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महिला दिवस: चार बेटियों को गोद लेने वाली प्रभारी निरीक्षक, पेश की मिसाल

मुस्कान का कहना है कि वह हर रोज चावल और नमक पहले अपनी बहनों को खिलाती थी उसके बाद बचा हुआ चावल और नमक स्वयं खाती थी।

Chitra Singh
Published on: 8 March 2021 12:57 PM GMT
महिला दिवस: चार बेटियों को गोद लेने वाली प्रभारी निरीक्षक, पेश की मिसाल
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महिला दिवस: चार बेटियों को गोद लेने वाली प्रभारी निरीक्षक, पेश की मिसाल

अम्बेडकरनगर। अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर इब्राहिमपुर थाने के प्रभारी निरीक्षक ने चार बेसहारा बेटियों को गोंद लिया है जिससे क्षेत्र में पुलिस की काफी सराहना हो रही है। चारों बेटियां सगी बहनें है जो इब्राहिमपुर थाना क्षेत्र के बहोरनपुर की निवासी है। इनके माता पिता उनको पाँच साल पूर्व ही छोड़ कर चले गए। माता - पिता के जाने के बाद इन बेसहारा बेटियों को दर-दर की ठोकरें खानी पड़ी। लॉक डाउन में भी इब्राहिमपुर पुलिस ने इन बेसहारा बेटियों की मदद किया था। इन बेटियों की हालत देख इब्राहिमपुर थाने के प्रभारी निरीक्षक ने इन्हें अंतराष्ट्रीय महिला दिवस के दिन गोंद लेने का फैसला कर लिया।

प्रभारी निरीक्षक ने 4 बेटियों को लिया गोद

अन्य पुलिस कर्मियों की मदद से प्रभारी निरीक्षक ने यह बीड़ा उठाया है जिसकी क्षेत्र में काफी प्रशंसा हो रही है। इन बेटियों को प्रभारी निरीक्षक ने पहनने के लिए कपड़े और खाने हेतु भोजन की तत्काल व्यवस्था करवाते हुए कहा कि मैं इन बेटियों में अपने बेटियों का चेहरा देखता हूँ। जिस देश में बेटियों को लक्ष्मी का दर्जा दिया जाता हो उस देश की बेटियों की यह हालत दुर्भाग्य पूर्ण है लेकिन सरकार बेटियों की सुरक्षा तथा अन्य सेवाओं के लिए युद्ध स्तर पर कार्य कर रही है जिसमें हम सभी की सहभागिता अत्यंत आवश्यक है। प्रभारी निरीक्षक नित्यानन्द सिंह के इस सराहनीय कार्य की पुलिस कप्तान ने भी प्रशंसा की है। यह दिन इब्राहिमपुर की जनता के लिए एक यादगार पल रहेगा। जिस पुलिस के बारे में जनता गलत सोचती है उसका यह रूप देख लोग आश्चर्यचकित रह गए।

Ambedkar Nagar

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चावल-नमक खाकर करती थी गुजारा

गोद ली गई 14 वर्षीय मुस्कान अब तक अपनी तीन बहनों का पालन पोषण अपने बल बूते पर करती थी। मुस्कान का कहना है कि वह हर रोज चावल और नमक पहले अपनी बहनों को खिलाती थी उसके बाद बचा हुआ चावल और नमक स्वयं खाती थी। भोजन करते समय मुस्कान अपनी माँ को याद कर हर रोज रोती है। यह बात सुनकर थाने पर मौजूद पुलिस कर्मी और मीडिया कर्मियों की आँखे नम हो गई। जिस घर में ये रहती हैं उस घर की हालत बेहद खराब है लेकिन प्रधान से आवास योजना का लाभ नही मिला। मुस्कान ने यह भी कहा कि जिनके माता पिता है, उनकी सुनवाई होती है। हमारे नही है, तो हमारी मदद नही होती।

रिपोर्ट- मनीष मिश्रा

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