागरिकता संशोधन अधिनियम के विरोध के बाद पुलिस प्रशासन द्वारा निर्दोषों को फंसाकर उनके विरूद्ध फर्जी केस लगाये गए हैं। उत्तर प्रदेश में दो दर्जन की हत्या हुई है।

Aditya Mishra
Published on: 27 Dec 2019 3:18 PM GMT
यूपी के राज्यपाल आनन्दी बेन से मिले अखिलेश यादव, की ये बड़ी मांग
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लखनऊ: समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने शुक्रवार को यूपी की राज्यपाल आनन्दी बेन पटेल से मिलकर नागरिकता संशोधन अधिनियम के विरोध में हुए शांतिपूर्ण लोकतांत्रिक आंदोलन के विरूद्ध पुलिस के दमन और अत्याचार पर रोक लगाने और निर्दोषों के साथ न्याय किए जाने की मांग की।

सपा मुखिया ने राज्यपाल को सौंपे पत्र में कहा है कि बीती 19 दिसम्बर तथा बाद में नागरिकता संशोधन अधिनियम के विरोध के बाद पुलिस प्रशासन द्वारा निर्दोषों को फंसाकर उनके विरूद्ध फर्जी केस लगाये गए हैं। उत्तर प्रदेश में दो दर्जन की हत्या हुई है।

पुलिस ने घर में घुसकर महिलाओं को अपमानित किया। घरों में तोड़फोड़ की तथा निर्दोषों का उत्पीड़न किया। अभी भी राज्य में उत्पीड़न जारी है।

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फर्जी केस वापस हो

उन्होंने राज्यपाल से निर्दोषों के साथ न्याय की अपेक्षा जताते हुए मांग की है कि जनता के हुए नुकसान की भरपाई सरकार द्वारा कराने की व्यवस्था की जाए तथा जो फर्जी केस लगाए गए है उन्हें वापस लिया जाए ताकि पीड़ितों को न्याय मिल सके।

इस मौके पर अखिलेश यादव ने कहा कि जब भाजपा सरकार अपने ही देश के नागरिकों की समस्याएं नहीं सुलझा पा रही है तो उसे आखिर इस नागरिकता संशोधन कानून को लाने की जरूरत ही क्या है ? भाजपा नेतृत्व एक ही मुद्दे पर अलग-अलग बयानबाजी इसलिए करता है ताकि समाज में भ्रम की स्थिति पैदा हो।

सीएए, एनआरसी, एनपीआर एक ही है। संविधान में अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का अधिकार है, सरकार शांतिपूर्ण धरना प्रदर्शन पर कैसे रोक लगा सकती है ? असहमति और सहिष्णुता की भाजपा विरोधी है। भाजपा का लोकतांत्रिक व्यवस्था में विश्वास नहीं है।

सपा अध्यक्ष ने कहा कि मुख्यमंत्री की भाषा से तनाव बढ़ा है। उनकी ठोको और बदले की बात से पुलिस को फर्जी एनकाउण्टर और उत्पीड़न करने की छूट मिल गई है।

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पुलिस कर्मियों के खिलाफ जांच की मांग

उन्होंने मानवाधिकार हितों की रक्षा के लिए तत्काल प्रभाव से पुलिस कर्मियों के खिलाफ जांच कर कार्रवाई करने, पीड़ितों की मदद करने, मृतक आश्रितों को मुआवजा देने तथा घायलों के मुफ्त इलाज की व्यवस्था किए जाने की मांग की है।

इधर, सपा अध्यक्ष ने उत्तर प्रदेश में नागरिकता संशोधन अधिनियम और एनआरसी के विरोध में प्रदर्शन के दौरान मृतकों और पीड़ितों के परिजनों से भेंटकर सांत्वना देने के लिए पार्टी के वरिष्ठ नेता व राज्यसभा सांसद जावेद अली खां, प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल और मैनपुरी के किशनी से पार्टी विधायक बृजेश कठेरिया को 28 दिसंबर को फिरोजाबाद में पीड़ित परिवारीजनों से भेंट कर सांत्वना देने तथा पार्टी की तरफ से न्याय दिलाने का भरोसा दिलाने का निर्देश दिया है।

इसी तरह वाराणसी में नेता प्रतिपक्ष विधानसभा रामगोविन्द चैधरी, पूर्व विधायक बब्बन सिंह चैहान तथा विधायक प्रभुनारायण सिंह यादव चन्दौली में, विधायक नफीस अहमद आजमगढ़ में तथा पूर्व विधायक जाहिद बेग भदोही में पीड़ित परिवारों से भेंट कर सांत्वना देंगे और उन्हें समाजवादी पार्टी की तरफ से न्याय दिलाने का भरोसा दिलाएंगे।

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Aditya Mishra

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